बिहारः नीतीश के शराब नहीं पीने की शपथ दिलाने का भी असर नहीं, नशे में धुत सरकारी अधिकारी और मुखिया गिरफ्तार

  • 📰 Navjivan
  • ⏱ Reading Time:
  • 70 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 31%
  • Publisher: 68%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

Bihar में सीएम NitishKumar द्वारा सरकारी अफसरों और जनप्रतिनिधियों को जीवन भर Alcohol नहीं पीने की शपथ दिलाने का कोई असर नहीं दिख रहा है। दरअसल हाल में दो अलग-अलग घटनाओं में कृषि विभाग का एक अधिकारी और एक गांव का मुखिया शराब के नशे के धुत पाए गए हैं।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर जीवन भर शराब नहीं पीने की शपथ लेने वाले सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधि इन दिनों शराब के नशे में धुत पाए जा रहे हैं। हाल ही में ऐसे दो वाकये सामने आए हैं, जिनमें कृषि विभाग का एक अधिकारी और एक गांव का मुखिया शराब के नशे के धुत पाए गए और इसी हालत में वाहन भी चला रहे थे।

पहली घटना अरवल जिले की है, जब बिहार कृषि विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार शाम मेहंदिया थाना क्षेत्र के जय बीघा गांव में एक पान की दुकान को टक्कर मार दी। इस हादसे में दुकान के अंदर मौजूद पान बेचने वाला घायल हो गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने चालक को काबू कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया। मेहंदिया पुलिस स्टेशन के एसएचओ अमित कुमार ने बताया कार चालक की पहचान बक्सर के कृषि अधिकारी और आरा के मूल निवासी पिंटू सिंह उर्फ ओम सिंह के रूप में हुई है। वह नशे की हालत में कार चला रहा था। उसकी जांच में ब्रीथ एनालाईजर में 151 प्वाइंट शराब की अत्यधिक मात्रा की पुष्टि हुई है। वह दुर्घटना के समय शराब के नशे में था और राष्ट्रीय राजमार्ग 139 के जरिए अपने पैतृक स्थान आरा लौट रहा था।

दूसरी घटना कटिहार जिले की है, जहां शुक्रवार रात एक नवनिर्वाचित मुखिया लापरवाही से वाहन चलाते हुए पाया गया। प्राणपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ राजीव कुमार झा ने कहा कि ग्राम प्रधान बहुत तेज गति से वाहन चला रहा था। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक कार के तेजी से जाने पर उसका पीछा किया गया और जब वाहन को रोककर उसकी जांच की गई तो वह नशे की हालत में पाया गया था। घटना के बाद आईपीसी की संबंधित धाराओं और शराबबंदी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया...

गौरतलब है कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली है। इसका मकसद लोगों को शराब छोड़ने और बिहार में मद्य निषेध कानून को सफल बनाने के लिए प्रेरित करना है।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 2. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस पहुंचाने के लिए OneWeb और Hughes में एग्रीमेंटवनवेब और ह्यूजेस नेटवर्क सिस्टम्स ने 6 साल के डिस्ट्रिब्‍यूशन एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए हैं। NDTVurfANTIBJP
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

मुंबई: बॉम्बे हाईकोर्ट के जज के चैंबर में मिला सांप, लोगों में दहशतन्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, बॉम्बे हाईकोर्ट के जज के चैंबर में सांप देखा गया। Baarat Ja rahi kya udhar बिगत दिनों से देख रहा हूं देश के चौथे स्तम्भ कहे जाने मीडिया को जो सिर्फ शासन सत्ता के इशारे से चल रही है जहाँ पूरा उत्तरप्रदेश कोरोना की तीसरी लहर से कांप रहा है ऐसे में uptet जैसी बड़ी परीक्षा कराई जा रही है ऐसे में बड़े़-बडे़ न्यूज चेनल मूक बने बैठे है।👏👏👏
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

दिल्ली में अभी नहीं हटेगा वीकेंड कर्फ्यू, केजरीवाल सरकार के प्रस्ताव से सहमत नहीं LG : सूत्रदिल्ली में अभी नहीं हटेगा वीकेंड कर्फ्यू, केजरीवाल सरकार के प्रस्ताव से सहमत नहीं LG एन डी टी वी हम तो पहले से ही जानते थे कि एल जी ने उल्टा ही मरना है , केजरीवाल को चाहिए था कि अभी वीकेंड कर्फ्यू नहीं हटेगा तो फौरन एल जी उसको हटा देता , जब एल जी है ही किराए का तो फिर हुकुम तो बजाना ही है, ' बेटी पटाओ' शब्द यदि राहुल गांधी के मुख से निकला होता तो अब तक मीडिया में भूचाल आ चुका होता । बेटी_बचाओ_बेटी_पटाओ
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

हर चरण में सिर्फ एक हफ्ते के चुनाव प्रचार के मूड में आयोग, 30 जनवरी के बाद ही चुनाव प्रचार में ढ़ील के संकेतकोरोना के बीच चुनाव सुरक्षित भी हो और उम्मीदवारों को जनता के बीच जाने का अवसर भी मिले इसे लेकर मंथन तेज हो गया है। ऐसे में हर चरण में एक हफ्ते तक प्रचार की छूट देने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

संघीय व्यवस्था के लिए ठीक नहीं IAS और IPS की प्रतिनियुक्ति पर विवादपश्चिम बंगाल के एक वकील ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर करके इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (कैडर) रूल्स 1954 के नियम 6 (1) को रद्द करने की मांग की है. यह नियम मई 1969 में जोड़ा गया था. PIL के अनुसार इस नियम की वजह से केंद्र सरकार राज्यों के मामले में बेवजह हस्तक्षेप कर सकता है, जिससे नौकरशाही की निष्पक्षता प्रभावित होती है.
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »

अखिलेश आजमगढ़ नहीं करहल से लड़ेंगे चुनाव, सीट के इतिहास में छिपी है फैसले की वजहUPElections | वैसे तो आजमगढ़ से लड़ना भी अखिलेश के लिए सेफ ही होता लेकिन करहल एक तो अपना किला है, ऊपर से कई और फायदे हैं |Vikas0207 AkhileshYadav
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »