आज सुबह एक ट्वीट पर नजर गई, स्वामीनारायण संप्रदाय से जुड़े महत्वपूर्ण धार्मिक-सांस्कृतिक संगठन बीएपीएस की तरफ से किया गया था. ट्वीट में एक तस्वीर थी, गांधीनगर के अक्षरधाम मंदिर के आगे खड़े कुछ साधुओं की. इसके साथ में एक संदेश भी था कि अयोध्या में श्री राम मंदिर के निर्माण के लिए हिंदू मंदिरों और तीर्थ स्थानों की पवित्र मिट्टी भेंट की गई है.बीएपीएस वो संगठन है, जिसके नाम दुनिया भर में सबसे अधिक हिंदू मंदिर बनाने का रिकॉर्ड है. लंदन से लेकर न्यूजर्सी और टोरंटो से लेकर दिल्ली के अक्षरधाम तक.
सरदार पटेल सोमनाथ मंदिर को भारतीयों के गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक मानते थे, जो विदेशी मुस्लिम आक्रांताओं के हमले और बार-बार के विध्वंस के बावजूद हारे नहीं थे. हर बार विध्वंस के बाद वो सर्जन के लिए आगे बढ़े थे और सोमनाथ के मंदिर का निर्माण बार-बार किया था. 13 नवंबर 1947 के दिन सरदार पटेल ने खुद प्रभास पाटण जाकर आखिरी बार औरंगजेब के समय में 1701 में विध्वंस हुए इस मंदिर का फिर से निर्माण करने का संकल्प लिया था, भारत के गौरव के इस प्रतीक को फिर से उसके भव्य स्वरूप में लाने का संकल्प किया था.
मूल तौर पर दुनिया के हर हिस्से से इन मामूली चीजों को मंगाया जाना प्रतीक था, भारत की वसुधैव कुटुंबकम की शताब्दियों पुरानी भावना का, जिसमें सनातन जीवन दर्शन को किसी धर्म विशेष की जगह पूरी दुनिया और मानवता के कल्याण के लिए कार्य करने वाला बताया गया है. सरदार के न रहने पर पणिक्कर को भी भारत की सनातन परंपरा से ज्यादा चीन की चिंता हो रही थी, जिस चीन के प्रति उनके प्रेम ने भारत के कूटनीतिक हितों की बलि भी चढ़ाई जो बाद में देखने में आया. सरदार पटेल ने अपनी मौत के पहले ही चीन के रवैये को लेकर चेतावनी जाहिर की थी, जो पणिक्कर की राय से उलट थी.
मुंशी के लिए ये स्थिति असह्य थी. जिस व्यक्ति ने अपने जीवन का बड़ा हिस्सा भारतीय संस्कृति के गौरव प्रतीकों के दस्तावेजीकरण और उनकी महत्ता को रेखांकित करने में बिताया हो, उसके लिए नेहरू की इस तरह की प्रतिक्रिया असह्य थी. स्वाभाविक तौर पर मुंशी नेहरू से नाराज हुए और अगले ही दिन 24 अप्रैल 1951 को उन्होंने नेहरू को एक लंबी चिट्ठी लिखी. ये चिट्ठी अपने आप में सोमनाथ मंदिर के इतिहास, महत्व और उसके निर्माण की प्रकिया को जानने का महत्वपूर्ण दस्तावेज है.
brajeshksingh This Most dirty person on earth was born in India.Too hoots to parliament,views of senior parliamentarians,following no protocol except hiding in skirt of xxxx, no one aiyash and no one knows he was full Hindu, or half Hindu or full Muslim, people say born to a kept, to confirm
brajeshksingh क्योंकि नेहरू हिंदू नहीं था इसलिए हिन्दूत्व से बड़ी तकलीफ होती थी
brajeshksingh क्या जरूरत है मिट्टी लाने की दिखावा करने की? जहाँ राम का मन्दिर बन रहा है वह सबसे पवित्र स्थल स्वयं ही हो गया है। नाटक करना भारत में परम्परा बन गई है क्या?
brajeshksingh Duniya chaand pr h or hm Hindu musalmaan pr
brajeshksingh Is baat se Kya prove hua
brajeshksingh ठीक ही तो किया था नेहरू जी ने. सोमनाथ, अयोध्या, जगन्नाथ, तिरुपति आदि अनेक अपने आप में पविस्तृतम स्थान हैं. यह सब showbiz नहीं लगती जनता को आकर्षित करने के लिए.
brajeshksingh मुस्लिम बकरीद मनाएंगे तो वायरस फैलेगा और साहेब 5 अगस्त को अयोध्या जाकर वायरस की वैक्सीन बनाएंगे 🙆 ShivrajSinghChouhan BJPfailsCoronaFight IndiaFightsCorona शिवराज_कोरोना_पेशंन्ट शिवराज_कोरोना_पॉजिटिव India bjpfakenewspandemic
brajeshksingh Kyunki vo jinna ke Khandan se belong Karta tha 💯😡
brajeshksingh कांग्रेस हिन्दू विरोधी कार्य करते आ रहा है इतिहास भी यही बात रहा है अब
brajeshksingh नेहरू जी भारत का इस्लामीकरण करना चाहते थे।
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