मुंबई: शुक्रवार रात से आरे कॉलोनी के 2,134 पेड़ काटे गए

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मुंबई: शुक्रवार रात से आरे कॉलोनी के 2,134 पेड़ काटे गए Mumbai AareyColony TreesFelling MetroCarShedProject मुंबई आरेकॉलोनी पेड़ोंकीकटाई मेट्रोकारशेडप्रोजेक्ट

मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने बीते शुक्रवार से 24 घंटे के भीतर आरे मिल्क कॉलोनी के करीब 2,134 पड़ों को काट दिया है.बॉम्बे हाईकोर्ट द्वारा आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई के फैसले को चुनौती देने वाली याचिकाओं को खारिज करने के बाद से ही एमएमआरसीएल ने पेड़ काटने की प्रक्रिया शुरु कर दी थी. महाराष्ट्र सरकार के इस कदम का मुंबई समेत देश भर में व्यापक विरोध हो रहा है.

अखबार के मुताबिक एमएमआरसीएल ने मेट्रो कार शेड बनाने के लिए 2,646 पेड़ों को काटने की कार्रवाई को अंजाम देने के लिए 70 लोगों की एक टीम भेजा था. बीते शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से फैसला आने के बाद रात को नौ बजे से दो घंटे के भीतर एमएमआरसीएल ने इलेक्ट्रिक मशीन से 450 पेड़ों को काट दिया था. हालांकि स्थानीय लोगों द्वारा विरोध के बाद कुछ देर तक इस प्रक्रिया को रोक दिया गया था. लेकिन बाद में पुलिस की मदद से शनिवार रात नौ बजे तक में आरे कॉलोनी के करीब 2,134 पेड़ों को काट दिया गया.

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने शुक्रवार रात से अभी तक 40 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.ने उत्तरी मुंबई के हरित क्षेत्र में मेट्रो की पार्किंग बनाने के लिये पेड़ों की कटाई के खिलाफ दायर चार याचिकाओं को खारिज कर दिया था. इसके कुछ घंटों बाद मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने शुक्रवार देर रात पेड़ों की कटाई शुरू कर दी थी.

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R U LIVING A C ROOM OR NOT IF YES THAN Do NOT PLAY DRAMA

भारत माता की जय

NGT kaha soya hai aajkal

इस बस्ती में इंसान की कीमत कुछ भी नहीं... तुम पेड़ की क्या बात कर रही हो...

supremcourt now you can give decision.. We already completed the task..at night. Thank you

Really true lover TreeLover

Dukhad

वाह जी वाह पेड़ कटने का इतना दुःख की पूरे देश की इंसानियत जाग गई और 80 लाख कश्मीरी बे मोत मर रहे हैं उनकी ज़िन्दगी अज़ाब बनादी तो किसी की इंसानियत नहीं जागी

कुछ दिनों पहले पेपरलेस होने के लिये किसी ने पेपर के लिये पेड़ों की कटाई और पयाॅवरण पे इसके परिणाम का जिक्र किया था! कौन था वह?

हत्यारी जब सरकार ही है तो फिर क्या कहने।

सत्ता और कोर्ट दोनों मिल कर काम कर रहे हैं। उन्हें पता था कि छुट्टी से पहले पेड़ काटने की इजाजत दी जाए और

I dream today morning suppose iff suprime court agree with protester then how those authority plant such a big number of plant...

Very sad

PMOIndia डिसकवरी पे बड़ी बड़ी बाते करने वाले हमारे देश के प्रिय प्रधानमंत्री या सेवक या चौकीदार मुम्बई में इतने पेड़ काटने का दुख नही मनाएंगे?

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