नौसेना फरवरी के अंत में अपना सबसे बड़ा बहुपक्षीय नौसेनिक अभ्यास 'मिलन' आयोजित करने के लिए तैयार है। भारत ने 25 फरवरी से विशाखापत्तनम में बहुराष्ट्रीय नौसैनिक अभ्यास मिलान में भाग लेने के लिए कुल 46 मित्र देशों को न्यौता भेजा है। जिन देशों को अभ्यास के लिए निमंत्रण दिया गया है उनमें रूस, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, इजराइल, ईरान, फ्रांस, जापान, दक्षिण कोरिया, वियतनाम, बांग्लादेश, ब्राजील, संयुक्त अरब अमीरात, अन्य शामिल हैं।2020 में यह अभ्यास होना था और इसके लिए 41 देशों को आमंत्रित...
विशेषज्ञों का कहना है कि एक तरफ जहां चीन आर्थिक और रणनीतिक लाभ हासिल करने के लिए रणनीतिक बंदरगाहों तक पहुंच सुरक्षित करने का लक्ष्य रखता है, वहीं भारत की भूमिका को समुद्री मार्ग और नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षक के रूप में देखा जा रहा है। इस अभ्यास के जरिए भारत को अलग-अलग देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और समुद्री सहयोग हासिल करने का एक मौका मिलता है।मिलन 2022 में लगभग 46 देशों की भागीदारी एक प्रतिष्ठित समुद्री अभ्यास में रूपांतरित हो गया है। नौसेना ने उम्मीद जताई है कि इस दौरान समुद्र में एक...
'ग्लोबल टाइम्स' की रिपोर्टों में मिलन अभ्यास को एक भड़काऊ रणनीति के रूप में चित्रित किया गया, जिसका उद्देश्य 'भूमि से समुद्र तक तनाव फैलाना' और दक्षिण एशिया में चीनी प्रभाव को कम करने का भारतीय प्रयास है। ग्लोबल टाइम्स का कहना था कि यह अभ्यास चीन के साथ तनाव को बढ़ा सकता है। माना जा रहा है कि इस बार भी चीन इस अभ्यास पर कोई न कोई प्रतिक्रिया दे सकता है।नौसेना फरवरी के अंत में अपना सबसे बड़ा बहुपक्षीय नौसेनिक अभ्यास 'मिलन' आयोजित करने के लिए तैयार है। भारत ने 25 फरवरी से...
विशेषज्ञों का कहना है कि एक तरफ जहां चीन आर्थिक और रणनीतिक लाभ हासिल करने के लिए रणनीतिक बंदरगाहों तक पहुंच सुरक्षित करने का लक्ष्य रखता है, वहीं भारत की भूमिका को समुद्री मार्ग और नौवहन की स्वतंत्रता की रक्षक के रूप में देखा जा रहा है। इस अभ्यास के जरिए भारत को अलग-अलग देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और समुद्री सहयोग हासिल करने का एक मौका मिलता है।मिलन 2022 में लगभग 46 देशों की भागीदारी एक प्रतिष्ठित समुद्री अभ्यास में रूपांतरित हो गया है। नौसेना ने उम्मीद जताई है कि इस दौरान समुद्र में एक...
'ग्लोबल टाइम्स' की रिपोर्टों में मिलन अभ्यास को एक भड़काऊ रणनीति के रूप में चित्रित किया गया, जिसका उद्देश्य 'भूमि से समुद्र तक तनाव फैलाना' और दक्षिण एशिया में चीनी प्रभाव को कम करने का भारतीय प्रयास है। ग्लोबल टाइम्स का कहना था कि यह अभ्यास चीन के साथ तनाव को बढ़ा सकता है। माना जा रहा है कि इस बार भी चीन इस अभ्यास पर कोई न कोई प्रतिक्रिया दे सकता है।
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: News Nation - 🏆 15. / 51 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »