ISIS-K को कहां से मिलते हैं आतंकी, कैसे युवाओं को बरगलाता है? हैरान करने वाली है मॉडस अपरेंडी

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ISIS-K को कहां से मिलते हैं आतंकी, कैसे युवाओं को बरगलाता है? हैरान करने वाली है मॉडस अपरेंडी Afghanistan via NavbharatTimes

अफगानिस्‍तान पर तालिबान के कब्‍जे के बाद वहां हालात बेकाबू हैं। पड़ोसी मुल्‍क एक के बाद एक दर्दनाक खूनी मंजरों का गवाह बन रहा है। गुरुवार को फिर ऐसा ही एक दिल दहला देने वाला वाकया सामने आया। काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती धमाकों में 169 अफगान और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। इस हमले की जिम्‍मेदारी ली ने। इसने अफगानिस्‍तान से निकल रहे अमेरिकी सैनिकों, अफगान नागरिकों और तालिबान लड़ाकों को निशाना बनाते हुए इस अटैक को अंजाम दिया। इस्लामिक स्टेट- खुरासान खुद को तालिबान का कट्टर दुश्‍मन बताता है।...

इस्लामिक स्टेट- खुरासान ने फिलहाल यह तो जरूर दिखा दिया है कि जि‍हाद के नाम पर आतंक का चेहरा कितना काला हो सकता है। घोर कट्टरता की यह 'सीमा' कितनी नीचे है, इसका अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। रौंगटे खड़े कर देने वाले ISIS-K के हमले के बाद यह भी तय है कि तालिबान के लिए चुनौतियां कम नहीं हैं। जो असलहा और गोली-बारूद दिखाकर उसने सत्‍ता पाने की राह बनाई है, अभी आतंक के और 'क्रूर' चेहरे से उसे दो-चार होना है।तालिबान से कैसे है...

ISIS-K तालिबान से कहीं ज्‍यादा निर्मम और क्रूर है। तालिबान खुद को अफगान राष्‍ट्रवादी के तौर पर पेश करते हैं। वे अपने को पश्‍तून के हितों का सबसे पड़ा पैरोकार बताते हैं। वहीं, ISIS-K की विचारधारा ISIS से प्रेरित है। ISIS वही आतंकी समूह है जिसने 2014 में इराकी फौजों को बाहर धकेलने के बाद न केवल मोसुल को अपनी राजधानी घोषित किया, बल्कि अपने सरगना अबू बकर अल-बगदादी को मुसलमानों का नया खलीफा भी बताया। इसके बाद से ही ISIS का कद और उसकी ताकत लगातार बढ़ती रही। ISIS-K का केंद्रीय नेतृत्‍व और काडर...

आप यह बात जरूर सोचते होंगे कि इतने ऑपरेशनों के बाद भी ऐसी कौन सी फैक्‍ट्री खुली हुई है जो इन आतंकियों की सप्‍लाई बराबर बनाए रखती है? दरअसल, ये कोई और नहीं, बल्कि पाकिस्‍तान, सेंट्रल एशिया, रूस के उत्‍तरी कॉकेसस और चीन के शिनजियांग के मजहबी कट्टरपंथी हैं। ISIS-K को अफगानिस्‍तान में बने ताजा हालात का फायदा उठाने का मौका मिल गया है। उसे पता है कि देश पूरी तरह से अस्‍त-व्‍यस्‍त स्थिति में है। यही वह समय है जब यहां अपनी पकड़ मजबूत की जा सकती है। संयुक्‍त राष्‍ट्र की एक रिपोर्ट की मानें तो...

 

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shanti priya kaum se

Kerla se

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