चीन से टक्कर लेने के लिए क्या भारत अमरीका के पाले में जाएगा

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भारत इस समय एक साथ विदेश नीति के मोर्चे पर कई चुनौतियों से घिरा है. चीन के ख़िलाफ़ गठबंधन की बात भी हो रही है. क्या करेगा भारत?

नरेंद्र मोदी, शी जिनपिंग और डोनाल्ड ट्रंप

अमरीकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो कई मौक़ों पर हॉन्गकॉन्ग में लाए गए नए सुरक्षा क़ानून, शिनजियांग प्रांत में वीगर मुसलमानों के उत्पीड़न और दक्षिण चीन सागर पर चीनी दावे और तिब्बत के मुद्दे पर चीन को घेरते दिखे हैं.कि वह उम्मीद करते हैं कि एक ऐसा गठबंधन बनाया जा सके, जो चीन के ख़तरे को समझ सके.अगर भारत इस ओर क़दम उठाता है तो उसके सामने किस तरह की चुनौतियाँ आएँगी. और अगर भारत ऐसे किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनता है तो बदलती दुनिया में उसके सामने क्या अलग तरह की चुनौतियाँ होंगी.

पॉम्पियो के इस बयान में हिमालय और लोकतांत्रिक शब्द आने के बाद से ये सवाल उठ रहा है कि क्या भारत जैसे लोकतांत्रिक देश इस तरह के गठबंधन का हिस्सा बन सकते हैं.इतिहास देखें तो पता चलता है कि भारत कभी भी किसी औपचारिक गठबंधन का हिस्सा नहीं बना है और गुटनिरपेक्षता भारतीय विदेश नीति का एक अहम हिस्सा रही है.ने अमरीका को भी बदलते वैश्विक परिवेश में 'गठबंधन' से आगे सोचने और 'बहुध्रुवीय दुनिया' में काम करने की नसीहत दी थी.

लेकिन बदलती परिस्थितियों में भारत के सामने ईरान से लेकर बांग्लादेश तक चीनी दबाव के चलते नई चुनौतियाँ पैदा होती दिख रही हैं. वे कहते हैं, “ये सच है कि आने वाला समय चुनौतीपूर्ण है. दुनिया में दो बड़े देशों के बीच एक व्यापक शक्ति संघर्ष का दौर आ रहा है. लोकतांत्रिक और अंतरराष्ट्रीय नियम-क़ायदों को मानने वाले देशों में कई समानताएँ होती हैं. और इन देशों को अपने समान मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए.

आने वाले समय की चुनौतियों पर सरना कहते हैं, “जब दो बड़ी शक्तियों के बीच संघर्ष होता है तो चुनौतियाँ भी ज़्यादा बड़ी हो जाती हैं. लेकिन जब सोवियत संघ और अमरीका के दो ब्लॉक हुआ करते थ, उस समय भी बहुत बड़ा संघर्ष था. लेकिन भारत ने फिर भी अपनी जगह बनाई. अभी भी हमें अपना राष्ट्रीय हित ध्यान में रखते हुए अपनी जगह बनानी होगी. और हमें देखना पड़ेगा कि हम डिप्लोमेसी के सहारे इस स्थिति को कैसे संभाल सकते हैं.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

Chala gaya..

भारत अब कही नही जायेगा। पूरी महाशक्तिया भारत आयेगी।

जाना चाहिए ।

Both r fail

Bhdsk chutiye bharat ko khi jane ki jarurat nhi h

Yes

जाना भी चाहिए

modi sarkar ke pas koi chara bhi tho nahi america ke samne chhukne ke alawa thabi tho modi sarkar america ke thalve chatthi hai

वर्ल्ड वार तीसरा तय है,, अमेरिका इसमें भूमिका निभा चुका है,, देखिए आगे होता क्या है क्योंकि लंदन भी चीन के विरुद्ध है/

भारत जानता है इस वैश्विक संसार में कोई किसी का मित्र नहीं है।

pis jaayega bharat aur yahi America ki strategy hai

India doesn't need America to tackle China or Pakistan. India must focus on development only and avoid wasting time on such small issues

🖤🖤🖤 पहले कभी कभी था, अब रोज़ का आना हैं उनका सपनो में , पता नहीं उनकी चाहत बदल गयी कि हमारी !! 🖤🖤🖤

अमेरिका सिर्फ अपने हाथों से रखकर खेल आएगा

Apni gd me kya dum nahi

नहीं? चीन Pm care fund में पैसा भड़ता है?

Yes friend in need is a friend indeed Modi Trump like veeru jai of Sholay.

Majboori hai.china isa foolish country

जाएगा ?

जा चुका

Nhi jayega Bharat akela hi kaafi h China k liye

yes

Ha dar to ha khi ye nikkami sarkar bina soche samje assa na kar de

Never

AMERICA KO BHARAT CHAHAYE

वर्तमान समय में उभरी नई प्रस्थितियों में भारत को चाहिए कि विदेश नीति में ठोस फेरबदल किये जाएँ...लेकिन किसी भी शक्तिशाली मुल्क के पिछलग्गू भी ना बने..बल्कि चीन के सताए देशों का गठबंधन बनकर भारत को उनका नेतृत्व भी करना चाहिए !

America was and is not a reliable ally. In the end they have betrayed every country except Israel. In the long run modi will lose along time ally Russia, who saved Gandhi from Nixon's . Modi's arrogance and behave like Trump could reach nowhere.

चीन से टक्कर लेने के लिए क्या भारत अमरीका के पाले में जाएगा

Feku baarbanayega

हम भारत कमजोर नहीं है,लेकिन मजबूत राष्ट्र से लड़ने के लिए एक मजबूत राष्ट्र साथी का होना आवश्यक है।क्योंकि एक और एक दो नहीं,बल्कि लड़ाई में ग्यारह हो जाते हैं।

Why not.yes it Should be go with U.S.A.

Pala kya hota hai? Apni akele ki himmat na ho to kamzor bacchha apne baap ke paas hi jayega.

New powerhub in my india

Yh to niti hai . Aap ke dusmn Ka dusmn hmesa aap Ka dost Hoga.

भारत की दिशाहीन नेतृत्व ने इसकी विदेश नीति को इतना कमजोर बना दिया कि जो भारत अमेरिका और चीन की नीतियों का विरोध करने में तनिक भी संकोच नहीं करता था आज खुद को इनकी हाथों का खिलौना बना चुका है।

हमारे pm जी बहोत जल्द चीन में घुस कर नेस्तोनाबूद करने वाले है चीन को

अमेरिका ने दूसरे मुल्कों का सहारा लेकर कई मुल्कों को तबाह किया है हमें इसके झांसे में ना आते हुए अपनी ताक़त और क़ूवत पर भरोसा रखना चाहिए। अमेरिका की सोच स्वहित से ज्यादा कुछ भी नहीं रही है।

भारत स्वयं आत्मनिर्भर है।

जायेगा क्या ६ साल से वही तो कर रहे हैं पुरी विदेश नीति चौपट

भुखमरी, मंहगाई और बेरोज़गारी से तो टक्कर ले नहीं पाए, चले हैं चीन से टक्कर लेने।

It is in America's best interest to foment antagonism between India and China.

चीन के साथ भारत के टकराव को उकसाना अमेरिका के सर्वोत्तम हित में है।

हाँ सो क्या हुआ इसमें दिक्कत क्या है

Bharat ke padosiyon se sambandh achche kyon nahin reh paate?

Kyon Nahi

पढोसिके जमिन छिन्नेवाला यै बिस्तारवादी इन्डियाके पास इस्के अलावा और कोहि चारा नहि है। भबिस्यमे यै देश एक नहि रह पाएगा अगर यिस्ने आप्ने पढोसके देशसे सम्बन्ध सुधार्ने मै पुनर्बिचार कहि किया तो।

Republic TV know what India will do ,

America sirf bali ka bakara banayega.

नमस्ते ट्रम्प है ह्यूस्टन भूल गए अमेरिका बेवकूफ नही हर जगह भारत का ही पैसा लगा

अमेरिका जब पाकिस्तान का साथ भारत में आतंकवाद फैलाने में indirect तरीकों से देता था तब चीन से उम्मीद की अपेक्षा करते थे, आज चीन भारी पड़ रहा है तो अमेरिका से उम्मीद। भारत अपने आप को शक्तिशाली करने पर विचार क्यों नहीं करता है।

बी॰बी॰सी॰ पाले की बात समझ में नहि आयी, अमेरिका कोई हमारा पड़ोसी नहीं है प्रधानमंत्री जी अमेरिका के इन्वेस्टर को भारत में निवेश करने की अपील करना एक तरह की कूटनीति है जिससे चाइना बकफूट पे जाएगा

साम, दाम, दंड, भेद।।

हां

.... कायर,भगोड़े,जाहिल चाहे जिसके पाले में चले जांच ...कोई भला होना संभव ही नहीं है ....क्योंकि दुश्मन का सामना, मुकाबला और संघर्ष खुद के बूते ही संभव है ... ....कहां तो चले थे महाबली,वैश्विक नेता बनने ....और कहां भीगी बिल्ली बने ... दुम दबाये अमेरिका के पीछे दुबके जा रहे!!

जायेगा नहीं जा चुका है... चीन उस पाले से बाहर खींचने की कोशिश कर रहा है

जायेगा नहीं जा चुका है, इसीलिए भारत चीन सीमा पे तनाव बढ़ रहा है और चाइना भारत को हर तरफ से घेर रहा है

थिंक टैंक जिन्हें पूरा आराम देकर सरकारें पेमेंट देती है उनका नजरिया बताना चाहिए ।

What do you mean ki India America ke paale me jayega, Inn sabdo se rajdroh ki booo aati hai, kya India koi ball hai jo kisi ke paale me jayega. ShameOnYouBBC

भारत सदैव अपने दम पर अपनी लड़ाई लड़ता है और आज भी चीन से अकेले लड़ने में सक्षम है, हां जो मित्र होंगे वो बिना कहे ही सहयोग के लिए आगे आएंगे।

अमरीका कभी चीन से टक्कर लेगा?

ऐसी सोच को ही टक्कर की आवश्यकता है।धन्‍यवाद।

भारत अमेरिका के पाले मैं जायेगा या नहीं जायेगा।इसके पहले अनेरिका से पुछो की क्या अमेरिका पकिस्तान को छोड पायेगा।आप इतिहास देख लिजिये।

China dreaming to emerge as a superpower is not only threatening neighbours but has also annexed Aksai Chin from India and threatening the world in the South China Sea. Common interest demands a joined action in every field.

Bhakwas news channel fake news channel

If India will not support US against China as per my opinion it will be a blunder .

अगर हम अपनें घर की सही से और हौशीयारी से हिफाजत करें तो हमें किसी की सहयता की कोई जरूरत ही नही पर....🤔

प्रश्न ये है कि क्या BBC चीन को बचा पायेगा?

Do things on own. We have capacity to do.

जब चीन ने कुछ किया ही नहीं तो फिर पाला कैसा।

Dangerous tackle yourself don’t involve present US govt.

ये अभी इंटरनेशनल गैंग वॉर स्टार्ट हो गया हे, मोदीजी का पल्ला यूएस - ब्रिटेन पे हे, ओर जो हिसाब से राहुल गांधी एग्रेसिव हुए हे वो हिसाब से रूस ओर चीन का साथ हो सकता है।

Yeah its time we need there support

तुम किसके पाले में हो

बिचौलिए अमरीका के पाले में जाने का मतलब हैकि कई लाखकरोड रूपया घूस देना बिचौलिए अमरीका को चीन के खिलाफ एक्शन में मदद के लिए

u mean amrica ka pichhwada chatega?

ना...ना...ना....ना ऐसा बिल्कुल नही होगा.....चाईना से टक्कर लेनें के लिए BBC के पत्रकार लोग ही काफी हें...उनका कैमरा ही तोप है और कलम ही मिसाईल है और वे खुद परमाणु बम की हैसियत रखते है😎

कुश्ती प्रतियोगिता तो है नहीं की ५६'से काम चलेगा!

समय बदल गया है शब्द बदलें यही सच्चाई है !!

Yes jayega aur phir Iraq ki tarah suffer karega

Galat sawal... America to Bharat ke paaley mein aana padega 😜

यहाँ हमें शब्दो को चयनित करना होगा! अपनी सुरक्षा नकि टक्कर मैं अमेरिका भारत के पाले में है रहना भी!

तुझे मतलब

चीन से टक्कर लेने के लिए सभी देश भारत के पाले में आ रहे हैं ये बोल साले BBC वाले

Why not give medical help to xitlar I think her mind software corrupt by west money. So please give PROPER medicine to xi she is mentally ill see all action . Murder world population by corona. Ask any human he kill he know s . He MURDER whole family if he is bread earner.

AMERICA bhi yahi chahta h

भारत अमेरिका मिलकर चीन की कब्र जरुर बनाएंगे।

क्यों बताएँ !

जरूरी होगा। लडाई सबल हो कर लडना चाहिए। फिर दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है। प्रश्न में उत्तर निहित होते हैं। ध्यान पूर्वक सोचने पर स्पष्टा का स्वयं भान हो जाता है।

भारत सक्षम है

ये गलती होगी.

Do take to go in USA campaign, To take it strong world composition against Dragon. We are strong and wants everyone as strong no one have to worry from Dragon, Make this atmosphere in world. This strategy bring him on line otherwise everyone effect by his aggressiveness

भारत की छोड़, भारत अकेला काफी हैं टक्कर लेने के लिए, लेकिन कोई अगर साथ आना चाहता हैं तो इसमें कोई बुराई नही हैं। इंग्लैंड भी तो इस समय चीन से टक्कर लेने के लिए अमेरिका के साथ चला गया हैं, उसके बारे में तो बीबीसी कोई बात नही करेगा? लेकिन भारत के आंतरिक मसले में ज़रूर झांकेगा।

Ja chuka ha.

क्या अमेरिका कभी भारत को मदद करेगा ट्रम्प सिर्फ अपने देश के हित को ही ध्यान में रखते है ...इनको अपने शस्त्र बेचने है....और माहौल ऐसा है कि हमें हर तरह के शस्त्र सरंजाम चाहिए ...बाकि तो आप पत्रकार हो ...आप से बहेतर कौन बता सकता है इस बारे में...

Chala gaya,,,

चीन से टक्कर लेने के लिए भारत अमेरिका के पाले जाएगा या नहीं ये वक़्त तय करेगा पर अगर ऐसी नोब्बत अाई तो सबसे पहले ओर BBCBreaking तुम पेले जाओगे....

भारत तेरे जैसा बिकाऊ नही है दलाल। भारत के पाले में अमेरिका आएगा अगर उंसको भारत की जरूरत होगी और चीन उसका बाप न बने उंसको रोकने के लिए। ये नया भारत है दलाल बीबीसी। अब तुम जैसे दलाल यहा चीन और मुस्लिमो की दलालो करते हो और इंग्लैंड में मुस्लिमो पर अत्याचार तो चुप रहते हो

APANEY DAMM PAR NEHRU JI FOUGHT DESPITE WITH LESS RESOURCES SHASHTRI JI INDIRAJI ATAL JI SHOWN COURAGE TO CREATE HISTORY ALONE THE PRESRNT REGIEM WANT TO FIGHT DRAGON WITH HELP OF USA IS DISRESPECT DEMORALIZING OUR WORLD RENOUND ARMED FORCES. WANT TO MAKE INDIA AFGANISTAN?

अमेरिका भारत के पालेमे आयेगा

हर देश अपने हितों के लिए काम करता है।भारत भी यही कर रहा है।

Desh mein vikas huna chahiye 😭😭 😭 vinash nhi

तू किसके पाले में जायेगा?

Nhi BBC ke pale me 😂😂😂

बहुत मुश्किल है कि भारत एक तरफा अमेरिका के साथ जाएगा। भारत को इसकी अभी जरूरत नहीं लगती।

भांड चेनल BBC

कोई ना तो टक्कर होने वाली है ना कोई युद्ध होने वाला है विहार और बंगाल में चुनाव होने वाला है

International shame godi media👇

पाले मे जाने पूर्व दोनों देशों के चालों को बखूबी परखने होंगे

चला गया है पहले से ही , न्यूज़ अपडेट कीजिए

Tere pet me kyon dard ho raha BC😂😂

पर हम तो आत्मनिर्भर है हम क्यू जाए किसी के पास🧐 क्यू मोदी जी

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

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