सीरम संस्थान: बच्चों के लिए नोवावैक्स टीके का करेगा ट्रायल, सितंबर तक देश में लाएगा कोवावैक्स

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 42 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 20%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सीरम संस्थान: बच्चों के लिए नोवावैक्स टीके का करेगा ट्रायल, सितंबर तक देश में लाएगा कोवावैक्स LadengeCoronaSe Coronavirus Covid19 CoronaVaccine OxygenCrisis OxygenShortage PMOIndia MoHFW_INDIA ICMRDELHI

योजना बना रहा है। बता दें कि नोवावैक्स का कहना है कि एक व्यापक अध्ययन में उसका टीका कोविड-19 के खिलाफ अत्यधिक प्रभावी पाया गया है और यह वायरस के विभिन्न स्वरूपों से भी बचाता है। कंपनी का कहना है कि यह टीका कुल मिलाकर 90.

उन्होंने कहा था, लेकिन जो तथ्य आज के लिए इस टीके को प्रभावी बनाता है वह यह कि टीके का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जाएगा। कि सीरम इंस्टीट्यूट की ओर से तैयारी का काम पहले ही पूरा कर लिया गया है और वे व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त बनाने के लिये परीक्षण कर रहे हैं जो पूर्ण होने के उन्नत चरण में है।

नोवावैक्स प्रायोगशाला में बनाए गए उस प्रोटीन की प्रतियों से तैयार की गई है और यह अभी बड़े पैमाने पर इस्तेमाल हो रहे कुछ अन्य टीकों से अलग है। इस टीके को फ्रिज के मानक तापमान पर रखा जा सकता है और यह वितरण करने में आसान है।भारतीय सीरम संस्थान बच्चों के लिए नोवावैक्स टीके का क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने की योजना बना रहा है। सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि संस्थान इस कोविड-19 रोधी टीके का ट्रायल जुलाई से शुरू कर सकता है। इसके साथ ही सूत्रों ने बताया कि एसआईआई कोवावैक्स को भारत में सितंबर तक ला सकता है।...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

खुशखबर: छोटे बच्चों के लिए कोरोना के दो टीके शुरुआती परीक्षण में दिखे कारगरखुशखबर: छोटे बच्चों के लिए कोरोना के दो टीके शुरुआती परीक्षण में दिखे कारगर CoronaVaccine CoronaInChildrens CoronaThirdWave
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

कोवैक्सिन में गाय के बछड़े का सीरम!: कांग्रेस नेता ने शेयर किया RTI का जवाब, बोले- मोदी सरकार को पहले बताना था कि वैक्सीन के लिए बछड़े मारे जा रहेकोवैक्सिन बनाने में गाय के बछड़े के सीरम का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए 20 दिन से भी कम के बछड़े की हत्या की जाती है। ये दावा कांग्रेस के नेशनल कॉर्डिनेटर गौरव पांधी ने बुधवार को किया है। पांधी ने एक RTI के जवाब में मिले दस्तावेज शेयर किए। उन्होंने दावा किया है कि यह जवाब विकास पाटनी नाम के व्यक्ति की RTI पर सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने दिया है। | Coronavirus Covaxin Vaccine Making Process Update Bharat Biotech Uses Calf Serum, कांग्रेस नेता ने शेयर किया RTI का जवाब, बोले- वैक्सीन के लिए 20 दिन के बछड़े को मारना जघन्य अपराध PMOIndia GauravPandhi आओ अंधभक्तो 2रु / ट्वीट कमाने का टाइम आ गया है। PMOIndia GauravPandhi JPNadda PMOIndia GauravPandhi Why are spreading fake news. Your title is misleading
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

कोरोना महामारी की दूसरी लहर में बच्चों और युवाओं के अधिक प्रभावित होने की धारणा गलततीसरी लहर आने पर बच्चों के ज्यादा प्रभावित होने की आशंका के बीच सरकार ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि बच्चों के बीच गंभीर संक्रमण होने का संकेत देने के लिए कोई ठोस सुबूत नहीं है लेकिन फिर भी सभी आयु वर्ग के लोगों को सतर्कता की आवश्यकता।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

कोरोना जैसे लक्षण होने पर खुद ही न बनें डॉक्टर, एडल्ट के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाएं बच्चों के लिए सुरक्षित नहीं, सरकार ने जारी की गाइडलाइंसभारत न्यूज़: कोरोना महामारी के दौरान देखा गया कि कुछ लोगों ने हल्के-फुल्के लक्षण पर बिना डॉक्टर की सलाह के बाजार में उपलब्ध दवाओं का सेवन करना शुरू कर दिया। बिना डॉक्टर की सलाह के दवा लेना घातक हो सकता है। बच्चों को लेकर तो बिल्कुल भी जोखिम न लें। सरकार ने इसे लेकर गाइडलाइंस भी जारी की है।
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

आज की पॉजिटिव खबर: राजस्थान और बिहार के दो दोस्तों ने एक साल पहले बच्चों के लिए ऑनलाइन स्टार्टअप शुरू किया; अब तक एक हजार स्कूल जुड़े, 30 करोड़ का बिजनेसराजस्थान के सीकर के रहने वाले कपीश सराफ और बिहार के रहने वाले अमृतांशु कुमार, दोनों लंबे समय से दोस्त हैं। दोनों ने एक साथ इंजीनियरिंग और MBA की पढ़ाई की। इसके बाद दोनों ने अलग-अलग मल्टीनेशनल कंपनियों में 10 साल तक नौकरी की। पिछले साल दोनों ने अपनी नौकरी छोड़कर एक नया स्टार्टअप शुरू किया। जहां वे बच्चों को ऑनलाइन एक्स्ट्रा करिकुलम एक्टिविटी उपलब्ध कराते हैं। देशभर से 50 हजार से ज्यादा बच्चे उनके साथ... | Two friends studying from IIM started online startup leaving millions of jobs, 50 thousand children joined in a year, 30 crore business journalistibm Rajsthan state open board ke bacho ke exam 🙏 ke bare me jald se jald faisla h apse request h bacho ke 1 saal ka saval h 🙏🙏 ashokgehlot51 GovindDotasra shiksha_vibhag1 rbseboard RbseAjmer rajeduofficial journalistibm जैसा कि सरकार ने कुक कम हैल्परो के वेतन में 10% बढ़ोतरी कि वो 10% आप अपने पास रखे हमे 15 महीनो से वेतन नही मिल रहा है वो वेतन दिया जाये आपकी सरकार वेतन देने मे असफल है 132 रू मासिक रूपये बढ़ाकर इन गरीबो को बेवकुफ बनाना बन्द करे RajCMO ashokgehlot51 राजस्थान सरकार 👆👆
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

रुक्मिणी बनर्जी का कॉलम: महामारी के दौर से गुजर चुके बच्चों के मन की बात सुनें, यह जानना-समझना बहुत जरूरी है कि बच्चों के मन और सोच पर क्या असर हुआ है?कोई शहर, कोई गांव, मोहल्ला नहीं बचा होगा, जहां कोरोना महामारी ने अपने पैर न पसारे हों। हर परिवार ने घर या पड़ोस में, कोरोना के कहर को झेला है या देखा है। इस पूरे दौर का बच्चों पर क्या असर हुआ होगा? घर-घर में तनाव, परेशानी, दुःख, बेबसी, बच्चों पर इनकी परछाई कैसी पड़ी है? बच्चों ने क्या समझा? क्या सोचा? क्या कोविड के इस दौर से मिले गहरे घावों का असर बच्चों के दिलो-दिमाग पर रह जाएगा?\nचिकित्सक मानते हैं... | Listen to the mind of the children who have gone through the epidemic, it is very important to know what has been the effect on the mind and thinking of the children?
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »