इसलिए सब दूर राजभाषा दिवस और सप्ताह मनाए जाएंगे। जमकर कार्यक्रम होंगे, स्पर्धाओं का आयोजन किया जाएगा। कर्मचारी-अधिकारी इनमें उत्साह से भागीदारी करेंगे।
हां, आप कह सकते हैं कि मराठी माध्यम, कन्नड़ माध्यम, तमिल या बांग्ला माध्यम जैसे दूसरी भारतीय भाषाओं के स्कूल भी विद्यार्थियों की कमी से बंद हो रहे हैं, क्योंकि सबसे बढ़िया पब्लिक स्कूल में अपने बच्चे के दाखिले की महामारी सब दूर फैली है। हिंदी भले ही राजभाषा है, लेकिन हिंदीभाषी राज्यों तक में उच्च स्तर पर पत्रव्यवहार और फाइलों पर नोटिंग अंग्रेजी में ही होती है। बैठकें अंग्रेजी में चलती हैं।
कोई पूछे कि किस पुस्तक की 300 या 500 से अधिक प्रतियां छपती हैं? और ये कहां बिकती हैं या किन सरकारी पुस्तकालयों में जमींदोज होती हैं? किसको ध्यान रहता है कि हम अपने जिन साहित्यकारों और कृतियों का गौरवगान करते हैं, उनमे से अधिकतर पुरानी पीढ़ियों के हैं। और पिछले लगभग तीन दशकों से वह सरिता लगातार सूखती आ रही है। तथ्य यह है कि 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत में हिंदी बोलने वालों की कुल संख्या 52.
दिवंगत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने हिंदी को संयुक्त राष्ट्र में मान्यता के लिए बड़ी कोशिश की थी, लेकिन संयुक्त राष्ट्र के रेडियो पर हिंदी बुलेटिन से ज्यादा कुछ न हुआ। भाषा को सिर्फ सांस्कृतिक खांचे में बिठा देना भी ठीक नहीं, क्योंकि यह किसी देश या समाज की समृद्धि का प्रतीक होती है। लेकिन हिंदी दरिद्र नहीं है। उसका अपना वैभव है, लेकिन वह भारत के गत वैभव जैसा ही है।
हां, आप कह सकते हैं कि मराठी माध्यम, कन्नड़ माध्यम, तमिल या बांग्ला माध्यम जैसे दूसरी भारतीय भाषाओं के स्कूल भी विद्यार्थियों की कमी से बंद हो रहे हैं, क्योंकि सबसे बढ़िया पब्लिक स्कूल में अपने बच्चे के दाखिले की महामारी सब दूर फैली है। हिंदी भले ही राजभाषा है, लेकिन हिंदीभाषी राज्यों तक में उच्च स्तर पर पत्रव्यवहार और फाइलों पर नोटिंग अंग्रेजी में ही होती है। बैठकें अंग्रेजी में चलती हैं।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Hindi Diwas 2021: दोस्तों व प्रियजनों को इन मैसेजेस से दें हिंदी दिवस की शुमकामनाएंहिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है। साल 1953 में पहली बार हिंदी दिवस मनाया गया था तब से लेकर आज तक यह हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है। तो आज भी इन मैसेज को भेजकर अपने साथी व प्रियजनों को दे सकते हैं शुभकामनाएं। शिक्षक_ट्रांसफर_पोर्टल_चालू_करो ChouhanShivraj Indersinghsjp मौसम दर मौसम बदलते हैं सब पंछी अपने घर को जाते हैं अध्यापकों पर इतनी क्यों बंदिश वर्षों तक वहीं छटपटाते हैं हमारा रास्ता भी कोई देख रहा है साहब 'हां' करके भी क्यों भूल जाते हैं अब तो ताबदले के आदेश कर दीजिये हुजूर जय हिंद जय भारत वंदे मातरम
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
बिजनौर: खो-खो खिलाड़ी की बर्बर हत्या, बलात्कार की आशंका - BBC News हिंदीबिजनौर रेलवे स्टेशन पर बीते शुक्रवार की दोपहर को एक लड़की का शव मिला, जिनकी पहचान पास की सर्वोदय कॉलोनी में रहने वाली और नेशनल लेवल की खो-खो खिलाड़ी बबली रानी के तौर पर हुई. Another shameless act. 😥😥😥😥😥 Hyderabad police should investigate this
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
सारागढ़ी की लड़ाई के नायक की प्रतिमा का ब्रिटेन में अनावरण - BBC News हिंदीसारागढ़ी की लड़ाई 1897 में ख़ैबर-पख़्तूनख़्वा प्रांत में हुई थी. ब्रिटिश भारतीय सेना के केवल 21 सिख जवानों ने अफ़ग़ान क़बाइलियों की 10 हज़ार की विशाल फ़ौज से जमकर लोहा लिया था. हमे तो बचपन से हमेशा मुगलों के काली करतूतों के बारे में अच्छा दिखाकर बताया गया। इन जैसे महान नायकों के बारे में हमसे दूर रखा गया । 🙏 Police rank ?
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
हिंदी दिवस विशेष : नेहरू से लेकर इंदिरा तक- संविधान ने कैसे बदली हिंदी की हैसियत, अंग्रेजी कैसे हावी हुईहिंदी दिवस विशेष : नेहरू से लेकर इंदिरा तक- संविधान ने कैसे बदली हिंदी की हैसियत, अंग्रेजी कैसे हावी हुई hindidivas hindidiwas हिंदीदिवस It's high time to promote your own languages, for example, hindi.
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
भारत ने पहली बार माना, तालिबान के पास पूरे अफ़ग़ानिस्तान की सत्ता - BBC News हिंदीपेगासस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई, असदउद्दीन ओवैसी पर भाजपा नेता राधा मोहन सिंह का बयान, साथ में आज के अख़बारों की अन्य अहम सुर्खियां. 😀🤗😇😡 Isme bhi BJP ki pic chipka di 😂😂 शीर्षक कुछ, खबर कुछ 🙄🙄 सबेरे सबेरे फूंक लिए हो का 😂😂😂
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
भारत के सुसंस्कारों और अस्मिता की भाषा है हिंदीएक कुनबा ऐसे हिंदी-प्रेमियों का भी है, जो, जब भी हिंदी भाषा की बात चलती है और हर हिंदी दिवस पर, हिंदी की सरलता का रोना रोते हैं। उन्हें हिंदी में नए शब्दों, नए मुहावरों, नए प्रतिमानों के समावेश से डर लगता है और वे हिंदी को 'संकर' स्वरूप में ही देखना चाहते हैं तथा उसी को हिंदी के विकास के लिए आवश्यक मानते हैं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »