क्या है आरे कॉलोनी विवाद, जिस पर मुंबई में बवाल मचा हुआ है

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 69 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 31%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

जानिये कैसे हुई विवाद की शुरुआत

मायानगरी मुंबई एक बार फिर चर्चा में है. वजह कोई फिल्म नहीं, पर्यावरण और मुंबई मेट्रो है. हाई कोर्ट के आदेश के बाद प्रशासन ने इलाके में पेड़ों की कटाई शुरू कर दी है. लोगों ही नहीं, मीडिया के प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी गई है. चिपको आंदोलन की तर्ज पर प्रदर्शन कर रहे 'सेव आरे ' मुहिम से जुड़े पर्यावरण प्रेमियों को खदेड़ दिया गया है.

बड़ी मशीनों का उपयोग कर 24 घंटे से भी कम समय में लगभग एक हजार पेड़ काटे जा चुके हैं. यह काम ऐसे समय पर हो रहा है, जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़ा है. भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना गठबंधन में भी इस विषय पर दरार पड़ गई है. वर्ली सीट से शिवसेना उम्मीदवार आदित्य ठाकरे ने भी पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे लोगों का समर्थन किया है.सन 2014 में शुरू हुए मुंबई मेट्रो प्रोजेक्ट का पहला फेज जनता के लिए खुला तो बात विस्तार की चल निकली. विस्तार के लिए अब जरूरत पड़ी पार्किंग शेड की.

शेड बनाने के लिए खुला मैदान चाहिए था और इसके लिए जरूरी थी पेड़ों की कटाई. विरोध को देखते हुए राज्य सरकार ने मेट्रो कंपनी से कोई और लोकेशन देखने को भी कहा, लेकिन मुंबई जैसे घनी आबादी वाले शहर जहां लोगों को रहने के लिए एक बिस्तर का स्थान तलाशने में जद्दोजहद करनी पड़ती है, मेट्रो शेड के निर्माण की जगह भला कहां मिलती. लौटकर चिड़िया फिर उसी डाल पर आ गई.मेट्रोमैन ई श्रीधर ने भी महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर मेट्रो को इको फ्रेंडली बताया.

वन विभाग ने आरे कॉलोनी इलाके को जंगल मानने से ही इनकार कर दिया और इसके बाद एनजीटी ने उस इलाके में केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र वाली जमीन को छोड़कर राज्य की भूमि पर निर्माण को 'ग्रीन सिग्नल' दे दिया. मतलब साफ, पेड़ों की कटाई को मंजूरी दे दी.एनजीटी से निराशा हाथ लगने के बाद अब आस बची थी कोर्ट से. पर्यावरण के क्षेत्र में कार्यरत जोरू भथेना ने पेड़ों को बचाने के लिए दो सितंबर के दिन बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

आरे कोलोनी मै 200 झाड कटने पर रोने वालो मोदीजी ने लाखो झाड कटने से बचाये है घरघर गेस दे के उज्वला योजना

E virodh ki nautanki karne wale kitne tree lagaye hai apni life me?

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

क्या है नागरिकता कानून जिसे बदलना चाहती है सरकार, करोड़ों लोगों पर क्या होगा इसका असरक्या है नागरिकता कानून जिसे बदलना चाहती है सरकार, करोड़ों लोगों पर क्या होगा इसका असर NRC NRCassam nrciscoming Citizenship currentaffairs AmitShah PMOIndia narendramodi PIBHomeAffairs AmitShah PMOIndia narendramodi PIBHomeAffairs रोहिंग्या घुसपैठिए बांग्लादेशी घुसपैठिए बाहर जाएंगे सिर्फ
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

क्या है 'भूलने का अधिकार', क्या आप भी ले सकते हैं इसका फायदाक्या है 'भूलने का अधिकार', क्या आप भी ले सकते हैं इसका फायदा internet interesting Facts currentaffairs gk generalknowledge PMOIndia GoogleIndia narendramodi
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

वायरल हुई मोदी और हिटलर की किताबों वाली ये तस्वीर...जानिए क्या है इसकी सच्चाई...सोशल मीडिया पर एक तस्वीर काफी वायरल हो रही है। दावा किया जा रहा है कि यह किताबें मुंबई एयरपोर्ट पर रखी हैं और इसमें सलाह दी जा रही है कि यदि आपको मोदी के बारे में पढ़ना पसंद हैं तो हिटलर को भी जरूर पढ़ें।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

क्या सरदार सरोवर विस्थापितों के लिए न्याय आदलती गलियरों में खो चुका लट्टू है?सरदार सरोवर विस्थापित : पाँच-पाँच न्यायिक आदेशों के बाद भी नहीं मिला मुआवज़ा, टिन शेड में रहने को मजबूर CMMadhyapradesh PMOIndia mphighcourt RahulGandhi यदि यह न्यूज़ सही है, तो न्यायिक व्यवस्था की भारतीय लोकतंत्र में क्या हैसियत है ? GandhijiAt150 क्या यही गांधीजी का किसान और उनका भारत है ?
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

'क्या इस्लामिक शिक्षाओं के मुताबिक सिर्फ अल्लाह की ही इबादत होती है और किसी की नहीं?'जस्टिस बोबड़े ने राजीव धवन से सवाल करते हुए पूछा- क्या इस्लामिक शिक्षाओं के मुताबिक सिर्फ अल्लाह ही पवित्र या दिव्य है, सिर्फ उनकी ही इबादत होती है और किसी की नहीं? ऐसे में बाकी वस्तु व जगह क्‍या पवित्र मानी जा सकती है. क्या मस्जिद की अपने आप में दिव्यता को लेकर किसी इस्लामिक विद्वान ने कुछ कहा है? बहुत पढ़ लिया जय श्री राम,अब थोड़ा सा पढ़ना है जय परशुराम बस सब ठीक सब समस्याएँ ही खत्म समझो ।
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

इन स्मार्टफोन्स पर बंद हो सकता है WhatsApp, क्या करेंअगर अपने स्मार्टफोन पर WhatsApp चलाते हैं तो आपके लिए यह जरूरी खबर है। कुछ स्मार्टफोन पर WhatsApp बंद हो सकता है। हर वर्ष WhatsApp उन स्मार्टफोन की लिस्ट निकालता है जिन्हें सपोर्ट बंद किया जाता है। यदि आपके आईओएस 8 डिवाइस पर WhatsApp अभी भी एक्टीवेट है तो आप इसका प्रयोग केवल 1 फरवरी 2020 तक ही कर पाएंगे।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »