भारतीय रेल का किसानों को तोहफा, फल-सब्जियों के लिए शुरू होगी 'किसान रेल' सेवा

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 29 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 15%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

भारतीय रेल का किसानों को तोहफा, फल-सब्जियों के लिए शुरू होगी 'किसान रेल' सेवा KisanRail RailMinIndia PiyushGoyal

रेलवे ने बृहस्पतिवार को कहा कि ऐसी पहली रेलगाड़ी महाराष्ट्र के देवलाली से बिहार के दानापुर के बीच चलेगी।

रेल मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘इस साल के बजट में जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों के लिए बेहतर आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने के वास्ते ‘किसान रेल’ चलाने की घोषणा की गई है.

वातानुकूलन की सुविधा के साथ फल एवं सब्जियों को लाने ले जाने की सुविधा का प्रस्ताव पहली बार 2009-10 के बजट में उस समय रेल मंत्री रहीं ममता बनर्जी ने किया था, लेकिन इसकी शुरुआत नहीं हो सकी। रेल मंत्रालय ने एक वक्तव्य में कहा, ‘इस साल के बजट में जल्दी खराब होने वाले कृषि उत्पादों के लिए बेहतर आपूर्ति श्रृंखला स्थापित करने के वास्ते ‘किसान रेल’ चलाने की घोषणा की गई है.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

RailMinIndia PiyushGoyal यह कैसा कानून है जिससे मासूम बच्चों की जान पर खेलकर CBSE compartment exam लेगी। मतलब जान से बढ़कर नियम हो गए इन लोगो के लिए , शर्म आती है हमे भारत की शिक्षा नीति पर 😢 Canclecompartment2020 DrRPNishank cbseindia29 cbseindia29 PMOIndia narendramodi

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

किसानों के लिए खुशखबरी : कल से शुरू होगी 'किसान रेल', जानिए किन राज्यों को होगा फायदाकोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच किसानों द्वारा उपभोक्ताओं को फल, सब्जी इत्यादि की आपूर्ति करने के लिए मध्य रेल (Central Railway) किसान पार्सल रेल चलाने जा रही है. किसान रेल की शुरुआत 7 अगस्त यानी कल से होगी. पहली किसान रेल सुबह 11 बजे से चलेगी. ऐसे बोल रहे हो जैसे 20लाख करोड़ आ रहे किसानों के लिए😂🤣🤭 किसान को कुछ नहीं मिलता किसान को तो यह भी नही पता होता की उस की फसल का बीमा किस कंपनी ने किया है किसान के तो खाते से बस पैसे काट लिए जाते है फसल बीमा के नाम पर यह बहुत बड़ा घपला हो रहा है जय जवान जय किसान TejasChandrak12
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

पंजाब के अड़ंगे के बाद बोले कमलनाथ, एमपी के बासमती चावल को मिले जीआई टैगReporterRavish Chutiyo take tution from republic arnab5222
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

राम मंदिर आंदोलन के वो बड़े चेहरे जो नहीं बन पाएंगे भूमिपूजन के पलों के गवाहप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भूमि पूजन के साथ ही राम मंदिर निर्माण का काम रफ्तार पकड़ लेगा. अस्सी के दशक के आखिर में और नब्बे की दशक के शुरू में जो कई बड़े चेहरे राम मंदिर आंदोलन की पहचान माने जाते थे, वे बुधवार को अयोध्या के आयोजन में नजर नहीं आएंगे. सब हैं कोरोना के कारण है Unhone kia nahin kia aur naam kisi or ka ho raha hai JaiShriRam
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

लॉकडाउन के कारण पाकिस्‍तान में फंसे 118 भारतीय 10 अगस्‍त को देश लौटेंगेये लोग कोरोना और लॉकडाउन की वजह से पाकिस्तान के अलग-अलग शहरों में फंसे हुए हैं. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने इसकी लिखित मंज़ूरी दे दी है. इससे पहले क़रीब 800 भारतीय अलग-अलग जत्थों में भारत लौट चुके हैं. 10 अगस्‍त को लौटने वाले 118 लोग भी वाघा सीमा के ज़रिए भारत लौटेंगे.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

मस्जिद की जगह मंदिर का निर्माण, भारतीय लोकतंत्र के चेहरे पर दाग़: पाकिस्तानप्रधानमंत्री नरेंद मोदी ने बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमि पूजन किया और आधारशिला रखी. Terrorist ke muh se democrate nahi achhi lagti he PKMKB BBCkmkb
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

कोविड महामारी के प्रकोप के चलते 17.5 करोड़ लोगों का रोजगार छिनने की आशंका : रिपोर्टसंयुक्त राष्ट्र के वर्ल्ड फूड प्रोग्राम ने कोविड-19 पर अपनी ताज़ा रिपोर्ट में आगाह किया है कि इस महामारी के प्रकोप की वजह से 17.5 करोड़ लोगों की नौकरियां जा सकती हैं. मैक्रो एनालिसिस ऑफ कोविड-19 - थ्रेट्स टू फ़ूड सिक्योरिटी एंड लाइवलीहुड इन एशिया एंड पैसिफिक नाम की अपनी रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि सिर्फ एशिया में 5.2 करोड़ अतिरिक्त लोग बेहद गरीब की श्रेणी में धकेले जा सकते हैं. Andhbkhton ko rojgar nahi mandir chahiye wo ounhe milgaya hai wahin bhik mange ge रवीश कुमार बरनोल लगा ले अगर कम पड़े तो चमचो से मांग लियो अरे अब सब छोड़ो रोजगार वोजगार, मंदिर बन जाएगा ना.... बस
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »