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अमेरिका की मुद्रा व्यवहार निगरानी सूची: भारत का नहीं, घाटा अमेरिका का हीअमेरिका ने अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भारत को तगड़ा झटका दिया है। उसने भारत को ‘करंसी मैनिपुलेटर्स’ (मुद्रा के साथ छेड़छाड़ करने वाले देश) की निगरानी सूची या ‘मुद्रा व्यवहार निगरानी सूची’ में डाल दिया है।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »
‘देश ख़तरे में है’ का हौवा स्वतंत्र विचारधारा वालों को प्रताड़ित करने का बहाना हैदेश में 2017 से 2019 के बीच राष्ट्र विरुद्ध अपराधों के आरोप में प्रति वर्ष औसतन 8,533 मामले दर्ज किए गए. दुनिया का कोई देश अपने ही नागरिकों पर उसे नुकसान पहुंचाने के इतने केस दर्ज नहीं करता. अगर ये सब केस सच हैं तो दो बातें हो सकती हैं- या तो देश में असल में इतने गद्दार हैं, या देश के निर्माण में ही कोई मूलभूत गड़बड़ी है. Desh Khatare me hai RSS se aur BJP SE
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
दुनिया की सबसे बड़ी इकोनॉमी पर बढ़ रहा कर्ज: अमेरिका पर कुल $29 लाख करोड़ की देनदारी, भारत का भी है $216 अरब का कर्जविदेशी कर्ज में सबसे बड़ा हिस्सा चीन और जापान का है,मार्च 2020 में हर शख्स पर था 72,309 डॉलर का कर्ज | अमेरिका पर कुल $29 लाख करोड़ की देनदारी, इस पर भारत का भी है $216 अरब का कर्ज That’s the policy-America is 100 yr ahead in infrastructure thanks to these Loans, They developed the country-They r largest economy- largest in almost every field-Largest Loans don’t bother them. Every household has all facilities- Water, Electricity, Gas- what common man wants? मोदी है तो मुंमकीन है ट्रम्प भी तो मोदी के ही दोस्त थे
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »
अमेरिका की खरी-खरी : चीनी आक्रामकता का नतीजा है भारत-चीन सीमा पर तनावअमेरिकी रक्षा मंत्रालय (पेंटागन) की नीति संबंधी शीर्ष पद के लिए राष्ट्रपति बाइडन द्वारा नामित कोलिन कहल ने सीनेट की
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
अफगानिस्तान : क्या है अमेरिका के ‘बीस्ट आॅफ कंधार’ का सचअमेरिकी सेना ने पहली बार माना है कि उसने अपने घातक मानव रहित विमान (यूएवी) आरक्यू-170 की तैनाती अफगानिस्तान में की थी।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »