अफगानिस्तान: पाकिस्तान के बाद रूस और चीन भी तालिबान के समर्थन में

  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 76 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

अफगानिस्तान तख्तापलट: पाकिस्तान के बाद रूस और चीन भी तालिबान के समर्थन में Afghanistan Taliban Kabul Pakistan Russia China

रूस के अफगानिस्तान में राजदूत दमित्री झिरनोव ने यह बात कही। चीन ने भी कहा है कि वह अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार के साथ बेहतर रिश्ता चाहता है। जबकि जर्मनी और ब्रिटेन तालिबान के विरोध में हैं।

अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता की वैधता के मुद्दे पर दुनिया के देश बंटते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ देश तालिबान के साथ हैं, तो कुछ विरोध में और कुछ देशों ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। चीन, पाक, रूस और तुर्की ने तालिबान से दोस्ती के संकेत दिए हैं। वहीं, ब्रिटेन ने तालिबान की सत्ता को मान्यता नहीं देने का ऐलान किया है। कतर और जर्मनी भी तालिबान का विरोध कर चुके हैं। चीन ने उम्मीद जताई कि तालिबान अफगानिस्तान में खुले एवं समग्र इस्लामिक सरकार की स्थापना के अपने वादे को निभाएगा और बिना हिंसा एवं आतंकवाद के शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करेगा।ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि अफगानिस्तान में फौज की शिकस्त और अमेरिका की वापसी को शांति और सुरक्षा की बहाली के एक मौके के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि ईरान...

अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता की वैधता के मुद्दे पर दुनिया के देश बंटते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ देश तालिबान के साथ हैं, तो कुछ विरोध में और कुछ देशों ने अभी तक पत्ते नहीं खोले हैं। चीन, पाक, रूस और तुर्की ने तालिबान से दोस्ती के संकेत दिए हैं। वहीं, ब्रिटेन ने तालिबान की सत्ता को मान्यता नहीं देने का ऐलान किया है। कतर और जर्मनी भी तालिबान का विरोध कर चुके हैं। चीन ने उम्मीद जताई कि तालिबान अफगानिस्तान में खुले एवं समग्र इस्लामिक सरकार की स्थापना के अपने वादे को निभाएगा और बिना हिंसा एवं आतंकवाद के शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण सुनिश्चित करेगा।ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने कहा है कि अफगानिस्तान में फौज की शिकस्त और अमेरिका की वापसी को शांति और सुरक्षा की बहाली के एक मौके के तौर पर देखा जाना चाहिए। उन्होंने जोर दिया कि ईरान...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

भारत को ऐसे किसी सरकार को मान्यता देने के लिए कोई हड़बड़ी नहीं होनी चाहिए जिसके भविष्य के व्यवहार पर कोई भी प्रश्न चिन्ह हो.पड़ोसी देश है, पड़ोसी ही रहेंगे.

This is new war. These three defeated US and got supportive control in afg.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 12. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

रूस बोला- 'हम तालिबान के संपर्क में', अमेरिका की ख़ूब कर रहा खिंचाई - BBC Hindiरूस ने कहा है कि तालिबान के संपर्क में हैं मगर उसने अफ़ग़ानिस्तान में जैसे स्थिति बदली उसे लेकर हैरानी जताई है. गुफापुत्रो का पहला अब्बा समझदारी दिखा रहा है। ☺️ इसी को कोलडवोर कहते हैं।।।। 'दोनों के हाथ जले हुए हैं। खुन से रंगे हुए हैं।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

तालिबान - बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के हालात के लिए वहां के नेताओं को ठहराया ज़िम्मेदार - BBC Hindiअफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान के क़ब्ज़े के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने राष्ट्र को संबोधित किया है और कई मुद्दों पर अपनी बात रखी है. We want today ex prasident Mr.Trump मासूम लोगों की जान की परवाह किये बगैर चला गया सब कुछ करा धरा इस अमेरिका का ही है
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

तालिबान की पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस: 'शरिया के अनुसार होंगे महिलाओं के हक़' - BBC News हिंदीअफ़ग़ानिस्तान पर दोबारा नियंत्रण हासिल करने के बाद तालिबान का पहला संवाददाता सम्मेलन मंगलवार को काबुल में आयोजित हुआ. अस्सी चूहे खा के बिल्ली चली हज को ! After Kerala Model now ®NDTV and exclusive club of ®nd$ will promote TalibanModel of Women Empowerment. तो BBC महिला पत्रकारों को भेज दो वहां काम करने के लिए.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

अफगानिस्तान: काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद मलाला यूसुफजई ने क्या-क्या कहाअफगानिस्तान में तालिबान ने पूरी तरह से अपनी पकड़ बना ली है। राष्ट्रीय राजधानी काबुल में आज तालिबान ने कब्जा जमा लिया। कोई कुछ भी कहे उन्होंने काबुल पर शांति के साथ एक गोली चलाए बगैर कब्जा किया है यह दुनिया ने देखा है इस्लामी कट्टर पंथी धीरे धीरे एक हो रहे हैं वे किस देश के हैं ये महत्वपूर्ण नहीं हैं ये पूरी दुनिया पर कट्टर पंथी सोच थोपना चाहते हैं। यह एक जेहादी एजेंट है, और कुछ नही,
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

चीन ने कहा, तालिबान के साथ 'दोस्ताना रिश्ते' के लिए तैयार : AFPचीन के विदेश मंत्रालय ने कहा, स्वतंत्र रूप से अपने भाग्य का निर्धारण करने के अफगान के लोगों के अधिकार का चीन सम्मान करता है और अफगानिस्तान के साथ मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध विकसित करना जारी रखना चाहता है. jab ye china me ghusenge or china ki mahilao k sath yahi sab karenge , tab china ko samajh ayegi ये दोनों हमारे देश के लिए खतरा है तुम भी ख़ुश, ची भी ख़ुश। आप लोगों की खुशी को हम वोटों मे तब्दील कर देंगे। 😀
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए चिंतित : मलालापाकिस्तान की मलाला को लड़कियों की शिक्षा के लिए आवाज उठाने पर तालिबानी आतंकवादियों ने स्वात इलाके में सिर पर गोली मारी थी. गंभीर रूप से घायल मलाला का पहले पाकिस्तान में उपचार हुआ फिर बेहतर उपचार के लिए उसे ब्रिटेन ले जाया गया. डिजिटल युग होने के कारण तालिबान की बर्बरता और उनका क्रूरता पूरी दुनिया देख रही हैं, नही तो उदारवादी और वामपंथी इतिहासकार तालिबान को जस्टिफाई कर अफगानिस्तान में तालिबान को विकास और अमन-चैन का अग्रदूत बना के इतिहास के पन्नों में छपवा देते और अखबारों में बड़े-बड़े आर्टिकल देते ! हट ।।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »