फेल हुई केंद्र सरकार की रणनीति, सुप्रीम कोर्ट जाने और मध्यस्थता से किसानों का इनकार

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फेल हुई केंद्र सरकार की रणनीति, सुप्रीम कोर्ट जाने और मध्यस्थता से किसानों का इनकार PMOIndia nstomar FarmersProtest FarmersBill

बेहद गरम माहौल में हुई बातचीत में केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने से साफ इनकार कर दिया तो किसानों ने भी कानूनों की वापसी के अलावा किसी अन्य विकल्प पर विचार करने से मना कर दिया। केंद्र ने रणनीति अपनाई कि किसान सुप्रीम कोर्ट की बात मानने के लिए तैयार हो जाएं जिससे एक रास्ता निकाला जा सके, लेकिन किसान नेता इसके लिए भी तैयार नहीं हुए। उन्होंने कहा कि कानून वापसी ही एकमात्र रास्ता है।

किसान नेता प्रतिभा शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट की आड़ लेकर कृषि कानूनों को सही ठहराकर अपनी बात मनवाना चाहती है, लेकिन किसान इसके लिए तैयार नहीं हैं। किसानों को यह आशंका है कि केंद्र सरकार कानूनी दलीलों के सहारे अपनी बात को सही साबित कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो इससे किसानों की नकारात्मक छवि बनेगी कि किसान नेता सुप्रीम कोर्ट की बात को भी स्वीकार नहीं करना चाहते।

किसान नेता हन्नन मौला ने कहा कि वे अब यह तय नहीं करना चाहते कि ये कानून बनाना केंद्र के अधिकार क्षेत्र में है या नहीं, बल्कि वे इन कानूनों को किसानों के लिए हितकारी नहीं मानते और इसीलिए इनको वापस लेने की अपील कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई कानून किसी के लिए हितकारी है या नहीं, इसका निर्णय उस कानून से प्रभावित होने वाला वर्ग ही कर सकता है। सुप्रीम कोर्ट इसका निर्णय नहीं कर सकता। वह केवल कानूनों की वैधता की तकनीकी सुनवाई कर सकता है।आठवें दौर की बैठक से पूर्व केंद्र सरकार ने नानकसर गुरुद्वारे के...

किसान नेता प्रतिभा शिंदे ने कहा कि केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट की आड़ लेकर कृषि कानूनों को सही ठहराकर अपनी बात मनवाना चाहती है, लेकिन किसान इसके लिए तैयार नहीं हैं। किसानों को यह आशंका है कि केंद्र सरकार कानूनी दलीलों के सहारे अपनी बात को सही साबित कर सकती है। अगर ऐसा होता है तो इससे किसानों की नकारात्मक छवि बनेगी कि किसान नेता सुप्रीम कोर्ट की बात को भी स्वीकार नहीं करना चाहते।

 

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PMOIndia nstomar ये कथित गरीब किसान की असली योजना कृषि कानून वापसी नहीं शाहीन बाग -२ करना है.... ये लोग हर वो काम करेंगे कि सामान्य आदमी चरण पादुका से सम्मानित कर दे.... ये लोग केंद्र सरकार से भी यही उम्मीद लगाए बैठे हैं?

PMOIndia nstomar मोदी जी ने झूठ बोलने को कला का स्थान दिला दिया है 2014 से झूठ और जुमला बोल कर प्रधान मंत्री बन गए अब झूठ को मोदी जी भारत के घर घर पहुंचाने की कोशिश है की 2022 तक पूरा भारत झूठा बन जाए और हर घर में झूट बोला जाये कोई भी उनके झूठ पे सवाल न पूछे डरा हुआ किसान और भारत बनाने की कोशिश

PMOIndia nstomar Sirf punjab ke kisan pareshan hai baki desh mai kya kisan nhi h

PMOIndia nstomar किसान नेता जानते हैं कि कृषि बिल में कोई भी ऐसा कोई बिंदु है ही नही जिसे चेलेंज किया जा सके। कोर्ट में अगर जाएंगे भी तो क्या कहेंगे? यह केवल बिचौलियों का नेतृत्व करने वाले लोग हैं जो सरकार को ब्लैकमेल करने का ही एक मुद्दा है ठीक शाहीन बाग की तर्ज पर।

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