अभिजीत अय्यर मित्रा का कॉलम: रूस भारत का साझेदार व मददगार है, इसलिए भारत की चुप्पी की नीति सही है

  • 📰 Dainik Bhaskar
  • ⏱ Reading Time:
  • 60 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 27%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अभिजीत अय्यर मित्रा का कॉलम:रूस भारत का साझेदार व मददगार है, इसलिए भारत की चुप्पी की नीति सही है abhijitiyer Opinion column

Abhijit Iyer Mitra's Column Russia Is India's Partner And Helper, So India's Policy Of Silence Is Correct2 घंटे पहलेहम इस बात के तो अभ्यस्त हैं कि नेपाल हमारे और चीन के बीच गेम खेलता रहता है। हम इस बात के भी आदी होते जा रहे हैं कि भूटान भी अब भारत-चीन के बीच उसी तरह का गेम खेलने लगा है, जो वह पहले नहीं खेलता था। लेकिन कल्पना कीजिए, अगर किसी दिन नेपाल और भूटान- जिनकी भारत के साथ खुली सीमाएं हैं- चीन के साथ एक ऐसा गठजोड़ कर लें, जो हमारे विरुद्ध हो, तो क्या...

1600 में इस परिसंघ ने मॉस्को के जार के प्रति अपनी निष्ठा प्रदर्शित की। तब जार अपने क्षेत्र का तेजी से विस्तार कर रहा था। जब यह रूसी साम्राज्य फैलने लगा तो उसने पोलिश-लिथुआनियाई कॉमनवेल्थ के बड़े इलाके को अपने में मिला लिया और यूक्रेन प्रांत का हिस्सा बना दिया। वर्ष 1957 में सोवियत-संघ के नेता निकित ख्रुश्चेव- जो कि स्वयं यूक्रेनी थे- ने यूक्रेन को क्रीमिया प्रायद्वीप भी दे दिया। यानी आज हम जिस यूक्रेन को जानते हैं, उसका 90 प्रतिशत हिस्सा जार और सोवियतों के द्वारा उसे उपहार में दिया गया था। 19वीं और 20वीं सदी में जैसे-जैसे यूरोपियन राष्ट्रवाद बढ़ता गया, यूक्रेन में भी भाषाई आधार पर यह भावना बलवती होने लगी कि वह रूस से पृथक है। इसका आधार यह था कि लम्बे पोलिश राज के दौरान यूक्रेनी चर्च की निष्ठाएं कैथोलिक चर्च के प्रति अधिक हो गई...

द्नाइपर नदी के पूर्व में रूसी इलाका था, जिसका औद्योगिक विकास तेजी से हुआ था। वहीं पश्चिम में यूक्रेन का ग्रामीण और गरीब इलाका था। इसने टकरावों को जन्म दिया और स्तेपान बांदेरा के विचारों के समर्थक फिर से जुटने लगे। 2014 ने इस ताबूत में आखिरी कील ठोंक दी। अमेरिका की शह पर यूक्रेन के चुने गए राष्ट्रपति- जो रूस के समर्थक थे- के विरुद्ध एक आंदोलन हुआ और परिणामस्वरूप यूक्रेन की रूसी जनता के नागरिक अधिकारों का विधिपूर्वक हनन किया जाने...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 19. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

यूक्रेन युद्ध का भारत के रक्षा सौदों पर पड़ सकता है असर, जानिए कैसे?\r\nRussia-Ukraine War: यूक्रेन भारतीय वायुसेना के 100 से ज्यादा ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट AN-32 को अपग्रेड कर रहा है. ये डील 2009 में हुई थी. साल 2015 तक 45 एयरक्राफ्ट को अपग्रेड कर दिया गया था. यही नहीं यूक्रेन के साथ भारत ने पिछले साल फरवरी में चार एग्रिमेट पर दस्तखत किए हैं. इसमें यूक्रेन भारत को हथियारों की सप्लाई के साथ ही पहले से दिए गए रक्षा उपकरणों की मेंटेनेंस और उन्हें अपग्रेड करना शामिल है. शक्तिशाली इंजन बनाने के लिए यूक्रेन दुनिया में जाना जाता है.
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »

''यूक्रेन पर रूसी आक्रमण'' के मुद्दे पर सार्वजनिक हुआ भारत और अमेरिका के बीच का मतभेदQuad Meeting: यूक्रेन मुद्दे पर भारत को सार्वजनिक रूप से रूस की निंदा करने और उसके साथ दूरी बनाने के लिए मजबूर करने के प्रयास में, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने क्वाड देशों की एक आपातकालीन वर्चुअल मीटिंग बुलाकर चीन कार्ड खेला.
स्रोत: News18 Hindi - 🏆 13. / 51 और पढो »

भारत के इस पूर्व क्रिकेटर को BCCI के संचालन महाप्रबंधक के रूप में नियुक्त किया जाएगा!भारत के पूर्व क्रिकेटर रहे AbeyKuruvilla को BCCI के संचालन महाप्रबंधक के रूप में नियुक्त करने का फैसला लिया गया है।
स्रोत: Navjivan - 🏆 2. / 68 और पढो »

BharatPe के आरोपों पर अशनीर ग्रोवर का पलटवार, पत्नी ने कहा- 'आगे बढ़ने का वक्त'BharatPe ने आरोप लगाया था कि AshneerGrover ने अपनी आलीशान लाइफस्टाइल के लिए फंड्स का इस्तेमाल किया
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

अमेरिका के एयर स्पेस बंद करने के फैसले का रूस पर क्या होगा असर?RussiaUkraineConflict | America द्वारा रूसी फ्लाइट्स पर बैन लगाने से पहले Canada और EU ने भी Russia के लिए अपने एयरस्पेस बंद किए थे
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

पोलैंड में इंडियन एम्बेसी का मिशन इम्पॉसिबल: भारत के अफसरों का कमाल; यूक्रेन में बमबारी के बीच 30 किमी अंदर घुसकर निकाल लाए 500 छात्रयूक्रेन पर रूसी हमले के बाद पोलैंड बॉर्डर तक पहले भारतीय छात्रों को कई किलोमीटर पैदल चलकर आना पड़ रहा था। फिर ऐसी खबरें भी आने लगीं कि यूक्रेन बॉर्डर पुलिस भारतीयों को टॉर्चर कर रही है। ऐसे में पोलैंड में मौजूद इंडियन एम्बेसी ने ऐसे मिशन को अंजाम दिया जो जंग के हालात में इम्पॉसिबल था। | Ukraine Russia War; Poland Indian Embassy | Special Report From Poland On Indian Evacuation
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »