प्रह्लाद जानी: माताजी ने 79 साल से नहीं लिया था 'अन्न-जल'?

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 24 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 13%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

प्रह्लाद जानी यानी माताजी ने 79 साल से नहीं लिया था 'अन्न-जल'?

चुंडीवाले माताजी के नाम से प्रसिद्ध गुजरात के अंबाजी में रहने वाले प्रह्लाद भाई जानी का निधन 91 वर्ष की आयु में मंगलवार को हुआ. 79 सालों से उन्होंने खाना पीना त्याग रखा था और उनका दावा था कि ध्यान से उन्हें ऊर्जा मिलती है.

सालों से एकांतवास में रहते प्रहलाद जानी कोई चमत्कारी पुरुष थे या मेडिकल रहस्य इस विषय पर 2010 में एक शोध किया गया था. जांच दौरान प्रह्लाद जानी ने एक बार भी न कुछ खाया न पीया ही था. न ही इस दौरान उन्होंने मल मूत्र ही त्याग किया था.इस परीक्षण के बाद डॉ. सुधीर शाह ने पत्रकारों को ये बताया था कि, ''हम बीते 100 से अधिक समय से माताजी का अवलोकन कर रहे हैं. इस दौरान न तो उन्होंने कुछ भोजन, पानी लिया और न ही उन्होंने मल मूत्र का त्याग ही किया."

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Sadar Naman🙏🏼

देखने में तो पिताजी लग रहे हैं!!!

Don’t give food and water to people but give fruits and tubers, any body can survive!!

🙏🏼🙏🏼 सादर नमन

अगर यह है तो बहुत अजीब चीज है और अच्छी बात है लेकिन विश्वास नहीं हो रहा है इसका कुछ कारण पता होना चाहिए आखिर ऐसे कैसे हो सकता है

Koti koti pernaam 🙏🙏

It is fake totally no sense on that bbc gone mad 😁😁😂

ध्यान से आदमी जिन्दा रह सकता है तो सब मजदुरोँ और सडकमे सोने वालोंको ध्यान सिखाओ नहीं तो यह अफवाहे बंद करो.

જય માતાજી 🙏

RahulGandhi कह दे झूठ हैं तेरे गुलाम बहुत हैं

🙏🙏🙏🙏 RIP

कोटि कोटि प्रणाम 🙏🙏🙏🙏🙏

ओके🙂

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

राजस्थान ने कहा- बिहार सरकार को छात्रों के ट्रेन का किराया लौटाए रेलवेबिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट किया था कि राजस्थान सरकार ने एक करोड़ रुपये बिहार सरकार से कोटा के छात्रों को ट्रेन से भेजने के लिए लिया है. sharatjpr We should make everything free.barter system should be implemented in india.. how senseless political parties are talking everthing can't be made free. sharatjpr Ha jyse ek dushre ko goli hi maar denge kya rajneeti h bc sharatjpr अगर किसी समस्या को सुलझाना हो तो दो नेता को बैठा दो .... गारंटी है अगर वो समस्या अगले 7 जन्म में भी सुलझ जाए। 🤣😂
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कुएं से मिली नौ लाशों की गुत्थी सुलझी, प्रेमिका का कत्ल छिपाने के लिए खेला था खूनी खेलतेलंगाना के वारंगल की पुलिस ने बीते हफ्ते एक कुएं से मिली नौ लाशों के मामले की गुत्थी को सुलझा लिया है। पुलिस ने बताया
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

गांव में नहीं मिली एंट्री तो खुद को बोट पर किया क्वारनटीन, मछली खाकर कर रहे गुजाराढाई हफ्ते पहले गुजरात से अपने यूपी के गांव में लौटकर आए तो गांव वालों ने दो प्रवासियों को घर में नहीं घुसने दिया. तबसे वह गंगा नदी में पड़ी बोट पर ही रह रहे हैं और मछलियां खाकर भूख मिटा रहे हैं. आत्मनिर्भर भारत है ये। Mojuda sarkar jimedar he.. Sayad yhi ache din he.. Or yhi vikas he.. 🌎Follow: ✔️Check Website at my Profile ✔️KUBIBOOK, FREE E-Book Collection book freebook sharebook
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

येस बैंक में सालों से चल रहा था बड़ा घोटाला- पूर्व एमडी ने बताए कई राजYes Bank Scam Chargesheet: चार्जशीट में बैंक के कई अन्य पूर्व अधिकारियों के बयानों को भी शामिल किया गया है। अधिकारियों ने बैंक के को-फाउंडर राणा कपूर पर आरोप लगाया कि उन्होंने रिस्क टीम की सभी आपत्तियों को खारिज करते हुए लोन बांटे थे।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

पति को बाघ ने खाया तो तूफान ने छीना रोजगार, यही है सुंदरबन की 'बाघ विधवाओं' की दास्तांसात साल पहले 2013 में यहीं के गोसाबा इलाके में बाघ ने पति को मार डाला। इसके बाद से तालाब की मछलियां ही कमाई का एकमात्र साधन बहुत ही दुखद घटना है, राज्य सचिवालय पश्चिम बंगाल को चाहिए वह क्षेत्र विशेष के लिए बेहतरीन सहायता राशि जारी करें,
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

अहमदाबाद से बिहार लौटी महिला की मौत, वजह पता नहींकोरोना में प्रवासी मज़दूरों का अपने अपने राज्यों में लौटने का सिलसिला जारी है, इसी सिलसिले में बिहार लौटी एक महिला की रेलवे स्टेशन पर मौत. जिस देश की जनता अपने ऊपर हुए वर्ण व्यवस्था के अत्याचारों को जानती है इतिहास अधिकार जानती है न्याय शिक्षा सुरक्षा समानता प्राप्त करने के लिए लड़ना जानती है वर्ण और जाति व्यवस्था के भेदभाव के खिलाफ लड़ना जानती है उस देश की 'जनता अपना भविष्य और इतिहास बनाना भी जानती है बीमार मीडिया और मोदी सरकार है rail ka chela jhut bolne se pehle kuch sharm kar
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »