कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों समेत 208 शिक्षाविदों ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर देश में बिगड़ते अकादमिक माहौल के लिए ‘वामपंथी कार्यकर्ताओं के एक छोटे समूह' को जिम्मेदार ठहराया है.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा गया है, हमारा मानना है कि छात्र राजनीति के नाम पर एक विध्वंसकारी धुर वाम एजेंडा को आगे बढ़ाया जा रहा है. जेएनयू से लेकर जामिया तक, एएमयू से लेकर जादवपुर तक परिसरों में हुई हालिया घटनाएं हमें वामपथी कार्यकर्ताओं के एक छोटे से समूह की शरारत के चलते बदतर होते अकादमिक माहौल के प्रति चौकन्ना करती हैं.
दरअसल, संशोधित नागरिकता अधिनियम और जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी परिसर में हुए हालिया हमले सहित कई मुद्दों को लेकर कुछ विश्वविद्यालयों में हुए प्रदर्शनों को लेकर विद्वानों के एक हिस्से द्वारा सरकार आलोचना का सामना कर रही है. वामपंथ की ओर झुकाव रखने वाले समूहों को आड़े हाथ लेते हुए बयान में कहा गया है कि लेफ्ट राजनीति द्वारा थोपे गए सेंसरशिप के चलते जन संवाद आयोजित करना या स्वतंत्र रूप से बोलना मुश्किल हो गया है.
इसमें कहा गया है, ये छात्र सीखने और अपने लिए बेहतर भविष्य बनाने का अवसर खो देंगे. वे अपने विचारों को प्रकट करने और वैकल्पिक राजनीति की स्वतंत्रता खो देंगे. वे खुद को बहुसंख्यक वाम राजनीति के अनुरूप करने के प्रति सीमित पायेंगे. हम सभी लोकतांत्रिक ताकतों से एकजुट होने और अकादमिक स्वतंत्रता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता तथा विचारों की बहुलता के लिए खड़े होने की अपील करते हैं.
Jhutlar
NOOOO
शिक्षाविदों की तो मान लो
Ab ye kya chahtey hain... Left mukt Bharat, Samvaad mukt Bharat, Virodh mukt Bharat, Awaaz mukt Bharat.
Yeh Sach hai. Keral ko tho barbad kar he diya aur waha abhi ISIS ka adda ban raha hai I ki vajah se. No Industries.
Umeshmroy मीडिया में भी बहोत बैठे है आजतक वाले जानते है
Yeh sab Sanghi teachers hai
सही
Kick out left from all univercities.
वामपंथी विचारधारा दुनिया मे समाप्त हो रही है यहाँ तक बंगाल जो गढ था ढह गया,देर सबेर केरल से भी विदाई होगी ही,विश्वविद्यालय मे क्यो डंडपेल रहे है,जाओ कम्युनिस्ट, विदा ,अलविदा
माहौल खराब करना इनकी मजबूरी है क्यों की इन्हें पता है भारतीय सनातन संस्कृति का विरोध करना हिन्दुत्व को गालियां देना इसी आधार पर वामपंथ खड़ा है लेकिन अब धीरे धीरे इसकी असलियत हर कोई समझ रहा है आने वाले समय में वामपंथ की इमारत स्वत जमींदोज हो जायेगी
वामपंथी सोच देश के लिये अहितकारी
शिक्षण माहौल खराब एक फँक्टरसे नही होता, यहा ये लोग सही analysis करते तो ABVP, प्रशासन और VC पर भी सवाल करते । भाजपाके कुछ लोग award वापसी गँग बोल रहे थे, क्या ये लोग भी भाजपा प्रोमोटेड गँग है?
नौकरशाहो को पिंजरा का तोता बना सकते हो, जनता को न नही?
rahulkanwal के मुंह पर तमाचा है ये
O yes, these left wing people cannot see any development. They want to live in a stone age society , which they want to control it by force. narendramodi we all are with you , keep it up. You are a force of GOOD.
The govt has not enough fund to invest in health and education. What a mockery of modi EDU Care
सर आपने जो पुरे देश का माहौल खराब किया है उसका क्या ?
अगर जेएनयू बंध हुआ तो सीट 400/+
Class IIII (4) Pass only...
Ek dum sahi kulpati ki kursi lekar students ki future se karte h khilwar ye mafi ke layak nhi
क्या इसके लिये कडक कानून बनाना चाहीए।
Kya hoga is desh ka...
JNU me total 614 shikshavid hai unme se 208 ne aarop lgya hai, agr dekha jaye to kewal 34% ne aarop lgaya hai matlav bahumat abhi bhi left ke paas e hai or ye swabhavik hai ki ye 208 log sangh se bhi jude ho skte hai
Has something changed in recent time ?ho come u guys r showing genuine news?suddenly
And lakhs on streets are directly saying something. Why is that being noted?
ये शिक्षा विद भाजपा के दबाव में खत लिख रहे हैं ओर छात्रों को बदनाम करने में लगे हैं जो शिक्षा देते हैं वोही शिष्यो के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ओर बदनाम कर रहे हैं इसेकहते हैं दबाव की राजनीति फिर भी मेरा देश महान है आगे बढ़ रहा है मोदी जी देश को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं
सब भक्त होंगे no?
मेरा यार इमरान वाला sidhdhu कहाँ गया ननकाना साहिब पर कुछ नही बोल रहा ह
इस लेफ्ट विंग में आजतक सबसे ऊपर है ।
These lefties who could not support their country during 1962 war with China just bec they followed communist philosophy then how can you expect them to support Universities who they consider breeding ground for their ideology and not for studies.
Damako mili hogi tabhi likha hai unhone😂😂
देश की संस्थाए बेचना ...अर्थव्यवस्था डूबा देना ...राष्ट्रवाद कोई सवाल पुछ दे ....तो ...देशद्रोह .......🤔🤔
अच्छी बात है चमचों को सायद जलन हो रही होगी
Don't mix education n politics
ये सारे कुलपति मोदी भक्त होंगे
Kuchh to karo ab in Naksaliyo ka
कमाल है -- इतना कुछ, इतने देर से अब 208 शिक्षाविदों को होश आया कि एकता में बल होता है अगर एक या दो-दो या 10-10 की संख्या में प्रधानमंत्री को लिखते तो क्या सच्चाई में फर्क पडता ❓ मगर देश का माहौल डांवाडोल है भाई 🤔😂😪😆
नमो नमो🙏 क्या ताकत हैं हमारी एकता की ! कोई तोड़फोड़,आगज़नी नहीं, देश की संपत्ति का नुकसान नहीं,धमकियाँ नहीं, पुतला तक नहीं फूंका ! बस एक अपील की 🙂 BoycottDeepikaPadukoneMovies और देश की दुश्मन दीपिका की बत्ती गुल, थिएटर में अंधेरा,बाक्स आफिस में अंधेरा और भविष्य भी अंधेरा😜
संघ परिवार यूनिवर्सिटी का माहौल बिगाड़ रहा है उसका साथ देश का गृहमंत्री दे रहे हैं और हमारे प्रधानमंत्री साहब उसको उसका रहे हैं
They all deserve a big bamboo🇮🇳🇮🇳🇮🇳 dikhead leftist
प्रधानमंत्री ऐसे काम देखते रहे तो देशका काम कौन देखेगा? युनिव्हरसिटी का माहोल अच्छा रखना ये तो हर विद्यार्थी की जिम्मेदारी है.
दोगले होता है चाईनीज DNA वाला
ashu3page सबसे बड़ा नुकसान दक्षिण पंथ कर रहा है शिक्षण संस्थानों का
narendramodi जी ने पत्र लिखकर बिल्कुल सही किया है, देश को सिर्फ नेताओं की ही जरुरत नही है ! Universities का असली काम है उच्चशिक्षा लेकिन.... Jamia JNU
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »