शहादत को सलामः सतना में शहीद कर्णवीर सिंह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार; शिवराज ने किया एक करोड़ रुपये देने का एलान

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 26 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 14%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सतना में शहीद कर्णवीर सिंह का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार; शिवराज ने एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि, भाई को सरकारी नौकरी की घोषणा की MadhyaPradesh ChouhanShivraj

उनके बड़े भाई शक्ति प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी। इससे पहले शुक्रवार सुबह कर्णवीर का पार्थिव शरीर सतना के दलदल गांव पहुंचा। कर्णवीर की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं अन्य नेताओं ने भी दलदल गांव पहुंचकर शहीद के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान शिवराज ने कर्णवीर के भाई को सरकारी नौकरी और परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। दरअसल, कर्णवीर कश्मीर के शोपियां में टारगेट किलिंग की साजिश रच रहे...

उनके बड़े भाई शक्ति प्रताप सिंह ने मुखाग्नि दी। इससे पहले शुक्रवार सुबह कर्णवीर का पार्थिव शरीर सतना के दलदल गांव पहुंचा। कर्णवीर की अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ल एवं अन्य नेताओं ने भी दलदल गांव पहुंचकर शहीद के अंतिम दर्शन किए। इस दौरान शिवराज ने कर्णवीर के भाई को सरकारी नौकरी और परिवार को एक करोड़ रुपये की सम्मान निधि देने की घोषणा की। दरअसल, कर्णवीर कश्मीर के शोपियां में टारगेट किलिंग की साजिश रच रहे...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

तालिबान का दुनिया को आश्वासन, उसकी जमीन का दूसरे देशों के खिलाफ नहीं होगा इस्तेमाल15 अगस्त 2021 को काबुल पर तालिबान का कब्जा होने के बाद भारत के साथ उसके प्रतिनिधियों की यह दूसरी मुलाकात है। इसके पहले दोहा में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने तालिबान के राजनीतिक दल के मुखिया शेर मुहम्मद अब्बास स्टेनकजई से मुलाकात की थी। देखे कब तक टिकते है जुबान पर,दुनिया का अनुभव तो कुछ और ही कहता है,सावधानी सतर्कता मे हर्जा क्या है
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

सुप्रीम कोर्ट ने आसाराम के बेटे को फर्लो दिए जाने का हाईकोर्ट का फ़ैसला ख़ारिज कियागुजरात हाईकोर्ट ने 24 जून 2021 को आसाराम के बेटे नारायण साई को दो हफ्तों के लिए फर्लो दिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने अगस्त में इस पर रोक लगा दी थी, जिसे राज्य ने चुनौती दी थी. सूरत की दो बहनों द्वारा नारायण साई के ख़िलाफ़ दर्ज मामले में अदालत ने 2019 में साई को बलात्कार दोषी ठहराते हुए उम्रक़ैद की सज़ा सुनाई थी.
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »

तालिबान ने आत्मघाती हमलावरों के परिवार को दिया इनाम, बताया इस्लाम का 'हीरो'तालिबान अब अपने आत्मघाती हमलावरों के परिवारों को इनाम के रूप में पैसे दिए हैं। साथ ही जमीन देने का भी वादा किया है। इन सुसाइड हमलावरों ने पश्चिमी देशों की सेनाओं पर कई हमले किए थे। जिसमें दर्जनों जवानों की मौत हो गई थी।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

यूपी सरकार की याचिका पर ट्विटर इंडिया के पूर्व एमडी मनीष माहेश्वरी को SC का नोटिसबता दें कि कर्नाटक हाईकोर्ट ने ट्विटर इंडिया के एमडी मनीष माहेश्वरी को बड़ी राहत देते हुए यूपी पुलिस के उस नोटिस को रद्द कर दिया है, जिसमें उनको जांच के लिए बुलाया गया था.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

मध्य प्रदेश के सरकारी कर्मचारियों को दीवाली का तोहफा, अगले महीने से मिलेगा बढ़ा हुआ भत्ता20 प्रतिशत महंगाई भत्ता होने के बावजूद मध्यप्रदेश के सरकारी कर्मियों को केंद्र सरकार के कर्मियों से करीब 11% कम भत्ता मिलेगा। हालांकि पहले यह अंतर 16 प्रतिशत का था।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

लोभ का बंधन - परमात्मा के न्याय में विश्वास का समाप्त हो जानालोभ का अर्थ है परमात्मा के न्याय में विश्वास का समाप्त हो जाना। लोभ मनुष्य को गुणों और धर्म से दूर करता है। जब प्रगति की इच्छा स्वाभाविक न रहकर व्यसन बन जाती है तो लोभ की परिभाषा बन जाती है। परमात्मा के न्याय में विश्वास अर्थात प्रेम व संतोष को आत्मसात कर तथा लोभ व अहंकार को त्याग कर विश्व बंधुत्व के तहत और प्रकृति-धरती के अनुकूल समानता के अधिकार को प्रश्रय देकर जीव मात्र के अधिकारों की रक्षा करने के दायित्व को निभाना और धैर्य-पूर्वक व संतोष-पूर्वक जीवनयापन करना ।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »