MP Political Crisis: कमलनाथ सरकार से रूठने वालों में तीन सिंधिया समर्थक विधायक

  • 📰 Dainik Jagran
  • ⏱ Reading Time:
  • 42 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 20%
  • Publisher: 53%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

MPPoliticalCrisis: कमलनाथ सरकार से रूठने वालों में तीन सिंधिया समर्थक विधायक

। मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर से संकट के बादल छंटे जरूर हैं लेकिन फिर नहीं उमड़ेंगे यह नहीं माना जा सकता। सियासी हलकों में माना जा रहा है कि यह संकट राज्यसभा चुनाव तक रहेगा।

यह साबित हो गया है कि विधायकों की नाराजगी की मुख्य वजह मंत्री पद नहीं मिलना है, लेकिन सिंधिया समर्थकों की नाराजगी की वजह प्रदेश की राजनीति से ज्योतिरादित्य सिंधिया को लगातार दूर करने की कोशिश है। उन्हें न तो अब तक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया और न ही उनके नाम को राज्यसभा के लिए हरी झंडी दिखाई गई है। ऐसे में प्रदेश सरकार से लंबे समय से नाराज चल रहे सिंधिया की खामोशी को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। दिग्गजों के बीच खटपट और भोपाल में सिंधिया समर्थक मंत्री व विधायकों को किनारे करने के कारण यह...

ग्वालियर-चंबल अंचल के कांग्रेस के 26 विधायकों व मंत्रियों में से डेढ़ दर्जन विधायकों व मंत्रियों की गतिविधियों पर खुफिया नजर रखी जा रही है। लेकिन इस संबंध में अधिकारी खामोश हैं। इसके अलावा कमलनाथ सरकार को संकट में डालने के लिए पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का साथ देने वाले दो स्थानीय कारोबारी भी सरकार के रडार पर आ गए हैं।

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

सिंधिया जी क्यों अपने भविष्य पर ग्रहण लगाए हुए हो,कांग्रेस आपको कुछ नहीं देगी ऐसे ही बेइज़्ज़त होते रहना JM_Scindia

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 10. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

मध्य प्रदेश : कमलनाथ की कुर्सी पर संकट, इस फॉर्म्युले से सरकार बचाएगी कांग्रेस?भोपाल/इंदौर न्यूज़: सवाल यह है कि कुर्सी पर मंडराते संकट के बीच कमलनाथ के पास अब क्या विकल्प बचे हैं? फॉर्म्युले के तहत ज्योतिरादित्य सिंधिया और दिग्विजय सिंह दोनों को राज्यसभा भेजा जा सकता है जिससे राज्य की कांग्रेस इकाई में चल रही गुटबाजी की संभावनाओं को खत्म किया जा सके। Mp में कांग्रेस संकट के लिए कांग्रेस जिम्मेदार हैं,15 महिने में नया प्रदेश अध्यक्ष नहीं ढूंढ पायी, जिला कांग्रेस राम भरोसे, कांग्रेस के भीतर ही मंत्री, विधायकों में संवादहीनता, के कारण ये हालात आये हैं,कमज़ोर संगठन, टीम वर्क का गहरा अभाव,,, रहीम खान, स्वतंत्र पत्रकार
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

कमलनाथ सरकार ख़तरे में, 8 विधायक गुड़गाँव के होटल मेंमध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार संकट में है. आठ विधायक गुड़गाँव के होटेल में बीजेपी के साथ. मध्य प्रदेश के कांग्रेस विधायक का दावा: BJP ने मुझे मंत्री पद के साथ 5 करोड़ या सिर्फ 25 करोड़ रुपये का दिया था ऑफर इस बिधायक तुरंत वापस लेना चाहिए। जवाहर लाल नेहरू की गलती दोहराया Girna chahiye sarkaar ye bhi dalit virodhi h
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

क्या टल गया है कमलनाथ सरकार पर आया खतरा?बात मध्य प्रदेश के सियासी बवंडर में क्या कमलनाथ सरकार पर आया खतरा टल गया? कांग्रेस की माने तो कल होटल में डेरा डाले विधायक उसके खेमे में वापस लौट आए हैं. वापस लौटे विधायकों को आज भोपाल में सीएम हाउस ले जाया गया. कांग्रेस आरोप लगा रही है बीजेपी ने कमलनाथ सरकार को गिराने की साजिश रची जिसे वक्त रहते नाकाम कर दिया गया. देखें वीडियो. Nahi... Abhi to picture baki hai mere dost... 😂😂😂 कोरोना जैसी ही बीमारी है एक बार टल जाए तो दुबारा आने की संभावना है... कितने दिन के लिए टला है ? हो सकता है बहुत जल्दी ही और बड़ी संख्या में विधायक कांग्रेस छोड़ने का मन बना ले।
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

कमलनाथ सरकार पर संकट कायम, भाजपा का दावा 15-20 कांग्रेस विधायक संपर्क मेंकांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि मप्र सरकार को कोई संकट नहीं है। वहीं भाजपा नेता और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कहा कि कांग्रेस विधायक काम नहीं करवा पा रहे हैं। Bikau media 😆 फिर इसको कमलनाथ नही कमल अनाथ कहिए वैसे भी नाम के आगे कमल लगा है तो राज भी कमल का ही होगा
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार संकट में और सिंधिया को लेकर विवादसूबे में कांग्रेस के कई धड़े सिंधिया के खिलाफ हैं। मुख्यमंत्री कमलनाथ से लेकर दिग्विजय सिंह तक से उनका छत्तीस का आंकड़ा है। कुछ ऐसे नेता भी हैं जो इस लड़ाई का फायदा उठाकर खुद उच्च सदन पहुंचने की फिराक में हैं।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

नजरिया : कमलनाथ सरकार के तारणहार बने दिग्विजय सिंहमध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों की ‘घर वापसी’ के बाद फिलहाल कमलनाथ सरकार पर आया संकट टल गया है। कमलनाथ सरकार को इस संकट से निकालने में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की एक बड़ी भूमिका रही। दिग्विजय सिंह ने ही सबसे पहले भाजपा पर विधायकों की खरीद फरोख्त का आरोप लगाया था और बाद में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने उनके बयान का समर्थन किया था।
स्रोत: Webdunia Hindi - 🏆 17. / 51 और पढो »