'न्यूज़वर्दी' नाम की डिजिटल मीडिया संस्था चलाने वाली वरिष्ठ पत्रकार अनुभा भोंसले बताती हैं कि नियामक दिशा-निर्देशों का अपना महत्व है लेकिन सवाल यह है कि पूरी तरह उनका पालन कौन करता है?
वरिष्ठ मीडिया विश्लेषक और पत्रकार सेवंती नैनन अनुभा की बात को आगे बढ़ाते हुए कहती हैं, "1995 में भी सुप्रीम कोर्ट ने टीवी मीडिया से ख़ुद ही अपने लिए एक स्वतंत्र और सक्षम नियामक संस्था बानने की माँग की थी. लेकिन वह आज तक सम्भव नहीं हो पाया. आज हमारे पास एनबीएसए है जिसके दिशा-निर्देशों का पालन करने की बाध्यता नहीं है".
कई वरिष्ठ पत्रकार टीवी और प्रिंट से अलग होने के बाद अपने यूट्यूब चैनल चला रहे हैं, इनमें से ज़्यादातर लोग अपने डिजिटल कंटेंट को प्रसार देने के लिए सोशल मीडिया की मदद लेते हैं, इस तरह डिजिटल कंटेंट और सोशल मीडिया भी एक दूसरे से ऐसे जुड़ गए हैं कि उन्हें अलग करके नहीं देखा जा सकता. डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करने की कोशिश के बारे में मुकेश कुमार कहते हैं, "डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया का मूल चरित्र ही लोकतांत्रिक है, उसकी बहुत बड़ी चुनौतियाँ भी हैं लेकिन डिजिटल मीडिया को नियंत्रित करके अगर कोई भी सरकार आलोचना को रोकना चाहती है तो अदालत को समझना चाहिए कि ऐसा करना लोकतंत्र की मूल भावना के विपरीत होगा."
क्योंकि डिजिटल मीडिया से सरकार की बुरी तरफ से फट रही है 🏹
कानून का गलत इस्तेमाल कर रही मोदी सरकार
देश बेच कर लाखों का सूट बूट ऊपर से झूठ ही झूठ बोलने वाले का गोदी मीडिया गुनगान करने में लगा है, पर सत्यता डिजिटल न्यूज से मिल रहा है
क्योंकि वहाँ पर सरकार की पोल खुल रही है। इनका भी अंतिम संस्कार करने का दिन आ चुका है। RIP_IndianMedia
बहुत क़ाबिले तारीफ़ आर्टिकल.आज की सत्यता यही है
thewire_in ThePrintIndia livemint etc .. You people on Radar and no one can save you .after that Youtubers and twitteratis after that insta and whatsapp All within 6 months
Sab sarkaar ki muh maya h or kya
ajitanjum Ji sawal to accha keya ne 👏👏👌
भटकाना,लटकाना,घुमाना,टरकाना अंत मे टपकाना , यहीं नीति है..!
डिजिटल के माध्यम से चुनाव जीतने वालो कि अब डिजिटल से फट रही है।
बेन कर देना चाहिए
.... डिजिटल न्यूज और सोशल मीडिया पर अब अंधभक्त परास्त होने लगे हैं.....और सामान्य जनता की पहुंच और प्रभाव लगातार बढ़ रहा है ...इसलिए अब इनका कान उमेठने की तैयारी है !!!
मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए
पता नी?
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