यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत के बीच मतभेद खुलकर सामने आ गए हैं. अमेरिकी विदेश विभाग ने डिप्लोमेटिक इस्तेमाल में आने वाले केबल को भारत से वापस ले लिया है. संयुक्त अरब अमीरात से भी इसी तरह के एक केबल को अमेरिका ने वापस लिया है. अमेरिका ने जो केबल वापस मंगाया है उसके जरिए जो बाइडेन प्रशासन ने गुरुवार को नई दिल्ली को अमेरिकी अगुवाई वाले देशों की लीग में शामिल होकर मॉस्को की निंदा करने के लिए कहा था.
अमेरिकी अधिकारियों ने सार्वजनिक रूप से कहा कि चूंकि संयुक्त राष्ट्र की बहस में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण को लेकर हुई वोटिंग में भारत ने तीन बार हिस्सा नहीं लिया, इसलिए जो बाइडेन प्रशासन “भारत से इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए आग्रह कर रहा है.” रूस-यूक्रेन मुद्दे पर वोटिंग में भारत के शामिल नहीं होने को बाइडेन प्रशासन और अमेरिकी कांग्रेस के कुछ सदस्य मॉस्को को नई दिल्ली के मौन समर्थन के रूप में देख रहे हैं.
हालांकि, संयुक्त अरब अमीरात ने मतदान से दो बार किनारा करने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के खिलाफ तीसरे प्रस्ताव के दौरान अपना रुख बदल दिया और यूक्रेन के पक्ष में मतदान किया. हालांकि, भारत ने तीसरी बार भी वोटिंग से दूर रहा, चीन ने भी यही किया. स्पष्ट रूप से भारत का जिक्र नहीं करते हुए, जो बाइडेन ने एक बयान में कहा कि संयुक्त राष्ट्र महासभा का वोट “पुतिन के दुनिया से अलगाव को उजागर करता है” और दुनिया “रूस के झूठ” को खारिज कर रही है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी | आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी |
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »