वीर सावरकर पर सवाल उठाने वालो, कुछ तो शर्म करो : अमित शाह

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वीर सावरकर पर सवाल उठाने वालो, कुछ तो शर्म करो : अमित शाह AmitShah

 

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क्या सावरकर ने गांधी के बताए रास्ते पर चलते हुए अंग्रेजों से माफी मांगी थी?बुधवार को जिस किताब के लॉन्च के मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने गांधी जी की सलाह पर सावरकर के माफीनामे भेजने का जिक्र किया था उस किताब में दावा किया गया है कि महात्मा गांधी और सावरकर के बीच दो ही मुलाकातें हुईं थीं, लेकिन वैचारिक मतभेदों के बावजूद उनमें मनभेद नहीं था. Rajdeep creation क्या आज तक दलाल चैनल हैं.? आज तक कै सभी पत्रकार तलवे चाटते हैं. ? क्या आज तक कभी सर्वोत्तम बन पाएगा..? क्या आज मोदी की दलाली छोड़ गरीबो की दुख की बात कर पाएगा..? इसको ( )इस्तैमाल करके आप कुछ भी लिख सकते हैं. नहीं गाधीं बोटम था गाड मरवाता था
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

ओवैसी के बयान पर बोले सावरकर के पोते- देश में एक ही राष्ट्रपिता नहीं हो सकतादेश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में कहा था कि, वीर सावरकर ने महात्मा गांधी के कहने पर ही जेल से अंग्रेजों को माफीनामा लिखा था। पिता एक ही होता है ना उसी प्रकार राष्ट्रपिता महात्मा गांधी.
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

सावरकर पर विवाद क्यों​​इस देश को लेकर, इसकी संस्कृति, इतिहास और भविष्य को लेकर, देश की आजादी के लिए लड़ी जा रही लड़ाई को लेकर उस दौर के हर महापुरुष की अपनी एक समझ, अपना एक नजरिया था जिस पर आधारित उनकी खास रणनीति थी। यह रणनीति अगर भगत सिंह को फांसी के फंदे की ओर ले गई तो उस दौर में भी उनके तमाम साथियों की उस पर सहमति ही नहीं थी। वास्तविक लड़ाई लड़ने वाले जान की परवाह किए बगैर हंस हंस कर फांसी के फंदे पर झूलते रहे, दिखावा करने वाले तब भी मलाई खाते रहे और आजादी के बाद भी मलाई खा रहे हैं। आश्चर्य होता है कि लोगों को गोली मारने,फांसी देने और जिंदा गाड़ने वाले अंग्रेज एक धोती पहनकर नाचने वाले का दोस्त थे? Some Historical Facts: Savarkar was lodged in the Cellular Jail on July 4, 1911. Within six months, he submitted a petition for mercy. His second mercy petition was submitted on November 14, 1913. Gandhi Ji returned to India from South Africa only on January 9, 1915 goraspuppet गांधी जी बामण वाद से भागते रहे पर सरदार उन्हे तकनिकी रोकते रहे! मै बढा तू घटा, मे! और जवाहर न्याय पाते रहे भारत बढता रहा! 2
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

सावरकर-गांधी पर बहस में जुड़ा नया चैप्टर, आमने-सामने आए दोनों के पोते-परपोतेआज तुषार गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर पर रक्षा मंत्री राजनाथ की टिप्पणी पर अपनी बात रखी.आरोप लगाया कि राजनाथ सिंह ने पूरा सच नहीं बताया. तुषार गांधी ने कहा कि सच ये है कि सावरकर की शख्सियत महान नहीं बल्कि अंग्रेजों से माफी मांगने वाले शख्स की है. सावरकर तो अंग्रेजों की पेंशन पर जीवन यापन करते थे तो महान कैसे हो सकते हैं? तुषार गांधी के बयान ने सावरकर पर जारी विवाद में नया चैप्टर जोड़ दिया. सवाल यही है कि आखिर सावरकर की माफी को लेकर इतनी कंट्रोवर्सी और कंफ्यूजन क्यों है?आज इसी मुद्दे पर मेरे आमने-सामने होंगे महात्मा गांधी के परपोते तुषार गांधी और सवारकर के पोते रंजीत सावरकर. देखें वीडियो. बहस करके जिंदा कर दो is bahas krane wale ko, sharm aani chahye ,lekin nhi ayega sharm .kiu ki gandhi ji ka ek pota tushar gandhi ,aur sawarkar ke 2 ek ka rishta khun se dusri wali POTI fitrat aur soch se . अरे नीच मीडिया इन सब को छोड़कर कुछ पेट्रोल डीजल एलपीजी के दाम पर ही बहस कर लिया करो
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सावरकर के मुद्दे पर मोहन भागवत बोले- 2014 तक सच को दबाया गया, RSS संग रिश्तों पर कही ये बातउन्होंने कहा कि बाबा साहेब अंबेडकर सावरकर का सम्मान करते थे। उनके मत में अंतर था लेकिन वो एक-दूसरे को समझते थे। जैसा आज के नेताओं के बीच होता है, वैसा पहले नहीं था। Bas teri ho kami thi
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

दुनिया पर 226 ट्रिलियन डालर का कर्ज, जानिए भारत पर कितना?आइएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि राजकोषीय दृष्टिकोण के लिए जोखिम बढ़ गया है। टीके के उत्पादन और वितरण में वृद्धि विशेष रूप से उभरते बाजारों और कम आय वाले विकासशील देशों के लिए वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस तरह की दिक्कतें नुकसानदायक हैं। नही रे चाटरण मोदीजी के आने से सारा कर्ज खत्म कर दिया इसलिए तो पेट्रोल डीजल के दाम ज्यादा लेने लगे थे।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »