शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद ने ट्रेनिंग कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है. शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जव्वाद और सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा जैसे बुद्धजीवी, लोगों को हथियार खरीदने की नसीहत दे रहे हैं. इसके लिए बाकायदा लखनऊ में 26 जुलाई को एक कैंप भी लगाया जाएगा, जिसमें अल्पसंख्यक समुदाय को हथियार खरीदने के तरीके के बारे में जानकारी दी जाएगी.
मॉब लिंचिंग करने वालों का कोई ईमान धर्म नहीं होता है. मौके का फायदा उठाकर कुछ लोग भीड़ को मरने और मारने के लिए उकसा देते हैं. इनके खिलाफ कानून भी है और कानून अपना काम भी करता है. लेकिन सवाल ये है कि इस भीड़ के खिलाफ अगर हथियार उठाने की वकालत की जाएगी, तो क्या हम हिंसक समाज की ओर कदम नहीं बढ़ा रहे हैं?ये अपने आपमें बड़ा सवाल है, ये सवाल इस लिए उठ खड़ा हुआ है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट के वकील महमूद पराचा ने लखनऊ पहुंचकर शिया धर्मगुरु कल्बे जव्वाद से मुलाकात की.
वहीं जाने माने वकील और ऑल इंदिया पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंमबर जफरयाब जिलानी कहतें हैं कि हथियार रखने के लिए लोगों को जानकारी देना कोई गलत बात नहीं हैं. वो कहतें हैं कि अपनी जान बचाने के लिए आप किसी भी हद तक जा सकते हैं.वहीं भाजपा सरकार में मंत्री मोहसिन रजा कहतें हैं कि ऐसे पढ़े लिखे लोगों से ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती. वो लोगों को शिक्षित करने की बात कहते तो समाज सुधर जाता लेकिन वो इस बात का जवाब दें कि इस मॉब लिंचिंग की मॉब लॉंचिग किसने की थी. वो तो कांग्रेस की सरकार में शुरू हुई थी.
भीड़ की कोई शक्ल नहीं होती और इसी बात का फायदा हमेशा मॉब लिंचिंग करने वाली भीड़ उठाती है. अब इस उन्मादी भीड़ के खिलाफ हथियार लेकर चलने को उकसाने की क्या ये कोशिश नहीं है. क्या डर इस बात का नहीं है? अगर कानून हर हाथ का खिलौना हो जाएगा तो फिर पुलिस, अदालत और इंसाफ जैसे शब्द के मतलब क्या रह जाएंगे?
मतलब मीडिया ने कम दिखाया जहर तो और ज्यादा ही भरा हुआ है इनके दिमाग में !!
The neighbors will get more crowded soon if this continues
कोई बात नहीं , हिन्दुओं के घर में सांप मारने के लिए लाठी तक नहीं रहता है , इसी बहाने कुछ हथियार तो वे खरीद लेंगे । आप ऐसे ही भड़काउ बयान देते रहें ...... फायदा हो रहा है ।
कुछ विशेष लोग जो कहते हैं, उसके भावार्थ पर नहीं जाना चाहिए। ना ही उनके कथन का विश्लेषण ही करना चाहिए।🤔
जब इनकी सुन्नी मारते है तब ये हथियार नहीं निकालते हैं। पाकिस्तान में देखो शिया और अहमदियों की क्या हालत है। रोज इनकी मस्जिद में जाकर बम फोड़ देते है।
Ese logo K against govt strong action le jo khuleaam desh mai vidroh fela rahe hai 😠✋
Why say such word. Action immediately.
गलती तुम्हारी नहीं है कल्बे, गलती राजनीतिक महत्वाकांक्षा के लिए निकले ' सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास ' सूत्र का है।
कैसे भी पेश की हो रानी लक्षमी बाई का नारा था ,,दिलो दिमाग मे बैठा है,,, अपनी लाशो तारीख को आबाद रखेंगे वो लड़ाई होगी जो दुश्मन याद रखेंगे,,,, खास कर 15 मिनट वाले ,,,,,,,,
Lgtaa tu india ko siriyai bnaayegaa
एक अकेला जव्वाद मिया ही सही है और बाकी सब नासमझ
Message already passed openly.. Direct action plan
श्री M_PRACHAयाद रखना भारत का हिन्दू सदियों से शांति चाहता था इसीलिए जिस की मर्ज़ी हुई उस ने राज्य किया।अभी भी हम शांति चाहते है खासकर जब मोदीजी सब का साथ सब का विकास और सब का विश्वास।पर अब मुसलमानों को हिन्दू के खिलाफ हत्यार उठाने के लिए कहता,याद रख हिन्दू ने चूड़ियां नही पहनी
तू ही सही तरीके से बता दे
दोगला है। दोगला।
Yese mulo ko pkad ke inke pichwade me he Bhom dal ke udaa do
फट गई लगता है!!😀😀
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