CBI vs CBI : 2 मिनट में जानिए क्या है पूरा मामला, क्यों निशाने पर है मोदी सरकार

  • 📰 Webdunia Hindi
  • ⏱ Reading Time:
  • 1 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 4%
  • Publisher: 51%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

सीबीआई के शीर्ष अधिकारियों में मचा ऐसा घमासान कि सरकार ने दोनों को छुट्टी देने में समझी भलाई, जानिए आखिर मामला है जिससे मोदी सरकार को भी है खतरा! CBIRafaleGate

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 17. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

सिख दंगों के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने में जुटी है सरकार : मोदीनई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सिख समुदाय को रविवार को एक बार फिर आश्वस्त किया कि उनकी सरकार 1984 के सिख दंगों के दोषियों को न्याय के कठघरे में लाकर रहेगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

MP Election Exit Poll/ मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव का एग्जिट पोल आज शाम; भाजपा और कांग्रेस के बीच है मुकाबलामध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh assembly polls 2018) के लिए 28 नवंबर को मतदान हुआ था। चुनाव आयोग के मुताबिक 75% मतदान हुआ। यह 2013 चुनाव से करीब 3% ज्यादा है। छत्तीसगढ़ के अलग होने के बाद मध्यप्रदेश में पहली बार 2003 में मतदान हुआ था। तब 67.25% वोट पड़े थे। यह 1998 में संयुक्त मध्यप्रदेश में हुए मतदान से करीब 7% ज्यादा था। 2003 में राज्य की 230 सीटों में से भाजपा को 173 और कांग्रेस को 38 सीटों पर जीत मिली थी। इसके बाद 2008 के चुनाव में 69.28% वोटिंग हुई, तब भाजपा को 143 और कांग्रेस को 71 सीट मिली। 2013 में राज्य में रिकॉर्ड 72.07% वोटिंग हुई। इस चुनाव में भाजपा को 165 और कांग्रेस को 58 सीटों पर जीत मिली। वोटिंग प्रतिशत के लिहाज से पिछले 4 चुनावों का आंकलन करें तो जब-जब वोटिंग में ज्यादा इजाफा हुआ है, तब-तब राज्य में भाजपा को सीटों का फायदा हुआ है। मध्यप्रदेश में पहली बार 1951 में वोट पड़े थे। 70% से ज्यादा वोटिंग अब तक राज्य में सिर्फ 2 बार 2013 और 2018 में हुई है। BJP4India INCIndia I have never failed in my political opinion lets see this time.🙏 Predictions as under MP: BJP 127+ Congress 85+ Rajasthan: BJP 105+ Congress 85+ Chattattisgarh: Bjp 60+ Congress 22+ * '+' indicates max 5 seats
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

टेरीज़ा मे के ख़िलाफ़ अविश्वास प्रस्ताव गिर गया325 सांसदों ने सरकार के पक्ष में और 306 ने सरकार के विरोध में मतदान किया.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

मोदी सरकार ने 2 साल बाद संसद में मानी नोटबंदी से मौत की बातजेटली ने बताया कि एसबीआई ने नोटबंदी के दौरान तीन कर्मचारियों और एक ग्राहक की मौत होने की जानकारी दी. बैंक ने मृतकों के परिजनों को मुआवजे के रूप में 44.06 लाख रुपये दिये. इसमें से तीन लाख रुपये मृतक ग्राहक के परिजनों को दिये गये. Koyi mujhe bataye notebandi se pehle aur baad mei poore desh mei kisi ki public place mei heart fail se maut huyi hai ya nahin? KabirIsAlmightyGod kbeer saheb hee alla he iska pirmad Kuran sariph mehe ढीट और महानीच सरकार
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अटल को कांग्रेस ने अपनाया, जन्मदिन को सुशासन दिवस के रूप में मनाएगी मध्य प्रदेश सरकारकांग्रेस बीजेपी को उसी के अंदाज में घेरना चाहती है. हर इलाके में गोशाला बनाने की बात को भी इसी से जोड़कर देखा जा रहा है. ReporterRavish अच्छा खेल रही कांग्रेस ReporterRavish कांग्रेस दोगली और नालायको की पार्टी हैं ReporterRavish अटल राह पर चलने वाले कभी राह में न अटकेंगे सच्ची राह पर अगर चल दिये तो कहीं नहीं भटकेंगे
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

बड़ी खबर, सीबीआई विवाद में मोदी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने दिया बड़ा झटकानई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने के मामले में केंद्र सरकार को बड़ा झटका दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने सीवीसी के फैसले को पलट दिया है। आलोक वर्मा सीबीआई के निदेशक बने रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सरकार के आलोक वर्मा को छुट्टी पर भेजने का फैसला निरस्त कर दिया है। छुट्टी पर भेजने के खिलाफ आलोक वर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »

किन्हें मिलेगा गरीब सवर्णों के आरक्षण का लाभ और क्या हैं शर्तें, 5 अहम बातेंसामान्य वर्ग के आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोगों को 10 प्रतिशत आरक्षण देने के कैबिनेट के फैसले का भाजपा सहित सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आ) तथा लोजपा ने स्वागत करते हुए इसे सामाजिक न्याय के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम बताया और कहा कि इस फैसले ने सामाजिक न्याय का नया पन्ना खोला है और इससे समाज में सद्भाव बढ़ेगा. आरपीआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्यमंत्री रामदास अठावले ने केंद्र सरकार द्वारा आर्थिक आधार पर सवर्णों को आरक्षण दिए जाने के निर्णय का स्वागत हुए कहा कि प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी जी का यह क्रांतिकारी कदम है और इससे समाज में आपसी सद्भाव बढेगा. उन्होंने यह भी कहा कि यह मांग वह पिछले 20 वर्षो से कर रहे थे और एनडीए की कई बैठकों में प्रधानमंत्री के समक्ष इस विषय को लगातार उठया था. अठावले ने संवाददाताओं से कहा कि सवर्ण समाज में भी आर्थिक रूप से बहुत लोग पिछड़े हुए है और वह समाज की मुख्यधारा से वंचित है लेकिन केंद्र सरकार के इस निर्णय के बाद उनको राहत पहुंचेगी. उन्होंने यह भी कहा कि देश के विभिन्न प्रदेशों में अलग -अलग वर्गों के लोगों द्वारा आरक्षण दिए जाने को लेकर चल रहे आंदोलन में भी अब रोक लगेगी. उन्होंने कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री.नरेंद्र मोदी पर पूरा विश्वास है और भारत रत्न बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर द्वारा बनाए गए संविधान में संसद को अधिकार है कि विधेयक लाकर कानून को संशोधित कर नया कानून बना सकती है. बीजेपी महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मोदी सरकार ने निर्धन सवर्णों को भी नौकरी, शिक्षा में 10% आरक्षण देने का फैसला किया है. लोकजनशक्ति पार्टी के नेता चिराग पासवान ने भी इस फैसले का स्वागत किया है.
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

भारतीय संस्कृति में राम का कोई एक रूप नहीं!भारतीय संस्कृति में राम का कोई एक रूप नहीं। गंगा किनारे बसे नगर से लेकर जंगलों में कबीलाई सभ्यता की तरह जी रहे लोगों के अपने-अपने राम। हम उस संस्कृति के वाहक हैं जहां सड़क पर राम के वेश में चलने वाले को बहरूपिया कह उसे प्रणाम करते हैं। राम के इतने रूप हैं कि उन्हें किसी खास आकृति और वेश-भूषा में डालकर एकरूप किया ही नहीं जा सकता। वैदिक राम तो वेद के खिलाफ खड़ी शक्तियों के साथ राम और औपनिवेशिक सत्ता के खिलाफ जंग में महात्मा गांधी की धुन में भी रघुपति राघव राजा राम। बुद्ध के भी राम तो मंदिर-मस्जिद और पंडित, मुल्ला को ललकारने वाले कबीर के राम। आस्तिकों के भी राम और नास्तिकों के भी राम। भारतीय लोक में राम प्रतिबद्धता के प्रतिरूप हैं। राम एक आदर्श हैं, विचारधारा हैं, नीति हैं। जनता का, जनता के द्वारा और जनता के लिए वाले आधुनिक नागरिक शास्त्र में भी रामनीति दिखती है। बहुरूप मंगलकारी राम के नाम के साथ बेबाक बोल में दीपावली की शुभकामना।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

रिजर्व बैंक के कंटिन्जेंसी फंड को लेकर केंद्र सरकार और केंद्रीय बैैंक के बीच में रस्साकशी2018-2019 में यह उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रहेगी। यह विश्व में किसी भी बड़े देश के लिए सबसे तेज बढ़त होगी।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

टीपू जयंती के विरोध में उतरे मोहनदास पाई, सरकार के फैसले को बताया शर्मनाक-Navbharat TimesIndia News: मोहनदास पाई ने कर्नाटक के सीएम को टैग करते हुए एक लेख का लिंक भी शेयर किया है, जिसमें कोडवा समुदाय के लोगों के नरसंहार के बारे में लिखा गया है। बता दें कि शनिवार को कर्नाटक सरकार सूबे में टीपू सुल्तान जयंती मना रही है। इसके विरोध में बीजेपी और श्रीराम सेना सड़कों पर उतर आए हैं। Loyalty to prove NO ONE CAN EXPECT PATRIOTISM FROM THE RESIDUAL-CONGRESS UNDER ITALIAN_CONSPIRACY ! NATION IS DEVELOPED IN EVERY SECTOR IN MODI RULE & RECOGNIZED GLOBALLY ! कांग्रेस जब वास्तिक हिन्दू हत्यारे टीपु सुलतान जयंती माना सकती है तो फिर कांग्रेस द्वारा फसाये गये देश भक्त गोड से की जयंती क्यू नही ?
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »