इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पिछले कुछ दिनों में राजनीतिक माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया है। पड़ोसी देश में रोजाना नए घटनाक्रम एक बड़े राजनीतिक बदलाव की ओर इशारा कर रहे हैं। आलम यह है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान पर समूचा विपक्ष एकजुट होकर लगातार दबाव बना रहा है। इस बीच राजनीतिक पर्यवेक्षकों और मीडियाकर्मियों का मानना है कि वह न केवल सरकार पर बल्कि अपनी पार्टी पर अपनी पकड़ खो सकते हैं। दरअसल सत्ताधारी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेशनल असेंबली के लगभग 24 सदस्यों ने 17 मार्च को सिंध...
सदस्यों ने यह भी साफ किया कि उन्होंने सिंध हाउस में एक साथ रहने का निर्णय इसलिए लिया है, क्योंकि उन्हें डर है कि अपना रुख बदलने के लिए खान उन्हें परेशान करने के उद्देश्य से किसी रणनीति का सहारा ले सकते हैं। हालांकि, गुरुवार की रात और शुक्रवार को उनमें से कुछ सिंध हाउस से बाहर चले गए और अलग-अलग स्थानों पर शरण ली, क्योंकि उन्हें परेशान करने के लिए प्रधानमंत्री समर्थकों के पहुंचने की खबरें सामने आ रही थी। दिलचस्प बात यह है कि उनके आकलन के अनुसार, शुक्रवार को पीटीआई छात्र संघ के लगभग 100 कार्यकर्ता...
पाकिस्तान सरकार के रैंकों के भीतर विघटन इस स्तर पर पहुंच गया है कि नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर ने पीटीआई का प्रतिनिधित्व करते हुए, इस महत्वपूर्ण मोड़ पर 20 एमएनए को छुट्टी पर विदेश भेज दिया है। इस तरह का कदम साफ तौर से एक दुर्भावनापूर्ण इरादे से है और इसका मकसद केंद्र में वर्तमान भ्रम को और बढ़ाना हो सकता है। इन घटनाक्रमों ने कुछ अटकलों को जन्म दिया है, जो सिंध में राज्यपाल शासन लागू करने से लेकर देश में आपातकाल की घोषणा या सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा को बर्खास्त करने तक अलग हो...
Imran Khan : इमरान सरकार को डुबा देंगे 24 'लोटे' ? बागी सांसदों और सेना ने छोड़ा साथ, जानें पाकिस्तानी राजनीति में क्या होता है 'लोटा'जहां तक गठबंधन सहयोगी पीएमएल-क्यू का संबंध है, खान की पीटीआई को उनके निरंतर समर्थन को स्वीकार करते हुए पार्टी ने साथ ही उनके साथ दिखाए गए विश्वास की कमी के लिए पीएम की आलोचना की है। 15 मार्च को एचयूएम टीवी को दिए एक साक्षात्कार में, पीएमएल-क्यू से पंजाब विधानसभा के अध्यक्ष चौधरी परवेज इलाही ने खान की प्रतिशोधी मानसिकता, हठ और फैज हमीद पर पूर्ण...
Pakistan no-trust motion:पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की कुर्सी और लोटे का क्या है कनेक्शन, इस्लामाबाद में हिंसक प्रदर्शनइन घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में, पाकिस्तानी प्रतिष्ठान आश्वस्त है कि खान, उनके प्रमुख सचिव, सलाहकारों और मंत्रियों ने सेना सहित पाकिस्तान में सभी संस्थानों और विभागों को भारी नुकसान पहुंचाया है। उनके आकलन में, इससे होने वाले नुकसान को ठीक होने में वर्षों लगेंगे। ऐसी खबरें हैं कि प्रमुख सचिव आजम खान के जल्द ही पाकिस्तान छोड़ने की संभावना है। उन्हें विश्व बैंक में कार्यकारी...
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