सरकार का टीका उत्सव मनाना जल्दबाज़ी, 100 करोड़ का लक्ष्य बहुत पहले पा लेना चाहिए था: टिस प्रोफेसर

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सरकार का टीका उत्सव मनाना जल्दबाज़ी, 100 करोड़ का लक्ष्य बहुत पहले पा लेना चाहिए था: टिस प्रोफेसर Covid19 Vaccination 100CroreDoses NarendraModi India कोविड19 टीकाकरण 100करोड़डोज नरेंद्रमोदी भारत

टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज में स्कूल ऑफ डेवलपमेंट स्टडीज के प्रोफेसर आर. रामकुमार ने कहा है कि मोदी सरकार द्वारा टीका उत्सव मनाना दरअसल ‘जल्दबाजी’ है.

उन्होंने कहा कि भारत को कोविड-19 टीके का 100 करोड़ डोज लोगों को देने का टार्गेट कई महीने पहले प्राप्त कर लेना चाहिए था.में प्रोफेसर रामकुमार ने कहा कि बड़ी चिंता की बात ये है कि अभी तक तमाम लोगों को टीके की एक ही डोज लगी है, यानी कि इस साल के आखिर तक सभी वयस्कों को टीके का दोनों डोज लगाने का सरकार का लक्ष्य करीब 5-6 महीने पिछड़ गया है.

उन्होंने कहा कि इस स्थिति के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन जिम्मेदार है, जिसने कई तरीके से निराश किया है.हासिल करना ‘उत्सव की बात नहीं है’. उन्होंने कहा कहा कि ‘उत्सव का मूड हमें उस कार्य से भटकाता है’, जिसे अभी भी प्राप्त करने की आवश्यकता है. दुनिया के दूसरे बड़े देशों के लिए वैक्सीन पर रिसर्च करना, वैक्सीन खोजना, इसमें दशकों से उनकी expertise थी।

 

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कहाँ से पकड़ लाये इस सोशल साइंस के प्रोफेसर को? इसको क्या पता कि टीका क्या होता है। और उलटी खोपड़ी की विचारधारा वाला कभी मोदी की बड़ाई करेगा? ज्यादा प्रयोग मत करो भाई

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