सुप्रीम कोर्ट ने देवेंद्र फडणवीस की खुली अदालत में सुनवाई की मांग मानी

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 23 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 12%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सुप्रीम कोर्ट ने देवेंद्र फडणवीस की खुली अदालत में सुनवाई की मांग मानी devendrafadnavis SupremeCourt Dev_Fadnavis

न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि फडणवीस को 2014 चुनाव के दौरान अपने शपथपत्र में दो लंबित आपराधिक मामलों की जानकारी कथित रूप से नहीं देने के लिए मुकदमे का सामना करना होगा।

सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में फडणवीस को क्लीन चिट देने संबंधी बंबई उच्च न्यायालय का फैसला एक अक्तूबर 2019 को निरस्त कर दिया था। उच्च न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि इस कथित अपराध के लिये भाजपा नेता पर जनप्रतिनिधित्व कानून के तहत मुकदमा चलाने की जरूरत नहीं है। न्यायालय ने अपने फैसले में कहा था कि फडणवीस को 2014 चुनाव के दौरान अपने शपथपत्र में दो लंबित आपराधिक मामलों की जानकारी कथित रूप से नहीं देने के लिए मुकदमे का सामना करना होगा।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Dev_Fadnavis sir u are againgoing to chief ministertimeis waiting

Dev_Fadnavis MUSLIMS COULD BE SOCIALLY MARGINALIZED FOR LONG RUN PROTEST AGAINST CAA ! HINDUSTAN IS VIRTUALLY A HINDU NATION AS PER TREATY SIGNED FOR INDEPENDENCE BUT CONG-DYNASTY BECAME DISASTROUS FOR HINDUS !

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

देवेंद्र फडणवीस के कार्यकाल में विपक्षी नेताओं के फोन टैपिंग के मामलों की होगी जांचमहाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने आरोप लगाया कि देवेंद्र फडणवीस ने विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

फडणवीस को SC से राहत, अब खुली अदालत में होगी 'झूठे हलफनामे' की सुनवाईमहाराष्ट्र में जो घोटाला हुआ है नव हजार करोड़ रुपए का तो उसके बारे में भी जरा दिखाइए आज तक वालो 😉😂😁😀Supreme Court 😉😃😂😁 court ab nhi kehna chahiye हिंदुस्तान में किसी एक नेता का नाम बताओ जो अपना गुनाह नहीं छुपाता
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

भारत ने आतंकवाद की साझा परिभाषा पर सहमत नहीं होने पर UN की आलोचना कीभारत (India) ने आतंकवाद (Terrorism) की साझा परिभाषा पर सहमत होने में संयुक्त राष्ट्र (United Nations) की अक्षमता और इस वैश्विक आफत से निपटने में सामंजस्यपूर्ण तथा अच्छी तरह से समन्वित नीति बनाने में इसकी नाकामी को लेकर विश्व निकाय की आलोचना की है. आतंकवाद का दूसरा नाम NDTV है 😜😜😂😂🤣🤣🤣 बकवास संगठन है, RSS आतंकवाद भारतीय आतंकवाद की बुनियाद है
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

devendra fadanvis: उद्धव से फडणवीस की अपील- सरकारी विज्ञापनों में सुनिश्चित करें प्रधानमंत्री की फोटो - ensure maha govt's ads carry pm's photos fadnavis to uddhav | Navbharat TimesMumbai Political News: सीएम उद्धव को लिखे पत्र में फडणवीस ने कहा, ऐसा देखा जा रहा है कि राज्य सरकार के विज्ञापनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीरें नहीं हैं। सुप्रीम कोर्ट ने 13 मई 2015 और 18 मार्च 2016 के अपने आदेशों में सभी सरकारी विज्ञापनों में प्रधानमंत्री की तस्वीर को भी जगह देने का जिक्र किया है। कोई फ़ोटो नही ,हर समय फ़ोटो ही फ़ोटो चाहिए कभी काम करने की बोल दिया करो प्रधानमंत्री जी को।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

मनोज तिवारी: एक 'भोजपुरी' चेहरा जो दिल्ली की राजनीति में वजूद की लड़ाई लड़ रहा हैमनोज तिवारी दिल्ली का राजनीति का वह नाम हैं जिसे उनके गानों के जरिए पूरे भारत में सुना जाता है. फिलहाल पिछले कुछ सालों से यह भोजपुरी चेहरा दिल्ली की राजनीति में अपने वजूद की लड़ाई रहा है. वह उत्तरी-पूर्वी दिल्ली सीट से दूसरी बार लोकसभा पहुंचे हैं. अबकी बार 67 पार वो दिल्ली का जनता मु्र्ख ही होगा जो केजरीवाल को वोट ना देकर किसी और को देगा अब २०२० में छिनने वाली है !
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

इमरान ख़ान ने फिर की मोदी सरकार की तुलना नाज़ियों सेपाकिस्तान के प्रधानमंत्री बीबीसी को एक ख़ास इंटरव्यू में एक बार फिर मोदी सरकार, बीजेपी और आरएसस को निशाने पर लिया. नियाजी को नियाजी ही दिखेगा। एक बार ठीक से देख लेंगे मोदी जी तो ये हग देगा। विपरीत बुधी विनाश काले , इमरान को केवल अपनी आर्थिक स्थिति पर एकाग्रचित होकर लग जाना चाहिये, वरना इण्डिया से कम पाकिस्तान से उसको ज़्यादा ख़तरा है ।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »