खास बातेंपटना: बिहार के मुजफ्फरपुर में इतिहासकार रामचंद्र गुहा , मशहूर फिल्म अभिनेत्री अपर्णा सेन , फिल्म निर्माता श्याम बेनेगल और मणिरत्नम समेत 49 लोगों के खिलाफ पिछले हफ्ते राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है. इन लोगों ने अलग-अलग जगहों पर लोगों को पीट पीटकर मार डालने की वारदातों पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक खुला खत लिखा था. अब राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि
गुप्तेश्वर पांडे ने कहा, 'हमने इस मामले का संज्ञान लिया है और जो भी एफआईआर दर्ज की गई, वह स्थानीय सीजेएम अदालत के आदेश पर थी. मैं आपको भरोसा दे सकता हूं कि आदेश के अनुसार जांच की जाएगी. उन्होंने कहा कि चिंता और घबराहट का कोई कारण नहीं है. पुलिस प्रमुख ने कहा, 'मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए हम जांच को जल्द से जल्द खत्म करना चाहेंगे.
अघोषित इमरजेंसी है देश में,सरकार के विरोध में उठने वाले आवाजों को दबाया जा रहा है।
Really? Some assholes journalists are not agreeing with court 🤔🤔🤔🤔🤔
Kunki court bhi to sarkar ki hai
Hahaha really
कोर्ट किसके आदेश पे चल्ती हे सर?
कोर्ट भी तो सरकार ही चला रहे है कोर्ट को तो कोठा बना दिया है सरकार ने
इस देश का भगवान् ही मालिक लगता है 5 से10 साल के अंदर ही अपने में सब लड़कर खत्म हो जाएगा लोग जहाँकोर्टऔर मीडिया पर विश्वास करता था आज सभी संस्था निरंकुश दिखाई पड़ता है।कोई भी सत्य बोलने और सत्य के साथ दिखाई नहीं देता है और जो देता है उसके खिलाफ ऐसे ही केश में फसाकर जेल होजाता है
कोई भी जज लोया नहीं बनना चाहता है और न ही मीडिया गौरी लंकेश,,
New india ha bhai eh nehru gandhi ka hindustan nahi ab modi hi ha bapu ji
Indian Court is buy by BJP.
यानी कि कोर्ट में भी सरकार है?
कोर्ट अब कोर्ट कहाँ रहाँ सारे संघी विराजमान है जज के वेश में ।
Modi hai to Mumkin hai
मशहूर हस्तियों ने नेहरू वाली पढाई भी नहीं पढी क्या, जो हर बात बतानी पड रही है ....
Aise me to Aarey forest ke tree ko katne ka aadesh High Court ne diya. Isme bhi sarkar ka koi lena dena nahi. Jitna bhi chatukar hai sab bade bade post pr baitha hua hai.
Ab ye bhi unhi ke dawab me bola gaya😅😅😅
मुर्ख जनता इस बात पर जरूर यकिन कर लेगी...! 'अंधों में काना राजा' वाली सरकार चल रही है... जो वे कहें वही सही....!
मीडिया सनसनी फैलाने के लिए हैडलाइन बनाता है , सही बात नही बताता क्योंकि ज़्यादातर लोग सिर्फ हैडलाइन पढ़ते हैं पूरी खबर नही पढ़ते। इस खबर में हैडलाइन ऐसी बनाई जैसे मोदी सरकार ने FIR करवाई है। इसको कहते हैं बिकाऊ, सड़कछाप पत्रकारिता ।
आप जाँच को खत्म कैसे करा देगें ? आप के रिपोर्ट पर अदालत संज्ञान ले सकती है यह कोर्ट का क्षेत्रा अधिकार है।अब चूंकि FIR हो गया है सभी को जमानत लेना अनिवार्य है ।
सरकार का प्रत्येक बात से लेना देना है सरकार जो चाहती वहीं होता अब तो तानाशाही शासन की शुरूवात हो गई है बोलने की भी azadi छीन लेंगे
ले देके..... बात वही है?
महसूस यह होता है यह दौर तबाही है कातिल ही मुहाफिज है कातिल ही सिपाही है
Kyo nhi bhai ye naya bharat h Hoskta h election k bad hari hui sit k voters pr bhi desdroh ya aisa kuchh lag jaye Akhir ye bharat sarkar nhi modi sarkar h
ये जो बुजुर्ग लोगों पर राजद्रोह का मुकदमा लगा है जोकि बहुत गलत है और बहुत शर्म की बात है कुछ ऐसी हस्तियां है जिनसे लोग ज्ञान प्राप्त करते हैं
यह दौर इतिहास के काले अक्षरों मे लिखा जाऐगा
मॉब लिंचिंग(हिंसक भीड़) के खिलाफ आवाज उठाने प्रधानमंत्री को पत्र लिखने के आरोप में 49 लोगों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज हुआ है? क्या माॅब लिंचिंग (हिंसक भीड़) के खिलाफ आवाज उठाना देशद्रोह की श्रेणी में आना चाहिए?
Ye sab Nehru ne karaya hai Sarkaar ko to pta bhi nhi
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