सुप्रीम कोर्ट ने कहा: आधार से नहीं जुड़े तीन करोड़ राशन कार्ड रद्द करना गंभीर

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 15 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 9%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सुप्रीम कोर्ट ने कहा: आधार से नहीं जुड़े तीन करोड़ राशन कार्ड रद्द करना गंभीर SupremeCourt AadharCard RationCard

शीर्ष अदालत ने बुधवार को मामले से संबंधित याचिका पर केंद्र और राज्य सरकारों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है।

चीफ जस्टिस एसए बोबडे की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है। हमें इस पर सुनवाई करनी होगी। वर्ष 2018 से लंबित इस याचिका पर पीठ ने चार हफ्ते में जवाब देने को कहा है। पीठ ने केंद्र सरकार से यह भी कहा है कि इस याचिका को गलत तरीके से नहीं लिया जाना चाहिए।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

रद्द किए जाएं

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा, शराब पीने से हुई मौत पर इंश्योरेंस क्लेम नहींजस्टिस एमएम शांतनगौदर और जस्टिस विनीत सरन की पीठ ने राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग के आदेश को बरकरार रखा जिसने कहा था कि मृत्यु किसी दुर्घटना की वजह से नहीं हुई और बीमा नीति के तहत ऐसे मामले में मुआवजा देने का कोई सांविधिक दायित्व नहीं है। शराब पीने की उम्र 21 साल की गई है सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेते हुए इसकी उम्र 30 साल करनी जनहित हितकारी होगा। Pls be clear, it's applicable only for Accidental insurance policy, not in case of regular life insurance, don't crete confusion ICICIPruLife HDFCLIFE सही है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

चुनाव आयोग ने चुनावी बॉन्ड पर रोक का विरोध किया, सुप्रीम कोर्ट ने फ़ैसला सुरक्षित रखाइस संबंध में याचिका दायर करने वाली ग़ैर सरकारी संस्था एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की ओर से कहा गया कि इस तरह के गोपनीय चुनावी बॉन्ड के चलते ‘भ्रष्टाचार को क़ानूनी मान्यता’ मिल रही है और चूंकि सरकार फायदा पहुंचा सकती है, इसलिए कंपनियां सत्ताधारी दल को ही इसके ज़रिये फंड करेंगी.
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

सुप्रीम कोर्ट ने कहा: अदालतें मनमाने तरीके से नहीं करें शक्तियों का इस्तेमालसुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसले में कहा कि आपराधिक मामले में अंतरिम आदेश के जरिए अभियुक्तों के खिलाफ कोई दंडात्मक कदम नहीं
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

देश में कोरोना के हालात पर सुप्रीम कोर्ट चिंतित, CJI ने कहा, हालात नेशनल इमरजेंसी जैसेदेश में कोरोना के हालात पर सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को चिंता जताई है. शीर्ष अदालत के चीफ जस्टिस ने कहा कि देश में कोविड से हालात नेशनल इमरजेंसी जैसे हो गए हैं. तो खुद भी फ्री देना सीखो। गहलोत साहब अब तो बिजली बिल माफ़ करो जिनको खाद्यान सुरक्षा में रासन मिलता है। उनको तो फ्री दो 😢😢😢 AnilSinghvi_ : Still you think that market should go up? ये हंसी देश के हर नागरिक के चेहरे पर तमाचा है। इससे साफ है लोग ऑक्सीजन के लिए लड़ेंगे और भाजपा के नेता चुनाव लड़ेंगे।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

बंद करें 'राजनीतिक झगड़ा', सुप्रीम कोर्ट ने कहा कोविड मरीजों के लिए करें कामपीठ ने कहा, केंद्र से बात करें, राजनीति चुनाव के लिए है, लेकिन इस मानवीय संकट के समय हर जीवन महत्त्वपूर्ण है और उसे बचाने की आवश्यकता है।’
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »