की शिकायत पर आधारित थीं. इन प्राथमिकियों में छात्र संघ की घायल अध्यक्ष आइशी घोष और अन्य को नामजद किया गया है.अपनी चुप्पी तोड़ते हुए जवाहरलाल नेहरू के कुलपति एम जगदीश कुमार ने कहा कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण थी और छात्रों से बीती बात भूलने की अपील की लेकिन पांच जनवरी को नकाबपोशों के हमले के दौरान अधिकारियों द्वारा देर से कदम उठाए जाने के आरोपों पर गोलमोल जवाब दिया.
पार्टी ने अपने ट्विटर हैंडल से कहा, “अमित शाह के अंतर्गत क्या पुलिस इतनी अक्षम है? उलटे उन्होंने हमले की पीड़िता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की. शर्मनाक.”दिल्ली पुलिस ने पांच जनवरी को कुछ ही समय के अंतराल में दो प्राथमिकियां दर्ज की थीं लेकिन ये प्राथमिकियां पहले की घटनाओं को लेकर की गई शिकायतों पर आधारित थीं.
संयोग से यही वह वक्त था जब पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विश्वविद्यालय में बुलाया गया था और घोष समेत घायल छात्रों को अस्पताल ले जाया गया था.पुलिस के रोजनामचे के अनुसार विश्वविद्यालय के सुरक्षा विभाग ने तीन और चार जनवरी को शिकायत दी थी. ये शिकायतें एक और चार जनवरी को कथित तौर पर तोड़फोड़ की घटनाओं से संबंधित थीं. इस पर रात 8.44 और 8.49 बजे प्राथमिकियां दर्ज की गईं.
इस बीच दिल्ली पुलिस ने जेएनयू हिंसा से जुड़ी तस्वीरें, फुटेज या कोई भी सूचना उपलब्ध कराने की अपील की है जबकि फॉरेन्सिक की टीमें सबूत जुटा रही हैं. दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जन संपर्क अधिकारी अनिल मित्तल ने कहा, ‘‘दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम मामले की जांच वैज्ञानिक एवं पेशेवर तरीके से कर रही है तथा साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं.’’
इन पर तो देशद्रोह का मुकदमा लगाकर इनको कही भी काम ना मिले ऐसा आदेश दे कोर्ट इन देशद्रोहियो के खिलाफ ।
सरकार को समय रहते समझ लेना चाहिए लातों के भूत बातों से नहीं मानते हैं टुकड़े टुकड़े गैंग के टुकड़े किये बिना काम नहीं चलेगा नहीं तो ऐसे देश के गद्दार, देश के होनहार युवाओं के जीवन से यह खिलवाड़ करते रहेंगे शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक युवाओं को निर्भय व सुरक्षित माहौल जरूरी है
Their teachers and administration staff of their University are responsible for everything these students do and for any public outcry on students and also for such incidence where students get such beatings.
जे एन यू कैम्पस में मेडिकल बैंडेज, आर्टिफिशियल सेक्स यंत्र, ड्रग्स, पत्थर, रोड़ा ,इंट भारी मात्रा में पाया जाना क्या दर्शाता है। जामिया केंद्रीय यूनिवर्सिटी के लोगो में अल्लाह - उ - अकबर क्या सरकार को नजर नहीं आता है? भारत आज भी मुगलों,मुड़कटवा कम्युनिस्ट के अधीन है।
कॉलेजों में छात्र संघ की राजनीति और चुनाव पर पूर्ण रूप से विराम लगना चाहिए।। ये हमारे टैक्स पर पड़ने आते हैं या राजनीति की रोटियां सेंकने 😡 narendramodi PMOIndia DelhiBJYM INCIndia AISA_tweets AmitShah ArvindKejriwal aajtak ZeeNewsHindi abpnewshindi
D कंपनी के दीपिका JNU में टुकड़े टुकड़े गैंग के प्रदर्शन में शामिल इसकी आने वाली फिल्म छपाक का पूर्ण बहिष्कार करो सभी राष्ट्रवादी
Aaisa gosh ko bhejo tihar jai.
Urban Naxals shouldn't be spared..
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: NBT Hindi News - 🏆 20. / 51 और पढो »