सऊदी अरब के समर्थन में आया पाकिस्तान, अमेरिका ने उठाई थी उंगली - BBC News हिंदी

  • 📰 BBC News Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 27 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सऊदी अरब के समर्थन में आया पाकिस्तान, अमेरिका ने उठाई थी उंगली- उर्दू प्रेस रिव्यू

के अनुसार संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका ने एलओसी पर संघर्ष विराम का स्वागत किया है और जो बाइडन प्रशासन ने भारत और पाकिस्तान पर ज़ोर दिया है कि इस मामले में सीधे बात की जाए.

भारत और पाकिस्तान ने 24-25 फ़रवरी की दरम्यानी रात से लाइन ऑफ़ कंट्रोल पर संघर्ष विराम की घोषणा की है. लेकिन उसके बावजूद दोनों देश बयानबाज़ी में कोई कमी नहीं कर रहे हैं. सरकार ने एक अध्यादेश लाकर ओपन बैलट से चुनाव कराने का फ़ैसला किया था लेकिन विपक्षी पार्टियों ने इसका विरोध किया है और मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुँच गया.

विपक्ष ने चुनाव के दौरान धांधली का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से इसे रद्द करने की माँग की थी. चुनाव आयोग ने विपक्ष की माँग तो स्वीकार कर ली है लेकिन अब सरकार आयोग के इस फ़ैसले को चुनौती दे रही है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Inhe bhikh bhi to chahiye...😜

इनके समर्थन में चीन भी आ जाएं मैदान में.!!

किसी भी देश में सबसे ज्यादा सुरक्षित जगह दूतावास होता है,अगर किसी भी देश के दूतावास में हत्या जैसा जघन्य अपराध अगर हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? किसी के पक्ष या विपक्ष की नहीं बल्कि न्याय और हक की बात होनी चाहिए,

Even though he rebuked him, he throws supports for him. Shameless

JoeBiden ke haantho hi iran ki barbaadi likhi hai allah ne

उससे पहले कोई और गया था फेकू

Even , Pakistan has courage to take stand..while our coward PM narendramodi .. na koi ghusa h...n koi kisi ne kabja kiya h..😅

क्यों बे तू नहीं गया समर्थन में साऊदी के चला जाता।😂😂😂

😂😂😷 Ohhoo Ab ye beggers PAKISTANI Soudi Arabia ko 😂Tel lgana start kr diye ....🤔

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 18. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

सऊदी अरब में हमलों के बाद कच्चे तेल के दाम 70 डॉलर के पार - BBC Hindiशुरुआती एशियाई व्यापार के दौरान मई के लिए ब्रेंट क्रूड के दाम 71.38 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचे हैं जो 8 जनवरी 2020 के बाद सबसे अधिक है. कच्चे तेल के दामों में इतना उछाल कोरोना महामारी की शुरुआत के बाद पहली बार हुआ है. जब हिंदुस्तान जैसे देश की जनता पूरे भाव में तेल खरीदने को तैयार है! ओपेक देश क्यों कम में बेचकर नुकसान उठाएंगे? $200 hona chahiye
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर हमलों की गूँज भारत में - BBC News हिंदीयमन के हूथी विद्रोहियों ने हाल के दिनों में सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर हमले तेज़ किए हैं. इसका असर कैसे पड़ रहा है तेल की क़ीमतों पर, जानिए इस रिपोर्ट में. ये तो शेयरबाजार मे दल्ला लाभ मे! नही तो भारत आज भी अपने वाहन को30% सस्ता तेल पिला रा पर बौद्धजैन वादी- झाड़ा लगाने से, नजर धोखा! नागरिक नागरिक खारा!! इस विषय में आज से 20 साल पहले गोहर शाही जी भविष्यवाणी कर चुकें है कि दुनियाभर के तेल भंडारण नष्ट हो जायेंगे। तेल से चलने वालें सभी वाहन किसी काम के नहीं रहेंगे फिर वापिस घोड़ों का दौर शुरू हो जाएगा। Hallo ripple
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

Saudi Arabia | सऊदी अरब के रियाद तेल संयंत्र में ड्रोन हमला, कोई हताहत नहींदुबई। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में एक तेल संयंत्र पर ड्रोन हमला हुआ। इस हमले में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ। सऊदी की सरकारी समाचार समिति 'सऊदी प्रेस एजेंसी' ने बताया कि शुक्रवार हुए इस हमले में जान-माल का कोई नुकसान नहीं हुआ और तेल आपूर्ति बाधित नहीं हुई।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

सऊदी अरब: कच्चे तेल प्रतिष्ठानों पर मिसाइल और ड्रोन से हमला, कच्चे तेल के दाम बढ़ेसऊदी अरब में पेट्रोलियम प्रतिष्ठानों पर हमलों के बाद पहले से ही लगातार तेजी से चढ़ रह वैश्विक कच्चा तेल बाजार में कीमतों ड्रोन बंगाल से छोड़ा (फेंका) गया क्या? कृपया बताएं
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

सऊदी अरब के कफ़ाला सिस्टम में बदलाव लागू, जानें क्या बदलेगा - BBC Hindiसऊदी अरब ने पिछले साल नवंबर में जिस ‘कफ़ाला स्पॉन्सरशिप सिस्टम’ का वादा किया था, वह रविवार को आधिकारिक रूप से लागू हो गया है. इस बदलाव का असर क़रीब एक करोड़ विदेशी मज़दूरों पर पड़ सकता है. कोई खास फायदा नहीं हुआ है ध्यान से पूरे बदलाव का अध्ययन करिए कफाला सिस्टम का, अभी भी कफील ही की मर्जी चलेगी
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »