ISIS Module के सिलसिले में NIA के छापे, लुधियाना से नूरी मस्जिद का मौलवी गिरफ्तार

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ISISModule के सिलसिले में NIA के छापे, लुधियाना से नूरी मस्जिद का मौलवी गिरफ्तार isiscrackdown ISIS NIA Ludhiana NuriMasjid NooriMosque

 

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सोनिया गांधी को निंद नहीं आती होगी। बहुत दुखी होगी।रात भर रोने वाली है।

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खबरदारः यूपी में गठबंधन और कांग्रेस यानी बिन फेरे हम तेरे? khabardar: Tejashwi meets Mayawati after SP,BSP alliance - khabardar AajTakउत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बसपा अध्यक्ष मायावती से न सिर्फ मुलाकात की, बल्कि उनके पैर छूकर आशीर्वाद तक ले लिए. तेजस्वी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात की और उनके साथ मीडिया से रूबरू हुए. तेजस्वी मायावती-अखिलेश के साथ से गदगद दिखे और इसे 2019 में पीएम मोदी को हराने के फॉर्मूले की तरह पेश किया. लेकिन क्या बात सिर्फ इतनी सी है या फिर तेजस्वी का लखनऊ के सियासी गलियारों से पटना में बनने वाले विपक्ष के महागठबंधन के लिए कोई संदेश है? वैसे तो तेजस्वी ने आज कहा कि बिहार में कांग्रेस महागठबंधन में है, लेकिन उसकी हैसियत कितनी होगी यही असली सवाल है? कहने को तो ये देश के सबसे बड़े सियासी सूबे में मोदी के खिलाफ एक मजबूत गठबंधन के बन जाने की खुशी भर है, लेकिन आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का पटना से लखनऊ दौड़े-भागे चले आना कांग्रेस के लिए बहुत सुहाने वाली तस्वीर तो नहीं ही है. देखें वीडियो. SwetaSinghAT उत्तर प्रदेश में कांग्रेस खुद एक छोटा दल है। SwetaSinghAT उत्तर प्रदेश मे कांग्रेस के साथ छोटे छोटे दल आ सकते है- प्रियंका चतुर्वेदी (कांग्रेस) अब इन गणितज्ञ को कौन समझाए .......उत्तर प्रदेश मे कांग्रेस खुद छोटा दल है! SwetaSinghAT very nice
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ISIS मॉड्यूल केसः UP के हापुड़ से पंजाब के लुधियाना तक NIA की ताबड़तोड़ छापेमारीISIS Module के खुलासे के बाद नेशनल इनवेस्टिगेशन टीम (NIA) ने उत्तर प्रदेश के कई शहर और पंजाब के लुधियाना में छापेमारी की है.एनआईए ने यह छापेमारी रामपुर, बुलंदशहर, मेरठ, हापुड़, अमरोहा और लुधियाना में की है. arvindojha kamaljitsandhu satenderchauhan why people are joining isis when they are wrong in islam arvindojha kamaljitsandhu satenderchauhan महाराष्ट्र: बीजेपी नेता धनंजय कुलकर्णी के घर से 180 तरह के हथियार बरामद हुए हैं, हमारी सुरक्षा एजेंसियां कहाँ हैं जो सुतली बम, A4 शीट और ट्रैक्टर के पार्टस मिलने पर उर्दू नाम वाले को ISIS का आतंकी घोषित कर देती है? यह राष्ट्रवादी नेता देश के लिए खतरा है या नही? हथियार कहाँ से आए? arvindojha kamaljitsandhu satenderchauhan फिर से मुल्ले पकड़े जाएंगे BC ये कभी किसी को शांति से नहीं रहने देंगे
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आतंक के अड्डों पर NIA का हल्लाबोल, अब लुधियाना से जुड़े ISIS मॉड्यूल के तारISIS Module आईएसआईएस मॉड्यूल को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी लगातार रेड मार रही है. इसी कड़ी में जांच टीम ने जालंधर से लेकर मेरठ और अमरोहा में छापेमारी की है. एनआईए पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ के आधार पर पूरे रैकेट का पर्दाफाश करने के प्रयास कर रही है. Himanshu_Aajtak Just a pre election gimmick, they will caught innocents and captive them for years with no proven facts, Court will release them after taking golden years of their lives Himanshu_Aajtak Good work NIA. Sabse pahele uss maulavi ko faansi de di jaye jiske sampark me isis Wale they Himanshu_Aajtak मदरसा पर RahulGandhi क्यों नहीं बोलता जहां से सिर्फ आतंकी निकल रहे ISIS पर राहुल गांधी क्यों नहीं बोलता सिर्फ भारत हिंदू का विदेश में जाकर बुराई करेगा
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खबरदार: कर्नाटक से पीएम मोदी को मिला नया मौका! Khabardar: BJP denies poaching, Kumaraswamy refuses to worry - khabardar AajTakकर्नाटक की जिस जीत ने कांग्रेस को डूबती नैया में तिनके जैसा सहारा दिया था, वो महज सात महीने के अंदर ही फिर से डगमगाता नजर आ रहा है. कर्नाटक में कांग्रसे और जेडीएस गठबंधन की सरकार के जिस मंच से 2019 में नरेंद्र मोदी के खिलाफ विपक्षी एकजुटता की तस्वीर देश को दिखाई गई थी, वहां अब सियासी संकट के हालात पैदा हो गए हैं. कर्नाटक से लेकर दिल्ली तक यही चर्चा है कि सरकार टिकेगी या नहीं. दरअसल, मंगलवार को अचानक कर्नाटक की गठबंधन सरकार से दो निर्दलीय बाहर हो गए हैं. उन्होंने समर्थन वापस ले लिया है. ये तब हुआ है जब कर्नाटक में 3 से 5 कांग्रेस के विधायक गायब बताए जा रहे थे और इनके बारे में कहा जा रहा है कि ये मुंबई के एक होटल में हैं. दूसरी तरफ बीजेपी के सभी विधायकों को दिल्ली के नजदीक गुरुग्राम में रखा गया है. बीजेपी नेता बीएस येदियुरप्पा जल्द ही अच्छी खबर की भी बात कह रहे हैं. SwetaSinghAT कुछ नहीं होने वाला SwetaSinghAT कोन कहता है की रूपया से हर चीज नहीं खरीदा जा सकता है 😄😄😄😄 SwetaSinghAT ये एंकर अकेले ही काफी है , की trp समाप्त करने के लिए , चाटुकार पत्रकार की चाटूकारिता😂😂
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

2019 : पाठ दोबिना किसी बड़े आंदोलन, सड़कों पर विरोध प्रदर्शन के भारतीय संसद ने सामान्य वर्ग के लोगों के लिए आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण के विधेयक को पास कर दिया। इस ऐतिहासिक फैसले का ठीकरा फोड़ा गया तीन राज्यों में भाजपा की हार पर, लेकिन राजद और दक्षिण भारत के कुछ दल छोड़ सभी इस फैसले के साथ खड़े हुए। वह कांग्रेस भी साथ थी, जिसे हिंदी के तीन हृदय प्रदेशों में जीत मिली थी। माकपा जैसे वाम दल ने संसद में इस आरक्षण को वोट दे बाहर आकर बस अलग सा प्रेस नोट ही जारी किया। विरोध के दो ही बिंदु एक तो ऐन लोकसभा चुनाव और शीतकालीन सत्र के अंतिम समय में इसे लाने की अवधि और गरीबी के दायरे में आने वाली आठ लाख से कम सालाना आमदनी की सीमा है। आम चुनावों के पहले साल के दूसरे हफ्ते का पाठ यही है कि रोजगार का संकट सब समझ रहे और समाधान किसी के पास नहीं। समस्या और समाधान के बीच आरक्षण के मरहम पर बेबाक बोल।
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उत्तर प्रदेश: दोबारा ऐतिहासिक जनादेश हासिल करने साथ आई सपा-बसपाउत्तर प्रदेश में सपा-बसपा, कांग्रेस से गठबंधन नहीं चाहते, या कांग्रेस अकेले लड़ना चाहती है, इस पर बहस जारी है। लखनऊ में सपा-बसपा की साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस, तस्वीरों में एक साथ मौजूद आंबेडकर और लोहिया की तस्वीर के बाद दिल्ली दरबार का पूरा विमर्श बदल गया। उत्तर प्रदेश वह प्रयोगशाला है, जहां कांशीराम और मुलायम की लहर में भी गोरखपुर की सीट भाजपा के पास थी। इसके उलट जब बसपा को शून्य पर टिका और सपा को पारिवारिक सदस्यों के बीच सिमटा दिया गया था तब गोरखपुर अलग ही राजनीतिक मोड़ लेता है। 2014 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश ने जो ऐतिहासिक जनादेश दिया था आज उससे उबरने के लिए सपा और बसपा साथ हैं। इस सूबे की राजनीति, केंद्र की भी राजनीति है। लोहिया-आंबेडकर की तस्वीरों को साथ रख इस समीकरण का उद्देश्य है अपने-अपने वोट बैंक को साध ज्यादा से ज्यादा सीटें हासिल करना। केंद्र की राजनीति में सपा-बसपा के अंक मजबूत हों, इसलिए जरूरी है कि कांग्रेस का गणित बिगड़ जाए। संसद में आर्थिक आधार पर दस फीसद आरक्षण पर साथ-साथ चलने के बाद ये दोनों दल अपने-अपने वोट बैंक के पास उसी ‘पहचान’ के साथ लौट आए हैं जो इनकी बुनियाद हैं। बुनियादी विरोधाभासों के साथ वोट बैंक की ऊंची इमारत पर बैठे दोनों दलों की साझीदारी से निकले पाठ पर इस बार का बेबाक बोल।
स्रोत: Jansatta - 🏆 4. / 63 और पढो »

विश्व हिंदी दिवस: हिंदी ने जिस कवि को नास्तिक क्रांतिकारी 'अज्ञेय' से बुद्धमार्गी 'सच्चिदानंद' बनायायूं तो इतिहास में हर तारीख के खास मायने हैं लेकिन 10 जनवरी का दिन भारत के लिए खास है. खास तौर पर हिंदी भाषी लोगों के लिए 10 जनवरी इसलिए अहम है कि क्योंकि आज का दिन 'विश्व हिंदी दिवस' के तौर पर मनाया जाता है. विश्व भर में हिंदी ने अपनी अमिट छाप छोड़ी है जिसकी महती को समझते हुए भारत सरकार ने साल 2006 से हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाने का ऐलान किया था. यूं तो हिंदी ज्यादातर हिंदुस्तान से रसूख रखने वालों की तरफ से बोली, पढ़ी और लिखी जाती है, मगर इस भाषा से प्रेम करने वाले पूरे विश्व भर में फैले हुए हैं. हिंदी ने अपने चंद सिपाहियों को विश्व में ख्याति प्रदान की है जो न सिर्फ हिंदी की अपनी रचनाओं के लिए पूरे विश्व में मशहूर हैं बल्कि उन्होंने हिंदी की सेवा करने में अपना पूरा जीवन बिता दिया. हिंदी साहित्य में इन नामों को बड़े ही आदर और सम्मान से लिया जाता है. जिनमें सच्चिदानंद हीरानंद वात्स्यायन 'अज्ञेय' जैसा नाम शामिल है, जिन्होंने न सिर्फ अपनी लेखनी से हिंदी का सम्मान बढ़ाया है बल्कि अपने कलम से निकली चेतनाओं से आवाम के अंदर नए प्राण फूंके हैं. आइए इस कवि और इनकी अमर रचनाओं की छाया में चंद वक्त गुजार कर शब्दों और भावों के बने समागम से एक ऐसा जश्न मनाए जिसके लिए यह विश्व हिंदी दिवस वांछित है.
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »

दंगल: हे राम! तारीख पर तारीख... Dangal: Until when, the court will adjourn the hearing? - Dangal AajTakअयोध्या केस फिर एक नई तारीख पर पहुंच गया है. आज कोर्ट में जब मामला पहुंचा तो सुन्नी वक्फ बोर्ड के वकील 24 साल पहले पहुंच गए और जस्टिस यू यू ललित के बेंच में रहने पर सवाल उठ गया.  1994 में यू यू ललित अयोध्या विवाद से जुड़े एक आपराधिक मामले में यूपी के पूर्व सीएम कल्याण सिंह के वकील थे.  इसके बाद जस्टिस ललित ने खुद को केस से अलग कर लिया.  इस वजह से केस पर आगे की बात अटक गई.  अब 29 जनवरी को फिर से नई बेंच के साथ मामले पर बात होगी. लेकिन आज फिर जब अयोध्या केस लटका है तो मंदिर समर्थकों की खीज सामने आई.  वैसे तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कह चुके हैं कि कोर्ट के फैसले से पहले सरकार दखल नहीं देगी.  लेकिन सरकार के इस स्टैंड से बीजेपी के समर्थक ही नाराज दिख रहे हैं.  आरएसएस और वीचएपी के तेवर भी तल्ख हैं. MinakshiKandwal दंगाईयों का दंगल MinakshiKandwal अगर बेंच बनाने में इतना टाइम लग रहा है तो सुप्रीम कोर्ट रेडीमेड सोफा क्यों नहीं खरीद लेता 😂😂 RamMandir AyodhyaHearing MinakshiKandwal कांग्रेस प्रायोजित मुस्लिम पैरोकारों को जज UULalit पर भरोसा नही क्योंकि वे कभी kalyan singh के वकील थे तो... कल कोई कहेगा कि हमें CJI रंजनगोगोई पर भरोसा नहीं क्योंकि उनके पिता congress से मुख्यमंत्री थे⁉️ क्या इस बात पर CJI को त्यागपत्र देना होगा ⁉️
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »

अब दिल्ली में धार्मिक स्थल से 150 मीटर के दायरे में नहीं होंगे मीट शॉपपॉलिसी में कहा गया है, मटन/चिकन/मछली और भैंस के मांस की दुकान मस्जिद से 100 मीटर के भीतर लगाने की इजाजत प्रशासन दे सकता है. बशर्ते कि इसकी अनुमति इमाम या प्रबंधन ने भी दी हो. इसे कुछो हासिल नही होगा। बहुत बेहतरीन फैसला.... बहुत अच्छा
स्रोत: ABP News - 🏆 9. / 59 और पढो »

खुद से टाइप होंगे WhatsApp के मैसेज, जानिए इस फीचर के बारे मेंWhatsApp के इस फीचर के बारे में आपको जानना चाहिए. क्योंकि कई बार आपका हाथ फ्री नहीं होता आप कुछ कर रहे होते हैं और मैसेज का रिप्लाई करना होता है. ऐसे में आप बोलकर मैसेज भेज सकते हैं.
स्रोत: AajTak - 🏆 5. / 63 और पढो »