LIC का मार्केट शेयर 70% गिरा, प्राइवेट इंश्योरेंस कंपनियों की आक्रामक रणनीति रही वजह– News18 हिंदी

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LIC की बाजार हिस्सेदारी मार्च 2018 में समाप्त तिमाही में 70 फीसदी से नीचे आ गई

 

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उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

लद्दाख में हिमस्खलन की चपेट में आने से 4 सैलानियों की मौत, 6 की तलाश जारीSnowfall in Jammu and Kashmir affected life | मौसम विभाग ने जम्मू-कश्मीर के 9 जिलों में हिमस्खलन का अलर्ट जारी किया दिल्ली एयरपोर्ट पर सुबह 5.30 बजे से 7 बजे तक कोहरे की वजह से विमानों की आवाजाही बंद रही
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

खबरदारः यूपी में गठबंधन और कांग्रेस यानी बिन फेरे हम तेरे? khabardar: Tejashwi meets Mayawati after SP,BSP alliance - khabardar AajTakउत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बसपा अध्यक्ष मायावती से न सिर्फ मुलाकात की, बल्कि उनके पैर छूकर आशीर्वाद तक ले लिए. तेजस्वी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की और उनके साथ मीडिया से रूबरू हुए. तेजस्वी मायावती-अखिलेश के साथ से गदगद दिखे और इसे 2019 में पीएम मोदी को हराने के फॉर्मूले की तरह पेश किया. लेकिन क्या बात सिर्फ इतनी सी है या फिर तेजस्वी का लखनऊ के सियासी गलियारों से पटना में बनने वाले विपक्ष के महागठबंधन के लिए कोई संदेश है? वैसे तो तेजस्वी ने आज कहा कि बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में है, लेकिन उसकी हैसियत कितनी होगी यही असली सवाल है? कहने को तो ये देश के सबसे बड़े सियासी सूबे में मोदी के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन के बन जाने की खुशी भर है, लेकिन आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का पटना से लखनऊ दौड़े-भागे चले आना कांग्रेस के लिए बहुत सुहाने वाली तस्वीर तो नहीं ही है. देखें वीडियो. SwetaSinghAT उत्तर प्रदेश में कांग्रेस खुद एक छोटा दल है। SwetaSinghAT उत्तर प्रदेश मे कांग्रेस के साथ छोटे छोटे दल आ सकते है- प्रियंका चतुर्वेदी (कांग्रेस) अब इन गणितज्ञ को कौन समझाए .......उत्तर प्रदेश मे कांग्रेस खुद छोटा दल है! SwetaSinghAT very nice
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

राजनीति: नागरिकता के मानदंडअसम में अवैध प्रवासन की स्थिति में देश के विभाजन के बाद भी परिवर्तन नहीं हुआ। तत्कालीन असम सरकार के गृह एवं राजनीतिक विभाग द्वारा विदेशी मुद्दों पर प्रकाशित प्रशासकीय रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार पूर्वी पाकिस्तान के डेढ़ से दो लाख और बाद में पांच लाख अवैध प्रवासी असम में घुस चुके थे। पूर्वी पाकिस्तान के बांग्लादेश बन जाने के बाद भी भारत सरकार की ओर से असम में अवैध प्रवासियों के प्रवाह में कमी लाने या उस पर प्रतिबंध लगाने के ठोस उपाय नहीं किए गए।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

प्रियंका में इंदिरा की छवि तो पति पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की परछाई भी2014 में हुआ लोकसभा चुनाव छवि बोध की जंग भी था। छवि की ब्रांडिंग में जो आगे होगा, मैदान वही मारेगा। सपा-बसपा गठबंधन के बाद उत्तर प्रदेश के मैदान में कांग्रेस को मूर्छित ही माना जा रहा था, लेकिन ब्रांडिंग वाला बाजार इसी क्लाइमेक्स वाले समय को अहम मानता है। तुरुप का पत्ता भी इसी ब्रांडिंग का हिस्सा है। भारतीय राजनीति में इंदिरा गांधी को एक ब्रांड बना दिया गया है। 2019 के करो या मरो वाले हालात में इंदिरा जैसी छवि को औपचारिक तौर से उतारने का वक्त आ गया था। आज जब कांग्रेस की ओर से डंका बजा कर प्रियंका को उतारा गया है तो वे गांधी के साथ वाड्रा के भ्रष्टाचार के आरोपों के घेरेवाले कुलनाम को भी ढो रही हैं। 2019 के बाजार में हर दल की चाल को मास्टर स्ट्रोक ही बताया जा रहा है तो आमद का जयकारा थमने के बाद उन्हें बताना ही होगा कि उनकी ओर से जनता के लिए नया क्या है। कभी-कभी तुरुप का पत्ता जोकर से भी मात खा जाता है, खेल के इस विडंबना की याद दिलाता बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

जॉर्ज फर्नांडिस ईसाई थे, फिर भी हिंदू रीति-रिवाज से होगा अंतिम संस्कार, ये है खास वजहपूर्व रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस का मंगलवार को 88 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे वक्त से अल्जाइमर्स से पीड़ित थे। फर्नांडीस 1967 में दक्षिण बॉम्बे से कांग्रेस के एसके पाटिल को हराकर पहली बार सांसद बने। 1975 की इमरजेंसी के बाद फर्नांडीस बिहार की मुजफ्फरपुर सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे। अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में बनी एनडीए सरकार (1998-2004) में फर्नांडीस को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई थी। कारगिल युद्ध के दौरान वह ही रक्षा मंत्री के पद पर काबिज थे। जॉर्ज फर्नांडिस ईसाई थे, लेकिन उनका अंतिम संस्कार हिंदू रीति-रिवाज से किया जाएगा। ऐसा करने के पीछे खास वजह है। 50/50 वाला काम ठीक नही अंतिम संस्कार या तो पूरी तरह से हिंदु मतानुसार या ईसाई मतानुसार हो मा.पू.प्र.मं.स्मृतिशेष श्री अटल विहारी जी की सरकार में रक्षा मंत्री मा.जार्ज फर्नांडीज जी के देहावसान पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ। RIP Sir
स्रोत: Dainik Bhaskar - 🏆 19. / 51 और पढो »

खबरदार: कर्नाटक से पीएम मोदी को मिला नया मौका! Khabardar: BJP denies poaching, Kumaraswamy refuses to worry - khabardar AajTakकर्नाटक की जिस जीत ने कांग्रेस को डूबती नैया में तिनके जैसा सहारा दिया था, वो महज सात महीने के अंदर ही फिर से डगमगाता नजर आ रहा है. कर्नाटक में कांग्रसे और जेडीएस गठबंधन की सरकार के जिस मंच से 2019 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की तस्वीर देश को दिखाई गई थी, वहां अब सियासी संकट के हालात पैदा हो गए हैं. कर्नाटक से लेकर दिल्ली तक यही चर्चा है कि सरकार टिकेगी या नहीं. दरअसल, मंगलवार को अचानक कर्नाटक की गठबंधन सरकार से दो निर्दलीय बाहर हो गए हैं. उन्होंने समर्थन वापस ले लिया है. ये तब हुआ है जब कर्नाटक में 3 से 5 कांग्रेस के विधायक गायब बताए जा रहे थे और इनके बारे में कहा जा रहा है कि ये मुंबई के एक होटल में हैं. दूसरी तरफ बीजेपी के सभी विधायकों को दिल्ली के नजदीक गुरुग्राम में रखा गया है. बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा जल्द ही अच्छी खबर की भी बात कह रहे हैं. SwetaSinghAT कुछ नहीं होने वाला SwetaSinghAT कोन कहता है की रूपया से हर चीज नहीं खरीदा जा सकता है 😄😄😄😄 SwetaSinghAT ये एंकर अकेले ही काफी है , की trp समाप्त करने के लिए , चाटुकार पत्रकार की चाटूकारिता😂😂
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

भाई-बहन का गजब प्यारः 8 साल के भाई के सीने से बहता रहा खून लेकिन घर पहुंचाने तक नहीं छोड़ा बहन का हाथ, डांटना चाहते थे पिता लेकिन बेटी की बात सुन कोई कुछ न कह सकाबड़वानी (एमपी)। जिले में भाई-बहन का अनोखा प्यार देखने को मिला। बुधवार दोपहर 2 बजे बड़वानी जिले के बुदी गांव में छोटी बहन सीमा ने बेर खाने की जिद की। इकलौती बहन की इच्छा को पूरी करने के लिए 8 वर्षीय सूरज बेर के पेड़ पर चढ़ गया। बेर की डालियां पतली थी, जिसे सूरज समझ नहीं पाया। डालू टूटने से वो जमीन पर गिर पड़ा और एक लकड़ी उसके सीने के आरपार हो गई। सीने से खून निकलने लगा, बावजूद इसके सूरज ने हिम्मत नहीं हारी। उसने जिम्मेदारी निभाते हुए 6 साल की बहन का हाथ पकड़कर बोला- चलो घर। करीब 100 मीटर तक दर्द से कराहते वो बिना किसी सहारे के बहन का हाथ पकड़े घर की चौखट पर पहुंचा। घर के दरवाजे पर वह बेहोश होकर गिर पड़ा। बहन की आवाज सुनकर पिता सखाराम बाहर आए। वो डांटने ही वाले थे कि बेटी कहा- पापा! भैया को मारना मत। मेरी जिद की वजह से भैया का ये हाल हुआ है। बेटी ने इस हादसे की पूरी कहानी बता दी। बेटी की बात सुनकर परिवार का कोई सदस्य भाई-बहन को कुछ न कह सका। बेटे को गोद में उठा लिया और जिला अस्पताल लेकर आए। दोपहर 3.30 बजे डॉक्टर्स ने प्राथमिक इलाज के बाद इंदौर रैफर कर दिया। ईश्वर कृपा करें , जल्दी पूर्ण स्वस्थ करें। Bhagwan Tery Jesa bhai sab ko de,, 🤗🙌God bless uhh 😘
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ABP न्यूज़-सी वोटर सर्वे: राहुल को पीएम देखने वालों की संख्या बढ़ी, लेकिन अब भी पीएम मोदी से पीछे2019 लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ दो महीने बचे हैं. ऐसे में जनता की नब्ज टटोलने के लिए एबीपी न्यूज़ ने सी वोटर के साथ मिलकर सर्वे किया है. सर्वे में जब जनता से पूछा गया कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी में से किसे प्रधानमंत्री के रूप में चुनना चाहती है तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं. इस सर्वे के मुताबिक, पिछली बार के सर्वों की तुलना में प्रधानमंत्री पद के तौर पर राहुल गांधी की लोकप्रियता बढ़ी है. लेकिन वह अब भी पीएम मोदी से काफी पीछे हैं. RahulGandhi narendramodi गणतंत्रदिवस देश के सभी नागरिकों के लिए स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे के आदर्शों के प्रति अपनी आस्था को दोहराने का अवसर है। और इन सबसे बढ़कर, हमारा गणतन्त्र दिवस, हम सबके भारतीय होने के गौरव को महसूस करने का भी अवसर है। RahulGandhi narendramodi अबकी बार congress सरकार RahulGandhi narendramodi Rahul Gandhi jindabad
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पाकिस्तान में बदलाव आया है, लेकिन काफी काम किया जाना बाकी- मलाला युसूफजईशांति के लिये नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मलाला युसूफजई ने कहा है कि तालिबान के हमले के उपरांत तकरीबन छह साल पहले उनके देश छोड़ने के बाद से पाकिस्तान में बदलाव आया है. वहां पहले से कहीं अधिक शांति है, लेकिन काफी काम किया जाना बाकी है. मलाला ने देश छोड़ने के बाद दुनिया के विभिन्न हिस्सों की और शरणार्थी शिविरों की यात्रा की है. उन्होंने अपने जीवन की उस समय की यादों का इस्तेमाल दुनियाभर के 6.85 करोड़ शरणार्थियों और विस्थापित लोगों के साथ जुड़ने के लिये किया है. Malala Tu jaroori sa hai mujhko.... Malala She is the biggest hypocrite of the century Malala क्या बदलाव आया है मैडम जरा मैं भी तो सुनु। आतंकवाद को प्रायोजित करना बंद हो गया या हफीज सईद को समर्थन देना बंद हो गया या शरिया लॉ ख़त्म हो गया या सेना का कब्ज़ा कम हो गया
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अंतरिक्ष महाशक्ति बनने के चीन के ख़्बाव को मिले पर, चांद पर बस्ती बसाने के लिए साथ आएगा अमेरिकाचांद पर नई खोज के लिए नासा चीन की अंतरिक्ष एजेंसी के साथ मिलकर काम करने की तैयारी में है. इससे चांद पर इंसानों की बस्ती बसाने और बाहरी अंतरिक्ष के दूर के क्षेत्रों के रिसर्च के लिये भविष्य के मिशन की तैयारी के प्रयासों को और तेज़ी मिलेगी. नासा ने पिछले महीने चीनी राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन (सीएनएसए) से चांद पर भेजे गए उनके यान चांग-4 से आने वाले डेटा को खंगालने की संभावना पर चर्चा की. चीन का ये यान इसी महीने चंद्रमा की सतह पर उतरा है. इस लिए कहते है चाइनीज सामान नोट यूज
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