Kashmir: बहार से महरूम है इस बार कश्मीर का मार्च, फ‍िर भी सेब क‍िसान क्यों खुश?

  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 1 sec. here
  • 2 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 4%
  • Publisher: 63%

इंडिया मुख्य बातें समाचार

इंडिया ताज़ा खबर,इंडिया मुख्य बातें

जानिए कश्मीर में क्यों खुश हैं सेब के किसान?

 

आपकी टिप्पणी के लिए धन्यवाद। आपकी टिप्पणी समीक्षा के बाद प्रकाशित की जाएगी।
हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

 /  🏆 5. in İN

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

यूएई में होगी बॉलीवुड एक्टर्स और भारतीय क्रिकेटर्स में भिड़ंत, ये है पूरा शेड्यूलUAE Friendship Cup 2022 Match Details: यूएई फ्रेंडशिप कप 2022 पांच मार्च से शुरू होगा। इसमें 4 टीमें हिस्सा लेंगी। टूर्नामेंट टी10 फॉर्मेट पर आधारित होगा, यानी मैच में हर टीम 10-10 ओवर खेलेगी।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

हाजमे की गोली, त्योहार में होली और बैटिंग में कोहली पूरे भारत को पसंद है- सहवागViratKohli के 100वें टेस्ट से पहले SachinTendulkar ने कहा कि मुझे याद है कि जब मैं टीम इंडिया में था और ये लड़के अंडर-19 वर्ल्ड कप खेल रहे थे तब विराट के बारे में बातें होती थीं
स्रोत: Quint Hindi - 🏆 16. / 51 और पढो »

यूक्रेन में गोलीबारी में घायल हरजोत को है भारतीय दूतावास से शिकायत - BBC Hindiहरजोत का कहना है कि उन पर गोलियाँ चली थी और वे इस समय कीएव के एक अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं. Who are they then ? So the students stuck at some places in Ukraine are the ghost of those who came back to India? A rumor is being spread by the Government of India.
स्रोत: BBC News Hindi - 🏆 18. / 51 और पढो »

पहला नहीं है 'ऑपरेशन गंगा', विदेशी जमीन पर ये बड़े रेस्क्यू मिशन चला चुका है भारतयुद्ध क्षेत्र (War Zone) में फंसे लोगों को सुरक्षित निकालने के लिए लॉन्च किए गए मिशन का नाम 'ऑपरेशन गंगा' दिया गया है. भारत पहले भी ऐसे कई ऑपरेशन चला चुका है और अपने देश के नागरिकों को सुरक्षित वापस ले आता है. Jai hind ji
स्रोत: Zee News - 🏆 7. / 63 और पढो »

कांटा भारत को चुभता है तो दर्द रूस को होता है, ये दोस्ती नहीं टूटेगीनई दिल्ली : सोवियत संघ के आखिरी शासक मिखाइल गोर्बाचेव मॉस्को से सटे कलचुगा में मुस्कुरा रहे होंगे जहां उनका घर है। संघ के विघटन तक भारत के साथ दोस्ती का हाथ मजबूती से थामे रहे गोर्बाचेव दो मार्च को 92 साल के हो गए। मुस्कुराना लाजिमी है क्योंकि रूस-यूक्रेन युद्ध ने दुनिया की तस्वीर बदल दी है। भारत की तटस्थता को रूस का साथ माना जा रहा है। गोर्बाचेव सोच रहे होंगे इतिहास दोहराया जा रहा है। ख्रुश्चेव, ब्रेझनेव से लेकर गोर्बाचेव तक सोवियत संघ के सारे नेताओं ने भारत का हाथ मजबूत किया। सोवित संघ के विघटन के बाद भले ही औपचारिक तौर पर शीत युद्ध खत्म माना गया लेकिन उसके खिलाफ बना उत्तर अटलांटिक संधि संगठन यानी नाटो कभी खत्म नहीं हुआ। अमेरिका की शह पर मजबूत होता रहा और यूक्रेन के सहारे रूस की चौखट तक पहुंच गया। हालांकि पिछले तीन दशकों में रणनीतिक-कूटनैतिक बदलावों ने सारे समीकरण ध्वस्त कर दिए थे। रूस से दोस्ती जारी रखते हुए भारत अब अमेरिका के बहुत करीब आ चुका। चीन पर दोनों देशों की एक राय है। उधर रूस और चीन साथ आ गए हैं। पहले अमेरिका और अब चीन की शह पर पाकिस्तान इतरा रहा है। लेकिन यूक्रेन युद्ध ने ऐसी स्थिति पैदा कर दी कि संयुक्त राष्ट्र में भारत, पाकिस्तान और चीन की नीति समान हो गई। तीनों देशों ने रूस के खिलाफ वोट करने से इनकार कर दिया। जंग के आठ दिनों में व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो बार बात कर चुके हैं। अब यूक्रेन में फसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित गलियारा देने में रूसी सेना मदद करेगी। शर्माजी दशक भर पहले भी कहे आज भी कहते चीन भारत थोड़ा सुधर ले अपने आप मे तो भारत चीन रूस गठजोड़ सबसे निपट सकता युद्ध होया आर्थिक प्रतिबन्ध! और बन सके महाशक्ति!!
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »

भारतीय समाज की आत्मा तक क्षुद्रता की गलाज़त में सन गई हैजो दुख में है, पीड़ित है, उसी की खिल्ली उड़ाने का नया रिवाज इस देश में चल पड़ा है. इसे क्या मात्र क्षुद्रता कहा जाए? या यह बड़ा चारित्रिक पतन है? हर कुछ रोज़ पर इस क्षुद्रता का एक नया नमूना देखने को मिलता है. अभी यूक्रेन पर रूसी हमले के समय यह फिर उभर आई है. 11 घंटे मे 4 रीट्वीट 14 लाइक वाह बड़ी पहुँच है
स्रोत: द वायर हिंदी - 🏆 3. / 63 और पढो »