Germany Election 2021: 16 साल बाद सत्‍ता से बाहर होंगी चांसलर एंजेला मर्केल, जानें- जर्मनी चुनाव के अनछुए पहलू, कैसे चुना जाता है चांसलर

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 77 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

GermanyElection2021: 16 साल बाद सत्‍ता से बाहर होंगी चांसलर एंजेला मर्केल, जानें- जर्मनी चुनाव के अनछुए पहलू, कैसे चुना जाता है चांसलर Germany Election2021 AnjelaMerkel

Germany election 2021 : जर्मनी में आम चुनाव पर भारत समेत दुनिया की नजरें टिकी है। इस बार जर्मनी में हो रहे चुनाव बेहद खास है। यह चुनाव इसलिए भी अहम है क्‍योंकि 16 वर्षों तक जर्मनी की सत्‍ता में रहीं चांसलर एंजेला मर्केल की विदाई हो रही है। एंजेला ने साफ कर दिया है कि वह इस बार चांसलर की दौड़ से बाहर हैं। भारत की तरह जर्मनी भी एक लोकतांत्रिक देश है। यानी जर्मनी में निर्वाचित सरकार की हुकूमत होती है। भारत की तरह वहां भी संसदीय व्‍यवस्‍था है। हालांकि, वहां की संसदीय व्‍यवस्‍था भारत से भिन्‍न है।...

यहां चांसलर चुनने का तरीका अलग है। इसको इस तरह से समझिए कि जैसे भारत के आम चुनाव में प्रधानमंत्री पद के प्रत्‍याशी के नाम की घोषणा जरूरी नहीं होती, लेकिन जर्मनी में चुनाव लड़ रहे प्रमुख राजनीतिक दलों को अपने चांसलर उम्‍मीदवार का नाम बताना जरूरी होता है। चांसलर के नाम और चेहरे पर चुनाव लड़ा जाता है। अगर उसकी पार्टी या गठबंधन को जीत हासिल होती है तो उसे बुंडेस्‍टाग में बहुमत जुटाना होता है। ठीक उसी तरह से जैसे आम चुनाव में भारत में प्रधानमंत्री को निचले सदन यानी लोकसभा में बहुमत जुटाना होता है।...

जर्मनी में प्रमुख राजनीतिक दलों पर दृष्टि डाले तो सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी , क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन , वामपंथी दल, ग्रीन पार्टी प्रमुख हैं। 16 साल से जर्मनी की सत्‍ता पर काबिज रही एंजेला मर्केल का संबंध क्रिश्चियन डेमोक्रेटिक यूनियन से था। हालांकि, जर्मनी में अभी आम चुनाव हो रहे हैं। इन चुनावी नतीजों के बाद ही चांसलर तय होगा। इसलिए अभी चांसलर के चुनाव कराने में कुछ वक्‍त लग सकता है।जर्मनी में रविवार को हुए संसदीय चुनाव में वामपंथी विचारों वाली सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी सबसे बड़ी राजनीतिक...

सवाल यह है कि अगर चांसल को संसद में बहुमत नहीं मिला तो सदन में मतदान का दूसरा दौर होता है। इस प्रक्रिया में अन्‍य कैंडिडेट का नाम भी प्रस्‍तावित किया जा सकता है। चांसलर के लिए कुल वोटों का एक चौथाई समर्थन मिलना जरूरी है। चह प्रक्रिया चुनाव के 14 दिन के अंदर होना चाहिए। संसद में चांसलर उम्‍मीदवार किसी को बहुमत मिल गया तो ठीक, नहीं तो राष्ट्रपति के पास यह अधिकार है कि वो 7 दिन के अंदर किसी को चांसलर नियुक्त कर दे। अगर विवाद है तो राष्ट्रपति 60 दिन में नए सिरे से पूरा चुनाव कराने के आदेश भी दे सकता है।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

चांसलर पद के उम्मीदवार ने की ऐसी गलती | DW | 26.09.2021जर्मन चांसलर अंगेला मैर्केल की पार्टी सीडीयू के नेता और चांसलर पद के उम्मीदवार आर्मिन लाशेट मतदान के दौरान गड़बड़ी के कारण चर्चा में हैं. ऐसा क्या किया उन्होंने? BTW21 btw2021 germanelections2021 जर्मनी में भी पहुंच गए हमारे मोदी जी
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »

जर्मनी में 16 साल बाद बदलेगा चांसलर: एंजेला मर्केल की जगह लेने के लिए 3 नेता रेस में; जानिए इस इलेक्शन के बारे में सबकुछजर्मनी में रविवार को संसदीय चुनाव के लिए मतदान हुआ। 16 साल सत्ता में रहने के बाद चांसलर एंजेला मर्केल की विदाई हो रही है। तीन पार्टियां मुख्य तौर पर रेस में हैं और इन तीनों में से ही किसी एक पार्टी का चीफ अगला चांसलर हो सकता है। अगर किसी एक पार्टी को मैजॉरिटी हासिल नहीं होती तो गठबंधन सरकार बनेगी। मर्केल ने चुनाव के पहले ही साफ कर दिया कि वो इस बार चांसलर की रेस में नहीं हैं। | 3 candidates । 60 million Germans । Voting । German elections । chancellor Angela Merkel । parliamentary elections । Berlin । Annalena Baerbock । Armin Laschet । Olaf Scholz Agar mene sucide kra to iski puri jimaadari bharat pay aur uske recovery agent ki hogi me sab jgh bharat pay ke agent ke number aur bharat se hui wo baat save kar skhi he mere sath kuch bi hota he uski jimedari bharat pay ke agent ki hogi aur bharat pay ke logo ki
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

जर्मनी : 16 साल बाद देश की नई दिशा तय करेंगे संसद चुनाव के नतीजेजर्मनी में आज होने वाला चुनाव देश में 16 साल बाद चांसलर एंगेला मर्केल के नेतृत्व में यूरोपीय संघ के सबसे ज्यादा आबादी
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

जर्मनी चुनाव: एंगेला मर्केल के उत्तराधिकारी पीछे, सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी को बढ़त - BBC Hindiनतीजे अभी आख़िरी नहीं हैं और वोटों का मार्जिन भी कम है, लेकिन सेंटर-लेफ़्ट एसपीडी जीत हासिल कर सकती है. वहीं, एंगेला मर्केल के उत्तराधिकारी आर्मिन लॉशेट ने हार नहीं मानी है.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

जलवायु तटस्थ बनने के लिए अरबों रुपये क्यों खर्च कर रहा है जर्मनी | DW | 24.09.2021जर्मनी 2045 तक जलवायु तटस्थ देश बनना चाहता है. इस स्थिति तक पहुंचने के लिए जर्मनी को अपनी आर्थिक संरचना में बदलाव करना होगा. इसमें अरबों यूरो खर्च होंगे. आखिर जर्मनी ऐसा क्यों करना चाहता है? इससे क्या फायदा होगा? Imagine what a developing nation had to do to reach that level
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »

जर्मनी: सोशल डेमोक्रेटिक सबसे बढ़ी पार्टी के रूप में उभरी, मार्केल की विदाई के साथ उनकी पार्टी भी 16 साल बाद हारीजर्मनी: सोशल डेमोक्रेटिक सबसे बढ़ी पार्टी के रूप में उभरी, मार्केल की विदाई के साथ उनकी पार्टी भी 16 साल बाद हारी Germany GermanyElection AngelaMerkel a great leader she was
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »