Rajasthan: आसाराम को जेल में मिल सकेगा बाहर का खाना, हाई कोर्ट ने दी राहत

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Rajasthan: आसाराम को मिल सकेगा जेल में बाहर का खाना, हाई कोर्ट ने दी राहत asaram RajasthanHighcourt

जयपुर, एएनआइ। Rajasthan High Court: अपने ही आश्रम की नाबालिग छात्रा से यौन शोषण आरोप में जोधपुर सेंट्रल जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम को अब बाहर का खाना मिल सकेगा। आसाराम की ओर से लगाई गई अर्जी को राजस्थान हाईकोर्ट ने मेडिकल ग्राउंड पर स्वीकार कर लिया है। मंगलवार को यह जानकारी आसाराम के वकील प्रमोद चौधरी ने दी। इससे पहले आसाराम ने अपनी पैरोल याचिका वापस ले ली थी। इससे याचिका का स्वत ही निस्तारण हो गया था। पेरोल को लेकर अपने अधिवक्ता जगमाल चौधरी के मार्फत एक याचिका राजस्थान...

इससे पहले राजस्थान हाईकोर्ट की मुख्यपीठ में जस्टिस संदीप मेहता व जस्टिस देवेंद्र कच्छवाह की खंडपीठ में आसाराम की पैरोल याचिका पर सुनवाई हुई। वरिष्ठ अधिवक्ता जगमाल चौधरी व प्रदीप चौधरी ने आसाराम का पक्ष रखा। इस दौरान गुजरात में चल रहे आसाराम के मामले में राहत मिलने के बाद पुन याचिका पेश की जाने की बात कही गई। पुन याचिका लगाने की शर्त के साथ आसाराम के अधिवक्ता ने यह याचिका वापस ले ली। गत 25 अप्रैल, 2018 को एसटी-एससी कोर्ट के तत्कालीन पीठासीन अधिकारी मधुसूदन शर्मा की कोर्ट ने आसाराम को जीवन के...

अपने ही गुरुकुल की छात्रा के साथ यौन उत्पीड़न के आरोप में आसाराम को छिंदवाड़ा के आश्रम से गत एक सितंबर, 2013 को गिरफ्तार किया था, तब से आसाराम जोधपुर सेंट्रल जेल में है। राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद दुष्कर्मी आसाराम का ऑडियो वायरल होने से हड़कंप मच गया था। इसमें वह कोरोना वायरस के मद्देनजर होली पर चायना के रंगों का इस्तेमाल नहीं करने की अपील कर रहा है। जेल प्रशासन ने ऑडियो वायरल होने की जांच शुरू कर दी है। ऑडियो टेप जारी होने से आसाराम एक बार फिर चर्चा में आ गया है। जेल प्रशासन अब यह पता लगा...

 

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आशाराम पर कानून का जोर चल गया,मगर जमात के आका से कानून बहुत डरी हुई है।यही देश के कानून का दोहरा चरित्र है

ये तो सरासर ग़लत बात है एक क्रिमिनल के लिए ऐसी फैसलिटी अच्छी बात नहीं है अगर फैसलिटी देना ही है तो सबके लिए ऐसी फैसलिटी देना चाहिए। ताकि सबको जेल के मतलब एसो आराम समझ में आ जाए।

अभी बाहर का खाना माँग रहा है। फिर कुछ और मांगेगा। देते रहो नेक काम किया है देश के लिए।

Isko khana khilna hi bekar hai

ये गलत है और विधिशासन सहित भारतीय संविधान के आर्टिकल 14 आदि के खिलाफ है।अतःकृपया सुप्रीम कोर्ट जाएं ashokgehlot51 RajCMO PoliceRajasthan cc HMOIndia PMOIndia AmitShah BBCHindi BJP4India

0 +0 = 0 हम कुछ नहीं लेते हैं। हम संत नहीं हैं। 0-0 = 0 हम कुछ नहीं लेते हैं। हम पापी नहीं हैं, हम कुछ भी नहीं लाते हैं, न ही हम कुछ ले जाते हैं। लेकिन कुछ इस दुनिया में छोड़ कर चले जाते हैं। सकारात्मक ऊर्जा (+) नकारात्मक ऊर्जा (-)सकारात्मक (+)ईश्वर है और नकारात्मक (-)शैतान है।

महान भारतीय लोकतंत्र की यही तो खासियत है सुना है पहले कारागार द्वारा सेविका हीं उपलब्ध थी और अब तो लजीज भोजन भी उपलब्ध; धर्म के ऐसे दुर्दांत अपहर्ता को सम्मानित करने वाले प्रायः सभी दलों व धर्म के ठेकेदारों को अब न्यायालय का भी साथ ।

leg piece chahiye kya?.

बहुत अन्याय है। भारत की सभी जेलों में जो खाना बनता है और कैदी लोग जो खाते हैं क्या वे इंसान नहीं हैं जो आसाराम को बाहर का खाना दिया जाएगा। जेल में बंद सभी को एक जैसा ही खाना दिया जाना चाहिए ।कोई भेदभाव नहीं।

महान भारतीय लोकतंत्र की यही तो खासियत है सुना था पहले जेल द्वारा केवल सेविका की सुविधा उपलब्ध थी और अब तो लजीज भोजन भी ; धर्म के ऐसे दुर्दांत अपहर्ता के मान-सम्मान का काम करनेवाले सभी सत्तारूढ दलों पर अब न्यायालय भी मेहरबान ।

Good decision. It seems he was framed in the case.

Phir kal ye kahena ki Asaram ko gar jana ho to jaa sakta hey

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