गुजरात में साल 2002 के गोधरा कांड के बाद हुए दंगों की जांच करने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष जांच दल ने बुधवार को दिवंगत कांग्रेस सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जकिया जाफरी की इस दलील का खंडन किया कि उसने सांप्रदायिक घटनाओं से संबंधित सभी तथ्यों की जांच नहीं की थी.की रिपोर्ट के मुताबिक, एसआईटी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता मुकुल रोहतगी ने जस्टिस एएम खानविल्कर की अध्यक्षता वाली पीठ से कहा, ‘हम आपको बताएंगे कि हमने ईमानदारी से हर चीज की जांच की है.
रोहतगी का बयान जाफरी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल की इस दलील के जवाब में आया कि एसआईटी ने पुलिस कंट्रोल रूम में एक मंत्री की मौजूदगी के बारे में विस्तार से पूछताछ नहीं की थी.उन्होंने बताया कि एक प्राइवेट व्यक्ति जयदीप पटेल को गोधरा ट्रेन नरसंहार में मारे गए व्यक्तियों के शव सौंपे गए थे.
घटना के करीब 10 साल बाद आठ फरवरी, 2012 को एसआईटी ने मोदी तथा 63 अन्य को क्लीनचिट देते हुए ‘क्लोजर रिपोर्ट’ दाखिल की थी. मोदी अब देश के प्रधानमंत्री हैं. जकिया ने एसआईटी के फैसले के खिलाफ दायर याचिका को खारिज करने के गुजरात उच्च न्यायालय के पांच अक्टूबर, 2017 के आदेश को साल 2018 में उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी थी.
न्यायालय ने कहा, ‘हमारा बड़ी हस्तियों से कोई लेना-देना नहीं है. राजनीतिज्ञ कुछ भी नहीं है. हम कानून और व्यवस्था तथा एक व्यक्ति के अधिकारों के मामले को देख रहे हैं.’
ان شاء اللہ! اللہ پاک کے یہاں انصاف ہوگا
Corrupt system
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
पेगासस के ज़रिये भारतीय नागरिकों की जासूसी के आरोपों की जांच के लिए विशेष समिति गठितसुप्रीम कोर्ट ने समिति का गठन करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में निजता का हनन नहीं हो सकता. अदालत ने इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा उचित हलफ़नामा दायर न करने को लेकर गहरी नाराज़गी जताई और कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को ख़तरा होने का दावा करना पर्याप्त नहीं है, इसे साबित भी करना होता है. सबसे पहले तुम्हारे जैसे चरसी पत्रकार की भी जासूसी करवानी चाहिए
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »
तनख्वाह बढ़ाने की मांग पर अड़े गुजरात पुलिसकर्मियों के परिवार, राज्य सरकार ने बनाई कमिटीगुजरात में पुलिसकर्मियों की तंख्वाह बढ़ाए जाने को लेकर इनके परिवार पिछले 5 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. ऐसे में अब गुजरात के गृहमंत्री, डीजीपी और दूसरे सीनियर पुलिस अधिकारिओं के साथ पुलिस परिवारों की मीटिंग हुई. इसके बाद मामले को देखने के लिए एक कमिटी बनाई गई है. gopimaniar Kam to dhang se karte nii kewal payment badhe
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
कोवैक्सीन को डबल्यूएचओ की मान्यता के इंतजार में बैठे हैं लाखों लोग | DW | 27.10.2021कोवैक्सीन पर डबल्यूएचओ का फैसला जल्द आ सकता है. इस फैसले पर लाखों लोगों की यात्राओं के फैसले टिके हुए हैं क्योंकि विभिन्न देश तभी भारतीय टीके को मान्यता देंगे, जब उसे विश्व स्वास्थ्य संगठन की मान्यता मिलेगी.
स्रोत: DW Hindi - 🏆 8. / 63 और पढो »
बदली गई गोरखपुर की सूरत, योगी सरकार में गोरक्षनगरी को मिली एक लाख करोड़ की परियोजनाएंकरीब साढ़े चार साल पहले योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने तो गोरखपुर में विकास की गंगा बहने लगी। 19 मार्च 2017 से 18 मार्च 2021 तक गोरखपुर के खाते में एक लाख करोड़ रुपये की परियोजनाएं आ चुकी हैैं। Saale tu to bika hua hai लोगो का खून चूस के कितनी भी परियोजनाओं को ले आओ लेकिन असली तलवे चाटुकार की योजना सबसे बड़ा बिकाऊ में प्रथम स्थान प्राप्त करेगा । जूतो से मारना चहोये इन के दलालो को
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
सोशल मीडिया: आर्यन को जमानत मिलने से खुश शनाया कपूर, शेयर की बचपन की तस्वीरबॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान को जमानत मिलने से शनाया कपूर खुश हैं। उन्होंने अपनी इस खुशी को इंस्टाग्राम 'AryanKhan has ultimately been released on bail by the High Court. No possession, no evidence, no consumption, no conspiracy, right from the first moment when he was detained on October 2, 2021. Nor is there anything as of now' - Legal team. WelcomeHomeAryanKhan ShahRukhKhan नसेड़ी की दोस्त Have some standard wile reporting
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »
कर्नाटक में Corona के AY 4.2 वैरिएंट के मामलों की संख्या 7 हुई
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »