LRD परीक्षा: छात्रों के पिता ने की आत्महत्या, सरकार को ठहराया जिम्मेदार

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 78 sec. here
  • 3 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 34%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

लोक रक्षक दल के मुद्दे को लेकर गुजरात में आंदोलन, एक व्यक्ति ने सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए खुदकुशी कर ली gopimaniar

लोक रक्षक दल के मुद्दे को लेकर गुजरात सरकार बुरी तरह से घिरती दिखाई दे रही है. करीब 45 दिनों से आंदोलनकारी राज्य सरकार के सामने अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे है. वहीं आरोप है कि गुजरात की विजय रूपाणी सरकार ने अभी तक इस मामले पर ध्यान नहीं दिया है. वहीं अब इस मामले में सरकार को जगाने के लिए एक पिता ने खुद को फांसी के फंदे पर लटकाकर जान दे दी है.

मामला गुजरात के जूनागढ़ का हैं. जहां एक पिता न्याजाभाई ने सरकार तक अपनी बात पहुंचाने के लिए खुदकुशी कर ली. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची. जहां पुलिस ने एक सुसाइड नोट भी बरामद किया. इस नोट में मृतक न्याजाभाई ने खुद की मौत का जिम्मेदार गुजरात सरकार को ठहराया है.सुसाइड नोट में क्या लिखा है?

पुलिस को बरामद सुसाइड नोट में लिखा था, 'मेरे दोनों बेटों ने LRD की भर्ती परीक्षा की लिखित और शारीरिक परीक्षा को पास कर लिया था. दोनों बेटे दस्तावेज वेरिफिकेशन के लिए गए थे, जहां उनके दस्तावेज वेरिफाई नहीं किए गए और LRD के नतीजे डिक्लेयर कर दिए गए.' सुसाइड नोट में लिखा है, 'हमारे साथ अन्याय किया गया है. मैं यह अन्याय बर्दाश्त नहीं कर पाया. मेरी मौत के पीछे राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, आदिजाति मंत्री गणपत वसावा, गृह सचिव और आदिजाति विभाग के अफसर हैं. लेकिन बीजेपी की सरकार कोई कार्यवाही नहीं करेगी. भगवान न्याय जरूर देगा.'पिता की मौत के बाद बेटे भी इसके पीछे सरकार को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं. वहीं इस घटना के बाद मालधारी समाज में काफी गुस्सा देखा जा रहा है. मालधारी समाज अब शव भी स्वीकार करने से इनकार कर रहा है.

बता दें कि LRD मुद्दे पर मालधारी समाज काफी वक्त से आंदोलन कर रहा है. हालांकि, इस मामले में सरकार की ओर से बातचीत का कोई प्रस्ताव नहीं आया. मालधारी समाज का आरोप है कि न्यायालय की ओर से उन्हें आदिवासी होने का प्रमाणपत्र मिल चुका है तो LRD भर्ती परिक्षा में उन्हें इस कोटे के तहत क्यों नहीं लिया गया. इससे समाज के 125 छात्र जो मेरिट में आए हैं, उनके साथ अन्याय हुआ है. वहीं मालधारी समाज का कहना है कि अगर आने वाले दिनों में सरकार ने कोई कदम नहीं उठाया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।

gopimaniar Vikas hai

gopimaniar રુપાણી સરકાર આંઘળી અને બહેરી સરકાર છે ? ગુજરાત સરકાર જનતાની વાત સાંભળતી નથી ? અેટલે અેક વ્યકતીઅે સરકાર સુઘી પોતાની વાત પહોચાઙવા આત્મહત્યા કરી લીઘી

gopimaniar शायद अहिंसक जैन मुख्यमंत्री है गुजरात में उन तक खबर होती तो जरूर सुनते

gopimaniar Badi badi batein karni aati hai kaam kuch nahi

gopimaniar महोदय,सरकार तक बात पहुचाने स्थानीय जनप्रतिनिधि राजनेतिक पक्ष और विपक्ष के संगठन के कार्यकर्ता पदाधिकारियों की भीड़।'स्थानीय' मदद पीडित के मनोबल और परेशानिया दूर करने का दायित्व। मनन करे सरकार सहित कोन कोन दोषी। सादर जय हिंद।

gopimaniar जब जब सत्ता का नशा सिर पर सवार हो और सत्ता में बैठे लोग अहंकार में आकंठ डूबकर जनादेश का भरपूर दुरुपयोग करे,तब सिर्फ और सिर्फ उनका अहंकार ही उनकी सत्ता उखाड़ फेंकने का सबसे बड़ा कारण बनता है जो देश की आम जनता सत्ता दे सकती हैं वह सत्ता छीन भी सकती हैं।जय हिन्द

gopimaniar गुजरात में एक भी परीक्षा ढंग से नहीं हो पाई है सब में पेपर लीक हो जाता हैं 2016 से यहीं हो रहा हैं HTAT की भर्ती प्रक्रिया शुरू क्यों नहीं करते हो

gopimaniar राजस्थान में बच्चे मर रहे,मध्यप्रदेश में यूरिया के लिए किसान सड़क पर हैं, मेड इन छत्तीसगढ़ मोबाइल नहीं आया.इन सब पर आजतक डिबेट नहीं करता ☺☺☺

gopimaniar Sahi

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

2012 Delhi Nirbhaya case: LG ने की दया याचिका खारिज करने की सिफारिश, निर्भया के दोषी मुकेश को झटकानिर्भया के दोषी मुकेश सिंह की याचिका को एलजी ने खारिज करने की सिफारिश की है। इससे पहले दिल्‍ली सरकार ने मुकेश की याचिका को खारिज करन की सिफारिश कर चुकी है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

रतन टाटा ने कहा, मोदी-शाह के पास देश के लिए विजन हैटाटा ग्रुप ने गांधीनगर में आईआईएस की स्थापना को लेकर केंद्र सरकार से पार्टनरशिप की है. No doubt. Pappu ke pass to bilkul nahin hai bc😂😂😂 True'words सोचता हूँ तुम सब पर मुकदमा कर दूँ। इसी बहाने तारीखों पर मुलाकात तो होगी।
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

चीन पर वायरस का हमला, सरकार ने यात्रा करने को लेकर जारी की एडवाइजरीसरकार ने चीन की यात्रा को लेकर एडवाइजरी जारी की है। इसमें नागरिकों से कहा गया है कि चीन की यात्रा के दौरान कुछ निश्चित ए‍हतियात्री उपायों का पालन करें।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

बुलेट ट्रेन के बाद अब हाइपरलूप प्रोजेक्ट पर भी उद्धव सरकार हट सकती है पीछे, कहा...महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि राज्य सरकार दूसरे देशों में हाइपरलूप तकनीक की व्यावहरिकता देखने के बाद इसको लागू करने पर विचार करेगी. महराष्ट्र के पतन पर तुली है बाबर सेना मुबारक हो अंधभक्तो😂 Anpad gawar aur kya krenge ?😂😂😂😂😂🔰
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »

ICSE, ISC Examination 2020: डेटशीट जारी, इस साल तीन फरवरी से शुरू होगी परीक्षाकाउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन ने 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं के लिए डेटशीट जारी कर दी है। परीक्षा की समयावधि में भी विषयों के अनुसार बदलाव किया गया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »

डेथ वॉरंट के खिलाफ दोषी मुकेश की याचिका पर ट्रायल कोर्ट का निर्देश- जेल प्रशासन फांसी को लेकर कल तक रिपोर्ट सौंपेनिर्भया के 2 दोषियों मुकेश और विनय की क्यूरेटिव पिटीशन सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को ठुकराई एक दोषी मुकेश ने राष्ट्रपति को दया याचिका भेजी, दिल्ली हाईकोर्ट ने डेथ वॉरंट रद्द करने की मांग ठुकराई केजरी सरकार और उपराज्यपाल ने दया याचिका खारिज करने की सिफारिश की, गृह मंत्रालय ने कहा- इस पर जल्द फैसला लेंगे दिल्ली सरकार और तिहाड़ के वकील बोले- एक दया याचिका लंबित, दोषियों को 22 जनवरी को फांसी देना संभव नहीं है | Nirbhaya Rape Convict Mukesh Singh Death Warrant Latest News and Updates; Patiala House Court Latest News and Updates, निर्भया केस में फांसी की सजा पाए चार दोषियों में शामिल मुकेश कुमार ने 22 जनवरी का डेथ वॉरंट रद्द करने की मांग करते हुए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की है। jadi do
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »