अफगान संकट: उपजी कूटनीति की नई इबारत

  • 📰 Jansatta
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अफगान संकट: उपजी कूटनीति की नई इबारत in a new tab)

आॅस्ट्रेलिया के साथ पहली ‘2+2’ वार्ता में अफगानिस्तान के मुद्दे पर भारत को कूटनीतिक प्रभाव बढ़ाने में सफलता मिली है। साझा घोषणापत्र में आतंकवाद और अफगानिस्तान में समावेशी सरकार की बात उठाते हुए दोनों देशों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे के पहले यह अहम बैठक थी, जिसमें ‘क्वाड’ के एजंडे को एक तरह से नया स्वरूप दिया गया। अब तक एशिया-प्रशांत क्षेत्र और दक्षिण चीन सागर तक को लेकर बात करते रहे ‘क्वाड’ समूह के एजंडे में अफगानिस्तान का मुद्दा शामिल किया गया है,...

भारत अब तक इस प्रकार की बैठकें अमेरिका, जापान, और रूस के साथ करने को ही राजी हुआ है। ये सभी वही देश हैं, जिनके साथ भारत के सामरिक, सुरक्षा और कूटनीतिक तौर पर सबसे मजबूत रिश्ते हैं। जाहिर है, भारत और आॅस्ट्रेलिया के संबंधों के लिए यह एक बड़ा अवसर रहा। दूसरी महत्त्वपूर्ण बात यह भी है कि इस मुलाकात के साथ ही भारत के ‘क्वाड’ के हर देश के साथ ‘2+2’ ढांचे में बातचीत होने लगी है। अगर ‘क्वाड’ के चारों देशों के बीच अलग-अलग द्विपक्षीय संबंधों पर गौर किया जाए तो साफ दिखता है कि भारत और आॅस्ट्रेलिया के...

इससे पहले भारत-आॅस्ट्रेलिया ‘2+2’ वार्ता में स्पष्ट कर दिया गया कि जब तक वहां समावेशी सरकार नहीं, तब तक मान्यता नहीं। रूसी जनरल पात्रुशेव के साथ बैठक भारत और रूस के लिए उस मौके की तरह माना जा रहा है, जिसमें दोनों देश अफगानिस्तान को लेकर अपना-अपना दृष्टिकोण साझा करेंगे। उम्मीद की जा रही है कि ‘विस्तारित त्रोइका’ की कवायद इसके बाद कुछ धीमी पड़ेगी। पिछले हफ्ते रूस ने अमेरिकी नेतृत्व वाले पश्चिमी देशों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस्लामिक स्टेट और ईस्टर्न तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट के...

25 को संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री का संबोधन होगा। इन कार्यक्रमों में ज्यादा फोकस अफगानिस्तान पर रहेगा। ब्रिक्स देशों की बैठक में इसका संकेत मिल चुका है, जिसमें आतंक के खिलाफ साझा नीति और प्रतिरोधी कार्ययोजना तैयार करने पर सहमति बनी थी। इस साल ‘क्वाड’ की एक बैठक आभासी हो चुकी है और अब आमने-सामने की बैठक में अफगानिस्तान, आतंकवाद, हिंद-प्रशांत क्षेत्र और समुद्री कानून को लेकर बात होगी। इन सभी मुद्दों पर चीन ने आक्रामकता दिखाई है। जाहिर है, चारों राष्ट्राध्यक्षों की बैठक के मुद्दों में चीन...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 4. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

अफगान एयरफोर्स के उज्बेकिस्तान भागे पायलट भेजे जाएंगे दोहा, तालिबान से डरे हुए हैं ये जवानकाबुल में तालिबान के कब्जे से पहले ही 46 विमानों में सवार होकर 585 अफगान उज्बेकिस्तान पहुंच गए थे। ये विमान अभी उज्बेकिस्तान के कब्जे में ही हैं। इधर तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने इन पायलट से वापस लौटने की अपील की है। ओवैसी को भेजो
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

Seema Rezai: अफगान महिला बॉक्सर सीमा रेजई, जिसे क्रूर तालिबान ने दिया मौत का पैगामअफगानिस्तान में तालिबान का खौफ पूरी तरह छाया हुआ है। तालिबानी राज में आम इंसानों का जीना हराम तो है ही सबसे अधिक खतरा उन महिलाओं को है, जो अपने सपनों को जीना चाहती हैं। उनमें से एक हैं बॉक्सर सीमा रेजई। राष्ट्रीय टीम का हिस्सा रहीं सीमा तख्ता पलट से पहले ओलिंपिक मेडल का सपना देख रही थीं, लेकिन अब उन्हें अपना ही देश छोड़कर पलायन करना पड़ा है।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

नाटो ने शुरू की अफगान संकट के कारणों की जांच, कई अहम सवालों के जवाब तलाशने की कोशिशनाटो के महासचिव जेन स्टोल्टेनबर्ग ने कहा कि मध्य एशियाई देश में हाल में जो कुछ भी हुआ वह बहुत ही दुखद रहा। नाटो को इससे सबक लेना चाहिए। उन्होंने कहा है कि कई सवाल हैं जिनके जवाब तलाशे जाने हैं।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

महंगे खाद्य तेल का संकटजब तक देश में तिलहन उत्पादन में लक्ष्य के अनुरूप आशातीत वृद्धि नहीं की जाएगी और तिलहन का लाभकारी मूल्य नहीं मिलेगा, तब तक न तो तिलहन उत्पादक किसानों के चेहरे पर मुस्कुराहट आएगी और न ही खाद्य तेल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

FICCI के सर्वे इकोनॉमी के लिए कई अच्छे संकेत, उत्पादन में लागत बढ़ना एक संकट!उद्योग मंडल फिक्की (FICCI) के एक सर्वे में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर कई अच्छे संकेत मिले हैं. चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में विनिर्माण गतिविधियों के परिदृश्य में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. हालांकि, इस दौरान कारोबार करने की और उत्पादन की लागत बढ़ी है.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

Bhupesh Baghel News : पिता को जेल भेज क्या अपने संकट टाल पाए भूपेश बघेल?लखनऊ में ब्राह्मणों के खिलाफ विवादित टिप्पणी के मामले छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल (Chhattisgarh CM Bhupesh Baghel News) ने अपने पिता नंद कुमार बघेल (Nand Kumar Baghel Bail) को जेल भिजवा दिया। इसके व्यापक सियासी मायने हैं। क्या सीएम ने पिता को जेल भेजकर अपना सियासी संकट कम किया है। राजनीति बचाने के लिए बाप को शूली पर चढ़ाने वाला कपूत
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »