तालिबान - बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के हालात के लिए वहां के नेताओं को ठहराया ज़िम्मेदार - BBC Hindi

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बाइडन ने अफ़ग़ानिस्तान के हालात के लिए वहां के नेताओं को ठहराया ज़िम्मेदार

पूनावाला ने अनुमति मिलने से पहले ही कोविशील्ड का जोख़िम भरा उत्पादन शुरू किया था. परीक्षणों में वैक्सीन की नाकामी की सूरत में ये सब बेकार हो जाता.स्थानीय मीडिया में यह दावा किया जा रहा था कि नसीराबाद ज़िले में बनाया जाने वाला एयर बेस वास्तव में अमेरिकी सेना के अनुरोध पर बनाया जा रहा है और एयर बेस का उपयोग अमेरिका ही करेगा.इसराइल और फ़लस्तीनियों में पिछले 11 दिनों तक चले हिंसक संघर्ष को लेकर भारतीयों की राय बँटी दिखी.

अमेरिका बरसों से इसराइल को अरबों डॉलर की मदद दे रहा है और इसराइल उसी के एक हिस्से से अमेरिका से हथियार ख़रीदता है. अमेरिका इसराइल की आर्थिक मदद क्यों करता है?सऊदी अरब में पिछले शुक्रवार को मक्का में एक इमाम पर हमले की कोशिश हुई है जिसकी जाँच हो रही है. मक्का में काबा मस्जिद पर पहले भी कई बार हमले हुए हैं.वॉल स्ट्रीट जर्नल' ने अमेरिकी ख़ुफ़िया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा था कि वुहान लैब के तीन शोधकर्ता साल 2019 के नवंबर में कोविड जैसी बीमारी से जूझ रहे थे.

 

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सभी चूहे बिल से निकल आये है !!यही समय है बाइडन साहब!!!जो खरबो डॉलर खर्च करके न हुआ आपकी बस एक चाल से हो जाएगा।आधुनिक चाणक्य बन जाओ

गनी को 1 % भी दोष नही दे सकते आप विश्व के सक्षमत्तम आँख नाक कान! आपने चीन को मौका दे आधुनिक समय मे वाईट सुप्रिमेसी को संकट मे डाला जो अब शुरू होगा!

सुना सुना से लगता है। नेहरू ज़िम्मेदार है भी बोल दो

😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂

अफगानिस्तान के ऐसे हालात लिए कोन जिम्मेदार है? America or Pakistan- China? अफगानिस्तान की सरकार और जनता खुद जिम्मेदार है, कोई कब तक दूसरे की घर की रखवाली कर सकता है, अफगान फौज को खुद अमेरिका ने वार ट्रेनिंग दी है। जिसमे तालिबान से ज्यादा अफगान फौज और हथियार की संख्या अधिक थी।

The consequences of American wrong policies, it would be better now America should not guard the world humanity

सही कहा भारत मे भी ऐसा कोसिस हो रही है।

अपने जिम्मेदारी से भागना कायरता कहलाता हैं राष्ट्रपति महोदय..

जब तक आप अपने देश की रक्षा नहीं करेगे दूसरा तो दूसरा ही है वेटनाम इजरायल से आप को कुछ सीखना चाहिए

All countries around the world that support democracy should send troops to Afghanistan(दुनिया भर के सभी देश जो लोकतंत्र का समर्थन करते हैं, उन्हें अफगानिस्तान में सेना भेजनी चाहिए)

नो सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली

Very clever justification to hide the failure in defending People of Afghanistan. Of course, US wanted to get rid of Afghanistan that is fine. But US would have involved international community/ UNO before quitting Afghanistan.

जब वो अपने आप को सुपर पावर मानते है और उनके इनामी किटानु कई वहा मोजूद है तो देर क्यूं लोहा गरम है मार दो हथौड़ा.✈️

मासूम लोगों की जान की परवाह किये बगैर चला गया

सब कुछ करा धरा इस अमेरिका का ही है

We want today ex prasident Mr.Trump

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