जानें- तालिबान के किस शीर्ष नेता से हुई है दोहा में भारत की बातचीत, क्‍या है इसका इंडियन कनेक्‍शन

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जानें- तालिबान के किस शीर्ष नेता से हुई है दोहा में भारत की बातचीत, क्‍या है इसका इंडियन कनेक्‍शन AfganistanCrisis Taliban DohaSummit SherMohammadAbbasStanikzai IndianMilitaryAcadmy

भारत और तालिबान के बीच दोहा में पहली बार बातचीत हुई है। ये बातचीत दोहा में भारतीय राजदूत दीपक मित्‍तल और तालिबान की राजनीतिक शाखा के प्रमुख शेर मोहम्‍मद अब्‍बास स्‍तानिकजई के बीच हुई है। स्‍तानिकजई तालिबान का एक बड़ा नेता है और वो इसके शीर्ष नेताओं की पंक्ति में भी शामिल है। तालिबान के इस नेता से बातचीत की एक वजह ये भी है कि इसका भारत से सीधा संबंध रहा है। इसलिए भी तालिबान ने भारत से बातचीत के लिए इसको ही आगे किया है। स्‍तानिकजई कई भाषाओं में पारंगत...

स्‍तानिकजई को शेरू के नाम से भी पहचाना जाता है। तालिबान के शीर्ष कमांडरों में शामिल इस शख्‍स का भारत के देहरादून से करीबी नाता रहा है। दरअसल, इस शख्‍स ने देहरादून स्थित इंडियन मिलिट्री अकादमी से फौजी अधिकारी बनने की ट्रेनिंग ली है। आपको बता दें कि देहरादून स्थित आईएमए में भारत अपने चुनिंदा कैडेटों के अलावा अपने पड़ोसी देशों के भी कुछ कैडेट्य को ट्रेनिंग देता है। ये लगभग हर वर्ष होता है।तालिबान के अफगानिस्‍तान में पांव जमाने से पहले 80 के दशक में भी यही होता था। 1971 में बांग्‍लादेश को लेकर हुए...

इसके बाद वो अफगान नेशनल आर्मी में बतौर लेफ्टिनेंट शामिल हुआ था। यहीं पर उसने अंग्रेजी सीखी थी। अफगान आर्मी में उसने करीब 14 वर्षों तक सेवा दी है। आपको बता दें कि अब तक एक हजार से अधिक अफगानी सैनिक यहां से सैन्‍य अधिकारी बनने का प्रशिक्षण ले चुके हैं। वर्तमान में भी कई अफगानी सैनिक इस प्रतिष्ठित अकादमी का हिस्‍सा हैं।

 

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