आकर्षण और विकर्षण के बीच

  • 📰 Jansatta
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

निर्माता जब किसी साहित्यिक कृति पर फिल्म बनाने की ओर अग्रसर होता है, तो वह उसमें तमाम परिवर्तन कर देना चाहता है, जो बाजार के अनुकूल और व्यावसायिक दृष्टि से सफल हो। चाहे इस प्रक्रिया में कृति की आत्मा और मूल संवेदना ही क्यों न खत्म हो जाए।

दिनेश कुमार July 14, 2019 6:47 AM साहित्यिक कृतियों पर हिंदी में बनी अधिकतर फिल्में विफल साबित हुई हैं और फिल्मों में जाने वाले अधिकतर साहित्यकारों को अंतत: निराशा ही हाथ लगी। वह चाहे प्रेमचंद हों या लोकप्रिय कवि-गीतकार नीरज हों। कवि कुंभनदास के प्रति’ शीर्षक कविता में केदारनाथ सिंह सत्ता और कविता के संबंध पर लिखते हैं- ‘कैसी अनबन है/ कविता और सीकरी के बीच/ कि सदियां गुजर गई/ और दोनों में आज तक पटी ही नहीं।’ यह बात हिंदी साहित्य और हिंदी सिनेमा के संबंध पर भी अक्षरश: लागू होती है। फर्क सिर्फ...

यहां एक बड़ा प्रश्न यह है कि हिंदी के सर्वाधिक लोकप्रिय लेखक प्रेमचंद की रचनाओं पर बनी फिल्में क्यों विफल हुई? प्रेमचंद तो हिंदी और उर्दू दोनों के सबसे बड़े रचनाकार थे। ऐसा प्रतीत होता है कि फिल्मों के दर्शक और साहित्य के पाठकों की चेतना में भारी अंतर था। रचनाओं में सिनेमा के मिजाज के अनुकूल अनेकानेक परिवर्तन करने के बावजूद प्रेमचंद की कृतियों पर बनी फिल्में विफल हुर्इं, तो यही कहा जा सकता है कि हिंदी सिनेमा के दर्शक वर्ग का जो चरित्र था, वह प्रेमचंद के चेतना और सरोकारों से कासों दूर...

हिंदी साहित्य और हिंदी सिनेमा के बीच रिश्ता सत्तर के दशक में कुछ बेहतर हुआ। गुलजार ने कमलेश्वर की कृतियों पर ‘आंधी’ और ‘मौसम’ जैसी महत्त्वपूर्ण फिल्में बनाई। बासु चटर्जी ने मन्नू भंडारी की कहानी ‘यही सच है’ पर ‘रजनीगंधा’ जैसी सफल फिल्म बनाई। लेकिन यह दौर काफी छोटा रहा। यह देखना कम दिलचस्प नहीं है कि हिंदी फिल्मकारों की तुलना में बंगाली फिल्मकारों ने साहित्यिक कृतियों की संवेदना को गहराई से समझा और सफल फिल्में बनाई। सत्यजित राय द्वारा प्रेमचंद की कहानी ‘शतरंज के खिलाड़ी’ पर इसी नाम से बनाई गई...

सिनेमा अंतत: एक व्यवसाय है। इसमें भारी पूंजी लगी होती है। जैसे-जैसे समय बीत रहा है फिल्म निर्माण में पूंजी की भूमिका और बढ़ रही है। पूंजी से संचालित किसी भी उपक्रम का पहला और अंतिम उद्देश्य मुनाफा होता है। जो भी व्यक्ति पैसा लगाएगा वह सर्वप्रथम यही देखेगा कि उसका पैसा न सिर्फ लौटे, बल्कि साथ में कुछ मुनाफा भी हो। इसके लिए वह हर तरह के हथकंडे का इस्तमाल करता है। यहीं से फिल्म निर्माता और साहित्कार में टकराव शुरू होता है। साहित्यकार की समस्या यह होती है कि उसका पूरा संस्कार ही व्यावसायिकता और...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 4. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

ONGC और GAIL जैसी बड़ी कंपनियों से छिन सकता है पीएसयू का ताज, यह है कारणओएनजीसी (ONGC), आईओसी (IOC), गेल (GAIL) और एनटीपीसी (NTPC) जैसी कई महारत्न और नवरत्न कंपनियों से पीएसयू (PSU) का टैग छिन सकता है। ONGC_ PSU which has Maharatna status is doing very well for india.But govt selling these for one time benifit,this may be worst decision of govt.
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

Weather Update: बिहार में भारी बारिश से 11 की मौत, दिल्ली में गर्मी ने फिर दिखाए तेवरदिल्ली में बारिश का दौर रुकते ही उमस बढ़ गई है और गर्मी भी फिर से तेवर दिखाने लगी है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

मॉब लिंचिंग पर बोले खुर्शीद, 'छोटे शहरों और गांवों में है खौफ का माहौल'कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने कहा कि यह हर भारतीय की जिम्मेदारी है कि वह मॉब लिंचिंग को लेकर व्याप्त डर को कम करने में सहयोग करे। उन्होंने कहा दिल्ली में भी लोगों को मॉब लिंचिंग का डर सताता है।\n
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

आर्मी जवान ने पाकिस्तानी को भेजी सेना की गुप्त सूचना, नारनौल से गिरफ्तारसेना की गुप्त सूचना एक पाकिस्तानी को भेजने के आरोप में आर्मी के एक जवान को हरियाणा के नारनौल से गिरफ्तार किया गया है. आरोप है कि जवान ने भारतीय सेना की यूनिट लोकेशन, गतिविधि और इस्टर्न सेक्टर को लेकर सूचना व्हाट्सएप पर पाकिस्तानी से साझा की थी. असल में, भारतीय सेना का जवान हनी ट्रैप में फंस गया था और इसी दौरान वह सेना की सूचना किसी पाकिस्तानी से साझा कर गया. बताया जा रहा है कि गिरफ्तार जवान अरुणाचल प्रेदश में तैनात था. यह गिरफ्तारी ऐसे समय हुई है जब भारतीय सेना ने जवानों को व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों किसी सूचना को साझा करने को लेकर अगाह किया था. बताया जा रहा कि जवान तीन साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

इमरान के फैसले से नाराज़ पाकिस्तानी बोले- हम हो जाएंगे कंगाल, रोज़ाना 30% महंगी हो जाएंगी चीजें– News18 हिंदीपाकिस्तान सरकार और IMF के बीच जो डील हुई है, उससे पाकिस्तान में रोजमर्रा की जरूरतों की वस्तुओं की कीमतों में करीब 30 फीसदी तक बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे जनता की मुश्किलें और बढ़ जाएंगी.
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »

पुंछ और राजौरी में पाक सैनिकों की गोलीबारी, भारत ने दिया मुंहतोड़ जवाबजम्मू। पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी एवं पूंछ जिलों में बगैर किसी उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए नियंत्रण रेखा पर शुक्रवार को गोलीबारी की। भारत की ओर से इसका करारा और प्रभावी जवाब दिया गया।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »