Web Series: क्या ‘बड़े पर्दे’ के लिए चुनौती है OTT की बढ़ती लोकप्रियता? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 41 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 20%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

क्या ‘बड़े पर्दे’ के लिए चुनौती है OTT की बढ़ती लोकप्रियता? जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट

Web Content Vs Mainstream Cinema जिस तेज़ी से दर्शकों के बीच वेब प्लेटफॉर्म्स की लोकप्रियता बढ़ रही है उससे कई सवाल भी पैदा हुए हैं। क्या मोबाइल स्क्रीन की यह लोकप्रियता भविष्य मेस्मार्टफोंस और इंटरनेट की बढ़ती सुलभता के बीच भारत में ओटीटी कंटेंट की लोकप्रियता में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इस बढ़ती लोकप्रियता ने मनोरंजन का कारोबार करने वालों को एक नया बाज़ार भी मुहैया करवा दिया है और इस फलते-फूलते बाज़ार ने 'बिग स्क्रीन' के कई दिग्गजों को 'मोबाइल स्क्रीन' की तरफ़ आकर्षित किया...

जागरण डॉट कॉम से बातचीत में शारिब ने साफ़ तौर पर कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म से सिनेमा को कोई ख़तरा नहीं है। साथ ही क्रिएटिव लोगों के लिए वरदान है। शारिब ने कहा- ''सिनेमा कमज़ोर नहीं होगा, बल्कि अपनी क्रिएटिविटी ज़ाहिर करने के लिए एक और प्लेटफॉर्म मिल गया है, जहां कुछ अलग करने की गुंजाइश रहती है। ओटीटी में स्टारडम के सवाल पर संजीव कहते हैं कि इस प्लेटफॉर्म के लिए स्टार्स को भी बदलना होगा। बड़े प्रोडक्शन हाउस को भी वेब दर्शक को ध्यान में रखकर कंटेंट देना पड़ता है, जिसकी करण जौहर बेहतरीन मिसाल हैं, जो दर्शक की नब्ज़ पकड़कर वैसा ही कंटेंट दे रहे हैं।फ़िल्म पत्रकार और समीक्षक एस रामाचंद्रन मानते हैं कि दर्शकों की एक निश्चित तादाद ओटीटी प्लेटफॉर्म्स की तरफ़ झुकी है और इस पर वो पैसा भी ख़र्च कर रहे हैं, मगर ऐसे दर्शकों की संख्या भी कम नहीं है जो फ़िल्म देखने के लिए बड़े पर्दे का रुख़ करते...

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मुशर्रफ को मौत की सजा: 1999 में तख्तापलट के बाद से अबतक क्या-क्या हुआइस्लामाबाद की विशेष अदालत ने मंगलवार को पूर्व तानाशाह परवेज मुशर्रफ को राजद्रोह के मामले में फांसी की सजा सुनाई है। Ye is saal ki sabse badi aur khush kar dene wali khabar hai. Ye to pakka wala aatankwadi hai aur sath me Nawaz Sharif bhi. कारगिल युद्ध का मास्टरमाइंड जो हुआ सही हुआ
स्रोत: Amar Ujala - 🏆 12. / 51 और पढो »

दया याचिका के लिए निर्भया के गुनहगारों के पास 7 दिन की मोहलतनिर्भया गैंगरेप केस के चारों दोषियों को दया याचिका दाखिल करने के लिए सात दिन की मोहलत मिली है. पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल प्रशासन को नोटिस जारी करने के लिए कहा. Saalo ko kab latkaoge bey sirf mohlat dete ja rahe ho Sarasar naainsafi h nirbhaya ke sath. 😕😕 Rapisto ko kyu bachate Ho.... Lagta he inki jaati Aur he
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

और क्या-क्या है अमित शाह की वेटिंग लिस्ट में जो वो करना चाहते हैंAmitShah लम्बी जुबान और लम्बे धागे अक्सर उलझ जाया करते है AmitShah March in Double.... Daud Ke Chall.... Pace to covered fast.... desertfox61I AmitShah AmitShahOffice Old Odia saying: 'Pitamata sukruta ru, Putra hue Sukhi' -Kids get happiness for good deeds of parents. What good we do today, tomorrow our generation will reap. Jai Hind. AmitShah सीधे सीधे कहो कि सम्पूर्ण डिक्टेटरशिप लानी है।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

SC में दोषी के वकील की दलील- अस्पताल की लापरवाही से हुई थी निर्भया की मौतदिल्ली में हुए निर्भया कांड के 4 दोषियों में से एक अक्षय ठाकुर की रिव्यू पिटिशन पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई खत्म हो गई है.दोषी अक्षय के वकील एपी सिंह ने कहा कि अक्षय को फांसी इसलिए दी जा रही है क्योंकि ये गरीब है. mewatisanjoo Aise lawyers ko hi sabse pehle thokna chahiye mewatisanjoo mewatisanjoo भगवान करे इन पेसो के भूखे वकीलों के घर भी एक बार ऐसे वाक्या हो तब इनको पता चलेगा कि एक बहन बेटी की इज़्ज़त के सतब खिलवाड़ होता है तब कैसा लगता है इस गंदे वकीलों में वाकई दम है और ये गटर की पैदाइस आरोपी सही लगते है इन्हें तो एक दिन के लिए अपनी बहन बेटी इनके साथ रख कर देखो
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

निर्भया के दोषियों को फिर मिली दया याचिका की मोहलत, जानिए क्या हैं विकल्पसुप्रीम कोर्ट में अक्षय की रिव्यू पिटिशन खारिज होने और पटियाला हाउस कोर्ट में फांसी पर फैसला 7 जनवरी तक टलने के बाद आखिर अब क्या विकल्प बचे हैं. जानिए निर्भया के गुनहगार अब फांसी से बचने के लिए क्या कानूनी विकल्प अपना सकते हैं. mewatisanjoo twtpoonam mewatisanjoo twtpoonam In Kutto ko phaansi do aur sabhi bhagwa dhaari rapist logo ko phaasi do aur jitnay baba politicians rapist hai phaasi do un haramiyo ko aur unkay ghar jaakar unki ghar ki izzat nikalo phir koi kabhi aisa ghinona apradh nahi karega mewatisanjoo twtpoonam मोहलत की आड़ में सेंगर को बचाने की कोशिश....बलात्कारियों को फांसी पर लटकाओ।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

सजा से सदमे में पाकिस्तान की सेना, अब परवेज मुशर्रफ के समक्ष विकल्प क्या हैं?पाकिस्तान के राष्ट्रपति और सेना प्रमुख रहे चुके जनरल परवेज मुशर्रफ को बचाकर सेना अपने ‘दबदबे’ को बचाना चाहती है। परवेज मुशर्रफ को परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है ।उनकी मृत्यु का समय उनके प्रारब्ध में लिखा हुआ है। उससे पहले पाकिस्तान क्या संसार की कोई भी अदालत उन्हें मृत्युदंड नहीं दे पाएगी।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »