SC Committee on Kisan Andolan : किसान संगठनों ने कहा- कमिटी के सभी सदस्य सरकार के ही लोग, कांग्रेस का भी यही आरोप

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किसान संगठनों ने कहा- कमिटी के सभी सदस्य सरकार के ही लोग, कांग्रेस का भी यही आरोप via NavbharatTimes FarmLaws

Kisan Andolan Latest Updates : राकेश टिकैत ने एक निजी न्यूज चैनल पर बातचीत के दौरान कमिटी के सदस्यों के नाम लेते हुए कहा कि ये सभी बाजारवाद और पूंजीवाद के समर्थक हैं। उन्होंने कहा कि इन्होंने ही तो कृषि सुधार के लिए इस तरह के कानून लाने की सिफराशि सरकार से की थी तो इनसे किसानों के हित में सोचने की क्या उम्मीद की जा सकती है।

Supreme Court Stays Farm Laws: कृषि कानूनों के अमल पर सुप्रीम कोर्ट ने लगाई रोक, मोदी सरकार के लिए बड़ा झटकाकृषि कानूनों पर सरकार को आंदोलनकारी किसानों के बीच ठनी रार खत्म होने की गुंजाइश नहींआंदोलनकारी किसान नेताओं का आरोप है कि कमिटी के सारे सदस्य नए कानूनों के पक्षधर हैंसुप्रीम कोर्ट ने भले ही नए कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगाकर किसानों से बातचीत के लिए कमिटी गठित कर दी है, लेकिन सरकार और आंदोलनकारी किसानों के बीच का संघर्ष खत्म होने की अब भी कोई गुंजाइश नहीं दिख रही है। ऐसा इसलिए क्योंकि...

टिकैत यहीं नहीं रुके और साफ-साफ कहा कि कमिटी सरकार के पक्ष में ही फैसला देगी। उन्होंने कहा, "जो कमिटी बनी है, वो सरकार के पक्ष में ही फैसला देगी। इनसे आज बुलवा लो या 10 दिन के बाद रिपोर्ट दे दें, फैसला तो सरकार के पक्ष में ही देंगे। कौन सा किसान है इसमें।" टिकैत के इस आरोप पर बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि खुद राकेश टिकैत कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने जून 2020 में प्रकाशित एक खबर का हवाला देकर कहा कि राकेश टिकैत ने नए कृषि कानूनों का स्वागत करते हुए इन्हें किसान...

उधर, किसान नेता बलबीर सिंह ने भी सुप्रीम कोर्ट की कमिटी पर अविश्वास जताते हुए कहा कि वो इसे नहीं मानते हैं।किसान नेताओं ने ही नहीं, कांग्रेस पार्टी ने भी सुप्रीम कोर्टी की कमिटी पर सवाल खड़ा किया। पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कमिटी के चारों सदस्यों की राय से सबलोग पहले सी ही वाकिफ हैं।उधर, सरकार का कहना है कि सरकार ने उसकी इच्छा के खिलाफ कृषि कानूनों के अमल पर रोक लगा दी है। उन्होंने 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर रैली की योजना को भी देश की छवि के लिए ठीक नहीं बताया।ध्यान रहे कि...

Supreme Court on Kisan Andolan: किसान आंदोलन पर मोदी सरकार के रवैए से सुप्रीम कोर्ट नाराज, खूब लगाई फटकारदेश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें

 

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रोक सम्मान है किसान का समाधान नहीं!👃

Pure family party, भ्रष्ट कांग्रेस, लेफ्ट पार्टी की पूरी राजनीति मोदी जी जैसे इमानदार,मेहनती और पूरे देश को अपना परिवार समझने वाले मोदी जी के हरेक मामले में विरोध तक ही सीमित है। टिक्कैत जैसे किसान नेता तो सिर्फ भोले किसानों के नाम पर राजनीति कर रही है मंडी,बड़े किसानों का दलाल ।

किसान ना सरकार पर भरोसा कर रहे हैं और ना ही सुप्रीम कोर्ट पर , क्यूं ना राज्य सरकारों को जिम्मेदारी सौंप दी जाय , राज्य सरकारें अपने राज्य के किसानों की समस्याओं का निदान करें और किसान नीति और कानून बनाएं केंद्र सरकार हस्तक्षेप ना करे , समाधान निकल जाएगा

सही बात है,हिन्दुस्थान में सुप्रीम कोर्ट भी सरकारी है ।और मोदीजी को जितानेवाले लोग भी सरकार के ही लोग हैं। इसलिए पड़ोसी देशों के सेक्यूलर लोगों की कमेटी बनाने का कहीं विचार तो नहीं कर रहे हैं, कुछ लोग। फिर भी मोदीजी विकास के रास्ते को छोड़नेवाले नहीं है।

सुप्रीम कोर्ट को कमेटी बनाने से पहले इन लोगों से राय लेनी चाहिए थी ! 👇 1.राहुल गांधी से 2.सीताराम येचुरी से 3.योगेंद्र यादव से 4.अरुंधति राय से 5.NDTV से ,The Quint से ,The Wire से 6. राणा अयूब से 7.स्वरा भास्कर से 8.उमर खालिद से 9........ 10....... कुछ नाम आप भी जोड़ सकते है

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