CBI मामला: जस्टिस सीकरी ने क्यों दिया पीएम मोदी का साथ?

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 1 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 4%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

CBI मामला: काटजू ने बताया, जस्टिस सीकरी ने आलोक वर्मा मामले में मोदी का साथ क्यों दिया?

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

CVC ki reports pr Mr Patnaik ke remarks Lene chahiye the. CVC khud corrupt hai Wo kya Alok Verma pr case frame karega

Duniya me har cheez bikau hai Bs uski sahi kimat lgni chahiye.

काटूज खुद कारुटन है

अगला मुख्य न्यायाधीश जो बनना है

If opposition demands resignation of MJ Akbar on MeToo allegations for sake of fair inquiry, then why opposing removal of Alok Verma on serious corruption charges . Why double standards ? CBIChiefRemoved CBIChief CBIChiefSacked TimesNow republic

वर्मा को हटाना बड़ा सवाल को जन्म दिया और कितने सफेदपोस कटघरे में खड़ा किया!!

हर संस्थान खिलवाड़ बना के रख दिये वर्तमान सरकार ने. कांग्रेस ने तो सीबीआई को पिंजड़े का तोता ही बनाया, इस सरकार ने तो पिंजड़े में बंद तोते के पर ही कतर डाले. !!

ईमानदार कभी कभी अपनी ईमानदारी की ऊँची कीमत लगवा लेता है mkatju क्या RafaleScam नहीं हुआ है यह आठवीं कक्षा में पढ़ने वाला बच्चा भी बता देगा अगर सुप्रीम कोर्ट के तरह उसके सामने जानकारी दिया जाए तो dw_hindi aajtak ANI abpnewshindi news24tvchannel HindiNews18

Governor Governor Governor 😎😎😎😎

Judge Loya

Worst... Decision

जान बड़ी चीज़ है .. बची रहे .. सब सलामत ..🤐

Kanoon andha hai. Proves in Indian system. No fair trial. Damini movie. Sarkar movie.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

जस्टिस सीकरी चाहते हैं खत्म हो विवाद, वरिष्ठ वकील भी समर्थन में- Amarujalaसीबीआई निदेशक पद से आलोक वर्मा को हटाए जाने का फैसला जिस उच्चस्तरीय चयन समिति ने लिया जस्टिस सीकरी उसके सदस्य थे।
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

जस्टिस काटजू ने बताया, सीकरी ने आलोक वर्मा को हटाने में क्यों दिया मोदी का साथसुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश मार्केण्डेय काटजू ने कहा कि जस्टिस एके सीकरी को आलोक वर्मा के खिलाफ लगे आरोपों में वह प्रथम दृष्टया दोषी लगे होंगे। justification लेकिन क्यों आजकल सब बिक रहा है , एक और सही Justice katju Apne bibadit rahe wo keya bolege
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

CBI केस: सेलेक्शन कमेटी का हिस्सा नहीं होंगे CJI, जस्टिस सीकरी को किया नॉमिनेटCBI Case सीबीआई विवाद में फैसला सुनाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने सेलेक्शन कमेटी के सदस्यों का ऐलान किया. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने इस कमेटी में अपनी जगह जस्टिस एके सीकरी को नॉमिनेट किया है. मनमर्जी... बेनक़ाब हुई... SC में लगातार मोदी सरकार को मुंह की खानी पड़ रही है बार-बार बेइज्जत हो रही है मोदी सरकार डांट पड़ रही है मोदी सरकार को फिर भी हर बार वही गलती दोहरा रही है या फिर सत्ता के अहंकार में डूबी हुई है Kya farak padna he 31jan ko Bande ka retirement he
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

विवाद छिड़ने पर जस्टिस एके सीकरी ने कॉमनवेल्थ ट्राइब्यूनल भेजने का सरकारी प्रस्ताव ठुकराया-Navbharat TimesIndia News: विदेश मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने के आखिर में सीकरी का नॉमिनेशन तय किया गया था। सीकरी 6 मार्च को सुप्रीम कोर्ट से रिटायर होने वाले हैं, इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने उन्हें मनोनीत करने का फैसला लिया। हालांकि अब उन्होंने इस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है। मतलब जल्दी ईनाम मिल गया था😂😇 जस्टिस सीकरी का कदम सराहनीय है। अगर वह प्रस्ताव स्वीकार करते तो यह नेता उन पर और सरकार पर अनर्गल आरोप लगाते।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

विवाद में घिरने के बाद जस्टिस सीकरी ने ठुकराया मोदी सरकार का प्रस्तावविवादों में घिरने के बाद जस्टिस एके सीकरी ने मोदी सरकार के उस प्रस्ताव को ठुकरा दिया है, जिसमें उन्हें लंदन स्थित सीएसएटी में अध्यक्ष के तौर पर नामित किया जाना था. जस्टिस एके सीकरी को उच्चस्तरीय चयन समिति में शामिल होने के बाद यह पेशकश मिली थी. सही निर्णय ,,, ashu3page अब तो ये मजबूरी बन गाई थी 🤔 ashu3page Looking at what he has done ... sorry, no sympathy.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

विवादों के बाद जस्‍ट‍िस सीकरी ने सरकार का ऑफर ठुकरायाचीफ जस्‍टि‍स के बाद देश के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश के एक करीबी सूत्र ने बताया कि जब न्यायाधीश ने रविवार शाम को लिखकर सहमति वापस ले ली. Kuch hoga Vivad Kya thaa
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

विवादों से घिरे जस्टिस एके सीकरी ने मोदी सरकार का प्रस्ताव ठुकरायानरेंद्र मोदी सरकार ने पिछले साल दिसंबर महीने सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश एके सीकरी को लंदन स्थित राष्ट्रमंडल सचिवालय पंचायती ट्रिब्यूनल में नामित करने का फैसला किया था. इसी समय आलोक वर्मा मामले की सुनवाई चल रही थी. सब धकॉस्‍ला है धीरे धीरे खुलेगा अगर कोई और बात होगी। जितना नुकसान होना था, हो चुका है।
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

जस्टिस सीकरी ने कॉमनवेल्थ ट्रिब्यूनल में नियुक्ति के सरकार के प्रस्ताव को ठुकरायाJustice Sikri withdraws consent to govt offer to nominate him to Commonwealth Tribunal | मोदी सरकार ने दिसंबर में जस्टिस सीकरी को लंदन स्थित कॉमनवेल्थ सेक्रेटरिएट आर्बिट्रल ट्रिब्यूनल में भेजे जाने का प्रस्ताव रखा था सीकरी ने पहले प्रस्ताव पर सहमति जताई थी, रविवार को उन्होंने इससे नाम वापस ले लिया जस्टिस सीकरी, आलोक वर्मा को सीबीआई चीफ पद से हटाने वाली 3 सदस्यीय समिति में शामिल थे, मोदी इस समिति के अध्यक्ष थे
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

आलोक वर्मा केस में वकीलों का सवाल, खड़गे को छोड़ क्यों PM के साथ हुए जस्टिस सीकरी?Alok Verma Case जस्टिस एके सीकरी ने मोदी सरकार द्वारा उन्हें लंदन में दी गई CSAT की नौकरी को ठुकरा दिया है. हालांकि, आलोक वर्मा मामले को लेकर कई विपक्षी नेता और वरिष्ठ वकीलों ने सेलेक्शन कमेटी पर सवाल खड़े कर दिए. खड़गे क्या बहुत हरीश चंद्र है जो उसके साथ साथ देगे जज और हमारा सवाल ये कि kharge का साथ ही क्यों दिया जाय जब वर्मा के खिलाफ सबूत हो.....कुछ भी😣😣 Ecosystem is unable to bear the shocking treatment Sikri gave to Congis expectations and entire ecosystem Darbaris started same villifying campaign against him, bottom line is if anyone goes against the wishes of Sonia Gandhi and her Vatican masters, one has to bear the brunt
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

जस्टिस सीकरी ने केंद्र का ऑफ़र ठुकरायाकेंद्र सरकार ने जस्टिस सीकरी का नाम लंदन की एक नियुक्ति के लिए भेजा था. दिल्ली से छपे अख़बारों की सुर्खियाँ शायद अंतरात्मा ने कचोटा हो? आप किस जज और किस कोर्ट से न्याय की उम्मीद करें । अब क्या फ़ायदा, जब चिड़ियाँ चूक गयीं ।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »