नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी बोले- भारत की अर्थव्यवस्था डांवाडोल

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 22 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 12%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार विजेता AbhijitBanerjee ने भारत की अर्थव्यवस्था पर जताई चिंता।

उन्होंने एक बयान में कहा, 'भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति डांवाडोल है. मौजूदा विकास दर के आंकड़ों से यह आश्वासन नहीं मिलता कि इसमें जल्द सुधार आएगा.' हालांकि अब भारत सरकार को भी लगने लगा है कि सचमुच अर्थव्यवस्था की हालत खराब है.समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार बनर्जी ने कहा कि मौजूद समय में उपलब्ध आंकड़े यह भरोसा नहीं जगाते हैं कि देश की आर्थिक स्थिति में जल्द कोई सुधार होगा, उन्होंने कहा,"भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति अस्थिर है.

58 साल के अर्थशास्त्री बनर्जी, उनकी पत्नी इश्तर डूफलो और माइकल केमर को संयुक्त रूप से अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार मिला है. बनर्जी ने कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि करियर में इतनी जल्दी नोबेल पुरस्कार मिलेगा. बनर्जी मेसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के फोर्ड फाउंडेशन इंटरनेशनल प्रोफेसर ऑफ इकोनॉमिक्स हैं. उन्होंने कहा, मैं पिछले 12 साल से इस पर रिसर्च कर रहा था. गरीबी खत्म करने को लेकर हम समाधान खोज रहे थे.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

यह वही है ना जिसने JNU के VC की हत्या करने की कोशिस की थी और उस जुर्म में इसे जेल भी हुयी थी।।

Mamta Banerjeiya ko PM bana do desh khub tarake karega Nobel Kya mil gya pandu neta ban Gaya 2 din Mei

Nobel prize is not worthy to its reputation. This is awarded to fix political scores. India is on target of world terror dealers. Nobel society is their tool.

by the way what work he has done to get Nobal, really want to understand the work he has done so that we can learn something. One more thing, he is also bhagoda, who run away for money.

अगर मोदी के बस में होता तो अभिजीत बनर्जी को अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार नहीं मिलता

जब सारे अर्थशास्त्री भारत में ही थे जैसे कि मनमोहन, चिदंबरम, रघुराम, अमर्त्यसेन, अब अभिजीत.. फिर भी भारत गरीब क्यों रहा

इसको क्या करना भारत से रहता अमेरिका में है , भारत के लिए क्या किया अब तक । रहा नोबेल अवार्डी का तो नोबेल इसके बीबी को मिला है यह उसके काम मे लटकन पप्पू था बस । अब नोबेल मिल गया है तो पाकिस्तान को विश्व का सबसे शांति प्रिय देश भी बोलेगा ।

यह तो देश को ही टुकड़ा टुकड़ा देंगे हवाला करने के चक्कर में था

लेकिन ये हमारे देश की सरकार को नजर नही आ रहा है।

Please come and correct it..don’t give lecture only.

ये समझ नही आता , ऐसे लोगो को अमेरिका जाने के बाद ही भारत की चिंता क्यो होती है। और इतनी ही चिंता है तो अमेरिका जाते ही क्यों है।। जिस बंगाल से ये आते है उसकी चिंता क्यो नही होती।।।।

mamta banerjee k liya chunaavi rally bhi karenge abhi ye

मालिक का पालतू अपने काम पर लग गया!!! 😉😉😉😉

ये जनाब जो तिहाड़ वासी इन्हे नोबल वालो ने क्या सोच के अवार्ड दिया है। क्या एजेंडा है मलाला के बाद अब इस तिहाड़ वाले को ।

जितना फर्जी देशभक्त भौंक रहे है उनके खानदान मे किसी की औकात नहीं नोबेल पुरस्कार प्राप्त करने की।बनर्जी ने पूरे देश का मान बढ़ाया है लेकिन इन भक्तो को इससे क्या मतलब ।यह तो फर्जी देशभक्त जो है।इनको फ़ेंकू से मतलब जिन्होंने पूरे देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद करते हुऐ बेरोजगारी बढा दिए

सोशल मीडिया के जमाने में कोई भी, कितना भी चमकीला 'खोटा सिक्का' नहीं चलेगा !!!!! कैलाश सत्यार्थी का भी पुरुषार्थ भारत ने देख लिया . अब इन साहब की बारी है !!! जो भारतवर्ष के विरुद्ध जाएगा ------ जनता उसका पानी उतार देगी. ये नया भारत है.

तू मत कर इतनी चिंता होती तो भारत मे काम करता। मौज कर इंडियन सब कर लेंगे। कंग्रेसस के पाठ मत पढ़।

Itni Jaldi kyo?

Definitely right . So please give suggestion and solutions

आ गया होशियारी पेलने

अभिजीत मुखर्जी नोबेल पुरस्कार विजेता आपको सुनकर आश्चर्य होगा कि राहुल गांधी की बेरोजगारों को 72000 रुपए देने की स्कीम इसी की थी!

इसीलिए इसको नोबेल पुरस्कार दिया गया है। बीजेपी सरकार की आलोचना करें।जनता भ्रमित हो। सरकार की छबि खराब हो।इसने कभी सरकार को सलाह दी।

देश की चिंता करने के लिए सवासो करोड़ भारतीय है आप चिंता मत करो

ओ नोबेल पुरस्कार विजेते भारतीय जनता ज्यादा और कम पैसों में खुशी से जीना शिख गई है 😂😂

इतनी देश कि चिंता होती तो भारत में रहता बाहर जाकर क्यौं ग्यान बांट रहे हो

नोबल पुरस्कार मिलते ही इसने रंग दिखाने शुरू कर दिए। अब आया समझ में कांग्रेसी क्यों उछल रहे थे। JNU की पैदाइश है न।

Chinta jatakar RahulGandhi ko berozgaron ko 72000/- dene ki scheme batayee

अब ये हरामी भारत की अर्थव्यवस्था पर रोज नई बकचोदी करेगा जिन्होंने दिया है उनके लिए कुछ तो करेगा दलाल

चिंता जताने और वर्तमान सरकार को कोसने के लिए ही तो इसे नोबेल प्राइज मिला है

कुछ देर पहले ही मैंने कहा था कि यह भी टुकड़े-टुकड़े गैंग का कमांडर है। पुरस्कार मिलने की देर नहीं कि भारतीय अर्थव्यवस्था निशाने पर।आज तक यह किस बिल में छुपा था? मुझे लगता है, सिर्फ पेसिमिस्ट(निराशावादी)ही नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं! लगता है अगली बारी महान समाजसेवी ओवैसी की है!😄

Inko itna footage dene ki koi jarurat nhi h.

चिंता जताने को ही तो अवार्ड मिला है 😊😊😊

कोंग्रेसी और jnu की संस्कृति वाले अर्थ शात्री हे ये इंग्रजी व्यवस्था के चापलूस ,इसीलिये मिला है अवार्ड

Ye log Bharat per hi kyo bolte he America ya China per kyo nhi? Jyada democracy he kya...🤔 Itni Bharat ki chinta he to US ki citizenships chodke india aa jao...💪🏻

इसने साबित कर दिया की पढालिखा होने के बावजूद भी इंसान मुर्ख हो सकता है।

असली व्यवस्था भारत के गांवो में बसती है जिसमें अर्थ(पूंजी) की शायद कमी हो लेकिन शुकून भरपूर है। हमे अमेरिका की तरह की अर्थव्यवस्था भी नहीं चाहिए जहां से यह खबर आती रहती है कि एक अवशाद से ग्रस्त सिरफिरे ने गोलीबारी करके कईयों को मौत के घाट उतार दिया।

शायद इसलिये नोबेल पुरस्कार पाने के बाद भी देश और मीडिया में वो माहौल नहीं बनने दिया जा रहा है जो बनमा चाहीए ( यानि की अगर सोचो जरा अगर उन्होनें सरकार की आलोचना नहीं की होती तो आज सोशल मीडिया और टीवी पर छाये रहते, इसलिये कहते है चाहे कुछ भी करो मगर साहब का ईगो हर्ट ना करो

आखिर इस अर्थशास्त्री ने देश के लिये किया क्या है? जो इतने गुणगान गाये जा रहे हैं। भारतीय मूल के अतिरिक्त कोई उपलब्धि नहीं।

यू ही इनको librandu nahi bola jaata hai... भविष्यवाणी पहले ही हो गई थी

जो व्यक्ति भारत छोड़ कर अमेरिका में बस गया... जिसने जीवन मे कभी गरीबी देखी नही और जिसने गरीबों के लिए कुछ भी नहीं किया उसको नोबेल पुरस्कार... आश्चर्य है

अरे यह क्या कह दिया आपने जनाब आपको पता नहीं है कि सच बोलना मना है, यहां कुछ भी बोलो पर सच मत बोलो।

😂😂😂 इसके हिसाब से फ़्री पैसे बाँट दे सरकार तो अर्थव्यवस्था सही हो जायेगी ।

आ गया ये भी अपनी औकात पे पूर्व के नोबेल पुरस्कार विजेता की तरह, देश की अर्थव्यवस्था पर उँगली उठाने के लिए।

भारत की अर्थव्यवस्था पूंजीपतियों के हाथ में

KYA RATES PE MILEGA ?

नया हथियार मिल गया नमूनों को 🙂🙂🙂

VAMPANTHI LIBERALS KO HE NOBEL PRIZE ? DESH KE KHILAF JO BOLEGA , NOBEL PRIZE MIL JAYEGA, ARVIND KEJRIWAL KO MILA , YE TO DESH KA GADDHAR HE , HINDU KA VIRODH KAREGA TO NOBEL PRIZE. 😀

And malala the peace price winner Noble also tensed about peace in India 😂😂😂😂 shut up bludy we are not Noble bhakts we like love country and one thing forgot mother Teresa the Cristian missionary also won the price

Absolutely right

Before was AmartyaSen and now come Mr. Banerjee.. Finally Banerjee got a license to comment on India😂😂😂 Somehow Europe ad America know how to balance their power over India

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

राहुल के 'न्याय' के शिल्पकार, मोदी की नोटबंदी के विरोधी हैं नोबेल विजेता अभिजीतलोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने गरीबों के लिए जिस बेहद चर्चित न्याय योजना का खाका पेश किया था उसके शिल्पकार थे 2019 के इकोनॉमिक्स में नोबेल पुरस्कार जीतने वाले अभिजीत विनायक बनर्जी. साथ ही बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने शासनकाल के सबसे बड़े फैसले नोटबंदी की आलोचना की थी. Accha yahi h nyay wla accha anyay kiye bhi congress ke sath waise bhi beta notebandhi ka birodh karke kya ukhad liye america me kya rupya ka theory develop kar diye kya In Haryana Only LSP CM यह बात सही है कांग्रेस में पढ़े लिखे लोग ज्यादा है या फिर पढ़े लिखे लोग ही कांग्रेस को समर्थन देते हैं
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अर्थव्यवस्था की सुस्ती पर वित्त मंत्री के पति की सलाहपराकाला प्रभाकर ने सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना की और कहा कि बीजेपी सरकार की कोई आर्थिक नीति नहीं रही है. नेपाल ने दिया भारत का साथ, चीन के साथ कई समझौतों से किया इनकार. Nepal XiJingping India अब बोलो सही2सलाह है1।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

Noble Prize 2019: भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी सहित तीन को मिला इकोनॉमिक्स के लिए नोबेलइकोनॉमिक्स के क्षेत्र में 2019 का नोबेल पुरस्कार भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जीएस्थर डुफ्लो और माइकल क्रेमर को मिला है। उन्हें यह पुरस्कार वैश्विक गरीबी से लड़ाई के लिए मिला है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

कौन हैं अर्थशास्त्र का नोबेल पाने वाले अभिजीत बनर्जी, जेएनयू से भी की पढ़ाईभारतीय मूल के अमेरिकी अर्थशास्त्री अभिजीत बनर्जी और उनकी पत्नी एस्थर डफ्लो को साल 2019 के लिए अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

कभी नेता बनना चाहती थीं अभिजीत की पत्नी, अब साथ में जीता नोबेलभारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक अभिजीत बनर्जी को साल 2019 का अर्थशास्त्र का नोबेल पुरस्कार दिया गया है. उनके अलावा दो और लोग अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किए गए हैं, जिसमें अभिजीत की पत्नी इश्तर डूफलो और माइकल क्रेमर शामिल हैं. Ye apna kaam dekhe
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अभिजीत बनर्जी: जेएनयू, तिहाड़ जेल, नोटबंदी की आलोचना से नोबेल पुरस्कार तकअभिजीत बनर्जी की कहानी में इतने ट्विस्ट हैं कि आपको यक़ीन करना मुश्किल हो जाएगा. यक़ीन ना हो तो पढ़ लीजिए. उपर मे यमराज इन्तजार कर रहा।इसको नंगा करके भुना जायेगा तबे पर।देस्द्रोही हिन्दू द्रोही मोदी देस्भ्क्त विरोधी को भारतीय गर्ब नही करता।नफरत घिन्न आती इस पर।congres का हमदर्द पकिस्तान इस्लाम का प्रेमी है ये सुवर Anti Modi brigade ka 3 tisra mohra Congratulations sir
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »