दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में होस्टल फ़ीस बढ़ाए जाने के विरोध में छात्रों के संसद मार्च को पुलिस ने रोक दिया है.
पुलिस ने छात्रों को मार्च से रोकने के लिए रविवार देर रात से ही मेन गेट के दोनों तरफ़ भारी बैरिकेडिंग कर दी थी और इलाक़े में धारा 144 लगा दी थी.सोमवार को जब छात्र निकले तो वो कैम्पस के मेन गेट से क़रीब 100 मीटर ही आगे बढ़ सके क्योंकि भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं. पुलिस ने जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष ऐशी घोष को भी हिरासत में लिया है.के अनुसार कई छात्र वहां से आगे बढ़ने में कामयाब हो गए और भारी पुलिस बल के बीच कई छात्र संसद की तरफ़ आगे बढ़ रहे हैं.
मार्च में शामिल एक छात्रा ने कहा, ''हमारी फ़ीस बढ़ गई है. हमारे वीसी को आए हुए तीन साल से ज़्यादा हो गए हैं. कोई मिल नहीं रहा हमसे. हम रोज़ बैठते हैं एडी ब्लॉक पर. वीसी को शर्म नहीं आ रही कि वो एक बार आकर यहाँ देखें कि उनके बच्चे मर रहे हैं.'' संसद तक मार्च का आह्वान करते हुए जेएनयू छात्र संघ ने दूसरे विश्वविद्यालय के छात्रों से भी इसमें शामिल होने की अपील की थी.रविवार को जेएनयू के वीसी जगदीश कुमार ने छात्रों से अपील की थी कि वो मार्च में शामिल न हों और अपनी कक्षाएं अटेंड करें. वीसी ने कहा था कि परीक्षाएं क़रीब हैं, इसलिए छात्रों को अपनी पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए.
JNU जनता के टैक्स से चलता है देश पैसा गरीब बच्चे की अच्छाई के लिए देता है । ना की देश और देश के महापुरूष को नीचे दिखाने के लीए । वैसे JNU बंद होना चाहिए 🤔
पुलिस ठुकाई भी बराबर की करेगा
Pitna chahiye mc communist ko
पूरे देश के बच्चों ने करना चाहिए क्योंकि दसवीं की फीस भी बढ़ गई है जहां पर ₹200 भरना पढ़ते थे आज हजार रुपए देना पड़ रहे हैं
ऐसे वाहियात छात्रों को तो पीटना चाहिए। इन कुत्तों ने जेएनयू को ससुराल बना रखी है।
India tax payers money is misused by providing financial aid to a anti national university like JNU which students always challenge the Indian Institutions & involve in anti-national activities.Fees hike & other decisions taken by university management is justified. No roll back.
जो व्यक्ति JNU का आज समर्थन कर रहा है वो कल अपनी गलती पर पछतावा करेगा। JNU_को_बंद_करो , narendramodi , AmitShah , myogiadityanath
ऐसा लगता है, जैसे भारत देश के सबसे कामचोर माता पिता के गरीब बेटे जेएनयू में पढ़ते हैं। जबकि बाकी सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों के मां-बाप करोड़पति हैं। जेएनयू के छात्र हराम का खाना चाहते हैं।
ऐसा लगता है, जैसे भारत देश के सबसे कामचोर माता पिता के गरीब बेटे जेएनयू में पढ़ते हैं। जबकि बाकी सभी विश्वविद्यालयों के छात्रों के मां-बाप करोड़पति हैं। जेएनयू के छात्र हराम का खाना चाहते हैं।
Delhi police k thulle aukat pe aa gye... Apni baar m strike pr nikal diye or students ki baari m strike rok di.
LeftKillingJNU
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
स्रोत: Dainik Jagran - 🏆 10. / 53 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: News18 India - 🏆 21. / 51 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »
स्रोत: NDTV India - 🏆 6. / 63 और पढो »
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »