हालांकि, आज़ादी के उन शुरुआती दिनों में राष्ट्रीय नेताओं के पास ज़ाहिर तौर पर इस परिचित विवाद से कहीं अधिक महत्वपूर्ण मुद्दे थे. तब राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेता जहां संविधान को अंतिम रूप देने में व्यस्त थे वहीं इस बात को लेकर आश्वस्त भी थे कि इस मुद्दे को आने वाले दशकों में धर्मनिरपेक्ष तरीकों से निबटा लिया जाएगा.
वहीं दूसरी तरफ तब की राजनीति और चुनावों में सफलता पर अपनी अच्छी पकड़ भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लगातार बनाए रखी. ऐसा लगता था कि कांग्रेस संचालकों को बहुसंख्यक समुदाय की पार्टी बनने और साथ ही मुसलमानों की भावनाओं और उनके नेताओं को पार्टी में समायोजित करने में महारत हासिल थी. सामंती और सांप्रदायिक संगठनों के साथ आने से इसमें नेहरूवादी व्यवस्था को बड़ी चुनौती देने की क्षमता थी, लेकिन इंदिरा गांधी जल्द ही, एक बार फिर गणतंत्र के धर्मनिरपेक्ष स्वभाव को बहाल करने में कामयाब हो गईं.राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से ही कांग्रेस ने धर्मनिरपेक्ष राज्य के सिद्धांतों पर अपनी रणनीतिक स्पष्टता खोनी शुरू कर दी.
जब राजीव गांधी के बाद पीवी नरसिम्हा राव पहले कांग्रेस अध्यक्ष और फिर प्रधानमंत्री बने तो उन्होंने यह महसूस किया कि थकाऊ और दिवालियेपन की कगार पर पहुंच चुकी अर्थव्यवस्था को सुधारना भारत की प्राथमिकता होनी चाहिए.
Har har modi
Yahi to me soch raha hun, ke aapne abhi tak ye question kyu nahi put kiya Congress se🤣🤣🤣
Because Divinity and truth of History are in favour of majority of votes.
मरता क्या न करता। वरना बची खुची सीटें भी चली जाती। 😊😊😊
450 करोड का राफेल 1570 करोड मे खरीदना देश हित मे था इसमे कोई घोटाला नही है वाह गोगोई जी जाते जाते राज्यपाल पद पक्का कर लिया
बड़ी अदालत का फैसला मानने के लिए सभी बाध्य हें।
can not get elected only on Muslim votes in these polarised times in india.
अरे बीबीसी न्यूज़ वालों कभी तो इंडिया के बारे में अच्छी बातें लिखा करिए
वह अयोध्या के विरुद्ध में कतई नहीं थी।
Kiyon ki ab BHARAT DESH me Jihaadi soch nahi chalega.. Ye bahut achhe se pata chal gaya..desh Drohi Congress party ko..😡😡😡
शायद इस लिए!
😂😂
Jehadi, communist, anti hindu BBC.... Ab kitna bhi bhokle... Hindu apne prachin suvarna yug garva prapta karega.... Jati pati sb bhul ke hm hindu tb tk ladhenge jb tk hm jit nahi jaate
किसने कहा कांग्रेस ने अयोध्या फ़ैसले पर समर्थन किया है?
का रे बीबीसी, कश्मीर की नजरबंदी का रोना नही रो रहे? वो का है ना - एक नया दर्द ही पुराने दर्द की दवाई होता है ।
अयोध्या विवाद की शुुरुआत ही कांग्रेस ने किया था. इस विवाद की जन्मदाता खुद कांग्रेस है. कांग्रेस का मुसलमानों को सेक्यूलिरिज़्म के नाम पर ठगती आई है. असल में कांग्रेस कट्टर मुस्लिम विरोधी है. जबतक उसकी सरकार थी. हर रोज़ बेगुनाह मुस्लिमों को आतंकवाद के नाम पर हत्या करवाती रही.
Hare ko harinam
बिबिसी को हिंदूस्तान से निकाल देना चाहिए
Abhi to BBC ko aur Zalil krna h...Kitna propaganda failaoge utna zalil hoge
Kyonki fati padi hai.
और नहीं तो उपाय क्या है
चुनाव के समय मंदिर मंदिर घूम रहे थे इसके कारण अयोध्या मामले में समर्थन करना पड़ रहा है कांग्रेसी को
समर्थन नहीं करे तो कहीं के नहीं रहेंगे
शियासती रोटी सेकने के लिए...
जनता के समर्थन में साथ देने के लिए तथा वोट बैंक के लिए
मजबूरी का नाम 'महात्मा गांधी'....
इक्षा-धारी जनेऊ-धारी जो ठहरे😂🤗
1989 में राजिव गांधी सरकार ने बाबरी मस्जिद पर लगे ताले को खुलवाकर हिंदू संगठनों को शिलान्यास करके राममंदिर बनाने की इजाजत दे दी थी तब बीजेपी ने भारी विरोध किया था।उनको लगा था कि इस का श्रेय कांग्रेस को मिल जायेगा।राममंदिर पर सभी पार्टियां वोटबैंक की राजनीति करती रही है।
BBC Msdia is a Big farce, a Liar, a Fake NEWS Centre, a PAID UP Chanel. It always delivers NEWS against INDIA. Stupid....
हिंदुओं से पंगे लेने की हालत में नही हैं 🙄
आपको भी किसी समय रामजी का समर्थन करना पड़ेगा क्योंकि सनातन धर्म हजारों करोड़ों वर्ष पुराना है आप अभी मजे मार लो पर आने वाला समय आपको भी जय श्री राम कहना पड़ेगा जय श्री राम
Kyoki hindustan seasonal dharmik ko pasand nahi karti
Sahi hai toh samarthan toh karna hi hai. Abhi puri tarah Leftist Naxals ki party nhi hui hai Congress.
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