कोविड मौतों से स्तब्ध: भारतीय युवाओं में जीवन बीमा लेने की होड़ | DW | 17.06.2021

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मुंबई में रहने वालीं 24 साल की कोटीनो कहती हैं, 'मैंने अपनी उम्र के लोगों को मरते देखा, जिसने मुझे फौरन जीवन बीमा लेने के लिए प्रेरित किया.' COVID19 India lifeinsurance

भारत में 20 वर्षी की आयु से अधिक कई लोगों की तरह बेवरली कोटीनो जीवन बीमा पॉलिसी को टालती रहीं. जब कोविड-19 के कारण संक्रमण के मामलों में वृद्धि और मौतों में उछाल से उनका सामना हुआ तो उन्हें भी अपनी चिंता सताने लगी. मुंबई में पब्लिक रिलेशंस एजेंसी में बतौर सीनियर एक्जिक्यूटिव काम करने वालीं 24 साल की कोटीनो कहती हैं,"मैंने अपनी उम्र के लोगों को मरते देखा, जिसने मुझे फौरन जीवन बीमा लेने के लिए प्रेरित किया.

भारत में कोविड-19 के कारण 3.80 लाख के करीब मौतें हुई हैं. अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत में सबसे अधिक मौतें दर्ज हुई हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की जांच कम होने के कारण भारत में संख्या को कम करके आंका गया और शायद भारत में दुनिया से कहीं अधिक मौतें हुई हों.

एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य वित्तीय अधिकारी नीरज शाह कहते हैं,"मौजूदा महामारी ने चारों ओर बहुत वित्तीय सुरक्षा की आवश्यकता और बीमा कवरेज को लेकर जागरूकता पैदा की है." एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस का कहना है कि 35 साल के कम उम्र के लोगों में जीवन बीमा को लेकर अधिक मांग देखने को मिली है.इंश्योरेंसदेखो के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंकित अग्रवाल कहते हैं,"कपड़ा, भोजन और घर के बाद अब बीमा मिडिल क्लास परिवार के लिए चौथा स्तंभ बन गया है.

 

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