आईटी डिवाइसेज पर होगा हिंदी-संस्कृत का इस्तेमाल, मंत्रालय ने विकसित की तकनीक

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इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना मंत्रालय एक ऐसी तकनीक विकसित की है जिसकी मदद से आधिकारिक उद्देश्यों के लिए सूचना और संचार उपकरणों पर हिंदी और संस्कृत भाषा का इस्तेमाल किया जा सकेगा। PrakashJavdekar Sanskrit Hindi GoI_MeitY

उपकरणों पर हिंदी और संस्कृत भाषा का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह व्यवस्था हिंदी और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फॉर इंडियन लैंग्वेजेज प्रोग्राम के तहत विकसित की गई है।

गृह मंत्रालय के मुताबिक इस आधुनिक तकनीक का विकास सूचना और संचार उपकरणों पर हिंगी और संस्कृत के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इसके लिए सॉफ्टवेयर टूल www.tdil-de.in पर उपलब्ध होंगे। मंत्रालय ने बताया कि संविधान की आठवीं अनुसूची में दर्ज हिंदी व संस्कृत समेत सभी 22 भाषाओं के लिए फॉन्ट्स, फायरफॉक्स ब्राउजर व अन्य ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर टूल विकसित किए गए हैं।

इसके साथ ही हिंदी के लिए टेक्स्ट टू स्पीच सिंथेसिस सिस्टम और ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन तकनीक विकसित की गई है। साथ ही अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद के लिए मशीन ट्रांसलेशन तकनीक विकसित की गई है। इसके अलावा संस्कृत प्रोसेसिंग और संस्कृत ई-लर्निंग टूल भी विकसित किए गए हैं। उपकरणों पर हिंदी और संस्कृत भाषा का इस्तेमाल किया जा सकेगा। यह व्यवस्था हिंदी और संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट फॉर इंडियन लैंग्वेजेज प्रोग्राम के तहत विकसित की गई है।गृह मंत्रालय के मुताबिक इस आधुनिक तकनीक का विकास सूचना और संचार उपकरणों पर हिंगी और संस्कृत के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए किया गया है। इसके लिए सॉफ्टवेयर टूल www.tdil-de.

इसके साथ ही हिंदी के लिए टेक्स्ट टू स्पीच सिंथेसिस सिस्टम और ऑप्टिकल कैरेक्टर रिकॉग्निशन तकनीक विकसित की गई है। साथ ही अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद के लिए मशीन ट्रांसलेशन तकनीक विकसित की गई है। इसके अलावा संस्कृत प्रोसेसिंग और संस्कृत ई-लर्निंग टूल भी विकसित किए गए हैं।

 

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