चीन ने आख़िर पंचेन लामा का क्या किया? छह साल की उम्र से हैं ग़ायब

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छह साल की उम्र में पंचेन लामा के 'अवतार' के तौर पर पहचाने जाने के महज तीन दिन बाद ही ग़ायब कर दिया गया था.

दुनिया के सबसे मशहूर ग़ायब हुए लोगों में में से एक तिब्बती गेधुन चोएक्यी नियिमा का केवल एक फोटोग्राफ मौजूद है.

उनके गायब होने की 25वीं वर्षगांठ से कुछ हफ्ते पहले ही इस ग्रुप ने बीबीसी को अपनी कोशिशों के बारे में यह बयान दिया था. इसके साथ ही वह तिब्बतियों की शक्ति के एक वैकल्पिक स्रोत बन गए. तिब्बती लंबे वक्त से इस हिमालयी इलाके पर चीन के कब्जे का विरोध कर रहे हैं. चीन का कहना था कि ये दावे दलाई लामा समूह के मनगढ़ंत सपने हैं. अगले साल यानी 1996 में यह कहानी बदल गई.

साल 2000 में उस वक़्त के ब्रिटेन के विदेश मंत्री रॉबिन कुक ने कहा था कि चीन ने यूके के अधिकारियों को एक ऐसे बच्चे के दो फोटोग्राफ दिखाए हैं जिसे वह ग़ायब हुए पंचेन लामा बता रहा है.एक तस्वीर में एक बच्चा टेबिल टेनिस खेल रहा है. दूसरी फोटो में बच्चा एक ब्लैकबोर्ड पर चीनी अक्षर लिख रहा है.एक अन्य वाक़ये में तिब्बती अधिकारियों ने मुझे 2007 में तिब्बत की एक रिपोर्टिंग ट्रिप के दौरान बताया था कि ग़ायब हुए पंचेन लामा शांति के साथ जीना चाहते हैं और वह नहीं चाहते कि कोई उन्हें तंग करे.

फिलहाल लिस्बन की नोवा यूनिवर्सिटी में पढ़ा रहे प्रोफेसर सारकिन कहते हैं कि चीन खुलेआम इस बात को बताने से बच रहा है कि उसने कुछ गलत किया है.निर्वासन में रह रही सरकार

 

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इतने साल तक चीन किसी लामा को कैद में नहीं रखेगा उसने उनकी हत्या करवा दी होगी एक से डेढ़ महीने बाद ही

इतना भेद भाव क्यूँ 🤔

Usko berahmi se Mindwash krwa raha hoga .......kisi jail mmm 😭😭😭😭😭

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